भाजपा ने क्यों दर्ज कराई शिकायत?
तिरुपति में भाजपा नेताओं ने हाल ही में पुलिस अधीक्षक (SP) के समक्ष एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है। भाजपा के तिरुपति अर्बन मंडल अध्यक्ष श्रीनिवासुलु और भाजपा युवा विंग अध्यक्ष विजय कुमार ने आरोप लगाया है कि शहर में भारी मात्रा में गांजा (कैनाबिस) का परिवहन हो रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि विभिन्न क्षेत्रों में वाहनों से गांजा ढोने की घटनाएं देखी गई हैं।
श्रीनिवासुलु और विजय कुमार ने सत्ताधारी YSR कांग्रेस पार्टी पर गांजा तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पुलिस पर आरोप लगाया कि वे इसे रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। नेताओं ने पुलिस पर दबाव डाला कि वे इस अवैध गतिविधि पर नकेल कसें, जिससे शहर के नागरिकों में व्याप्त चिंता समाप्त हो सके।
YSR कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप
भाजपा नेताओं का आरोप है कि YSR कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता गांजा तस्करी में शामिल हैं और शहर में अवैध तरीके से गांजा का परिवहन करवाते हैं। यह आरोप बेहद गंभीर है और यदि सही साबित होते हैं, तो इससे न केवल राजनीतिक गलतियों का पता चलेगा बल्कि यह एक अपराध भी है जो समाज के ताने-बाने को प्रभावित कर सकता है।
नेताओं का मानना है कि गांजा परिवहन की घटनाएं बढ़ रही हैं और इसकी वजह से कुछ नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि जब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक कठोर कदम उठाए जाएं।
भाजपा की कठोर चेतावनी
भाजपा नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस और प्रशासन इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं करते, तो वे आंदोलन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन के लिए जनता का समर्थन जुटाया जाएगा ताकि इसे एक बड़े पैमाने पर उठाया जा सके।
नेताओं ने तिरुपति के विभिन्न भागों में हथियारबंद पुलिस पेट्रोलिंग की मांग की है ताकि इन घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके। उनका मानना है कि जब तक पुलिस सख्त कदम नहीं उठाएगी, तब तक इस समस्या का समाधान संभव नहीं होगा।
गांवों और शहरी क्षेत्रों में असर
गांवों और शहरों दोनों में गांजा तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं और इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। गांवों में किसानों और युवाओं के बीच नशे की आदतें बढ़ रही हैं, वहीं शहरी क्षेत्रों में इसकी वजह से कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है।
युवाओं में गांजा की लत ने कई परिवारों को तबाह कर दिया है। इसके चलते अपराध दर में भी इजाफा हो रहा है। पुलिस और प्रशासन को इस मुद्दे पर गंभीरता से कदम उठाने की आवश्यकता है।
जनता में बढ़ती चिंता
तिरुपति के नागरिक इस मुद्दे को लेकर चिंतित हैं। गांजा तस्करी न केवल एक कानूनी अपराध है बल्कि यह समाज के लिए अत्यंत हानिकारक है। अकेले कानून और पुलिसिंग से ज्यादा जरूरी है कि समाज में जागरूकता फैलाई जाए ताकि लोग इसके खतरों को समझ सकें।
अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चों और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता है। जब तक समाज एकजुट होकर इस समस्या का सामना नहीं करेगा, तब तक इसका समाधान संभव नहीं है।
मई 27, 2024 AT 10:49 पूर्वाह्न
ये सब राजनीति है, न कि असली समस्या का समाधान। गांजा का मामला तो दशकों से है, अब तक किसी ने कुछ नहीं किया। अचानक BJP क्यों उठ खड़ा हुआ? चुनाव के पास आ गया है, ना?
मई 28, 2024 AT 09:41 पूर्वाह्न
YSR कांग्रेस तो बस अपने वोटर्स को नशे में डाल रही है। ये लोग देश को तोड़ने के लिए तैयार हैं। इनकी बातों पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, नहीं तो देश बर्बाद हो जाएगा।
मई 29, 2024 AT 16:45 अपराह्न
कानून बना है। लागू करो। बातें नहीं, कार्रवाई चाहिए। अगर पुलिस नहीं करेगी, तो जनता को खुद निकलना पड़ेगा। ये समय नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का है।
मई 30, 2024 AT 18:24 अपराह्न
कोई भी नेता जब तक खुद नशे से न बचे, वो दूसरों के बारे में बात नहीं कर सकता। ये सब बाहरी चित्र है।
मई 30, 2024 AT 19:00 अपराह्न
अरे भाई, गांजा तस्करी? ये तो भारत में हर जगह होता है। तिरुपति क्या खास है? अगर तुम्हें लगता है कि यहाँ अलग है, तो तुम्हारी समझ गलत है। ये सब नाटक है।
जून 1, 2024 AT 06:54 पूर्वाह्न
इस तरह की लापरवाही के खिलाफ अगर हम चुप रहे, तो ये देश अंततः अपराध के नशे में डूब जाएगा। ये नहीं देखना चाहिए। इसे रोकने का जिम्मा सिर्फ पुलिस का नहीं, बल्कि हर नागरिक का है।
जून 1, 2024 AT 07:56 पूर्वाह्न
इस समस्या का समाधान केवल पुलिसिंग से नहीं होगा। हमें युवाओं को सही दिशा देनी होगी। शिक्षा, रोजगार, मानसिक स्वास्थ्य - ये सब जुड़े हुए हैं। अगर हम इन्हें नजरअंदाज करते रहेंगे, तो ये चक्र कभी नहीं टूटेगा।
जून 1, 2024 AT 09:36 पूर्वाह्न
अरे वाह, BJP ने गांजा के लिए आंदोलन शुरू किया? अब तो बस अगला नाम लगाना है - क्या अब बाइक चलाने पर भी रोक लगेगी?
जून 2, 2024 AT 16:13 अपराह्न
मैं तो समझता हूँ कि दोनों पार्टियाँ अपने-अपने वोटर्स को बता रही हैं। लेकिन असली लोग जिन्हें इससे फायदा हो रहा है, वो तो बैठे हैं अपने ऑफिस में।
जून 3, 2024 AT 00:29 पूर्वाह्न
भाई, तिरुपति में गांजा ढोया जा रहा है? अरे ये तो मैं तो हर रोज देखता हूँ! एक दिन मैंने एक बाइक पर चार बैग देखे - और पुलिस वाले बस देख रहे थे! फिर भी लोग नेताओं को वोट देते हैं? अरे भाई, ये तो बेवकूफी है!
जून 4, 2024 AT 13:43 अपराह्न
गांजा का उपयोग अवैध है, लेकिन इसके औषधीय गुणों को नजरअंदाज करना भी गलत है। अगर हम इसे पूरी तरह से निषेध कर देंगे, तो यह एक अंधविश्वास बन जाएगा। नियंत्रित उपयोग की ओर जाना चाहिए।
जून 5, 2024 AT 02:36 पूर्वाह्न
समाज के अंदर एक अंतर्निहित विकृति है। ये सब बाहरी लक्षण हैं। आत्मा की खोज बंद हो गई है। गांजा तो बस एक निकास है।
जून 6, 2024 AT 16:21 अपराह्न
मैंने तिरुपति में एक बार देखा था - एक बुजुर्ग भिक्षुक गांजा का गोला बना रहा था। पुलिस ने उसे देखा, लेकिन बस मुस्कुरा दी। अब बताओ, किसकी गलती है?
जून 8, 2024 AT 07:59 पूर्वाह्न
ये सब तो बस एक राजनीतिक ब्लैकमेल है। गांजा? अरे भाई, ये तो हमारे देश का पुराना रिश्ता है। आयुर्वेद में भी इसका उल्लेख है। अब ये लोग इसे अपराध बना रहे हैं? जब तक तुम अपने दिमाग को नहीं बदलोगे, तब तक कुछ नहीं बदलेगा।
जून 9, 2024 AT 08:54 पूर्वाह्न
हर युवा को एक सपना चाहिए। अगर हम उन्हें नौकरी नहीं दे सकते, तो उन्हें गांजा देना आसान हो जाता है। हमें उनके सपनों को जीवन में बदलने में मदद करनी चाहिए - न कि उन्हें फंसाना।
जून 10, 2024 AT 21:05 अपराह्न
पुलिस के पास नहीं है तो बस नेताओं के पास जाना है। अब ये बातें तो सब करते हैं। बस फिल्मी डायलॉग बनाने में बेहतर हैं।
जून 11, 2024 AT 16:19 अपराह्न
मैं तो बस देख रही हूँ कि कौन किसके खिलाफ बोल रहा है। असली खिलाड़ी तो बैठे हैं अपने क्लब में, जहाँ गांजा की बात भी बात नहीं होती।
जून 12, 2024 AT 20:42 अपराह्न
ये सब बातें तो बस एक बड़ा धोखा है। जो लोग गांजा बेच रहे हैं, वो तो पुलिस के अंदर ही हैं। और जो बोल रहे हैं, वो भी उन्हीं के लिए बोल रहे हैं। इस खेल में कोई निष्पक्ष नहीं है।
जून 14, 2024 AT 02:25 पूर्वाह्न
इस देश में हर चीज़ को राजनीति में बदल दिया जाता है। गांजा? बस एक बहाना है। असली समस्या ये है कि हम सब बस एक दूसरे को बर्बाद करने में व्यस्त हैं।