ट्रेंट बोल्ट का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने T20 विश्व कप में पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। इस मैच में न्यूजीलैंड ने जीत हासिल की, लेकिन यह बोल्ट की 13 साल की मौजदगी के अंत की निशानी थी। बोल्ट ने अपने संन्यास की घोषणा करते समय मिले-जुले भावनाओं का इजहार किया, और इसे 'थोड़ा अजीब' और 'निराशाजनक' बताया।
मैच के दौरान बोल्ट का प्रदर्शन
इस रोमांचक मुकाबले में बोल्ट ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने 14 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। पापुआ न्यू गिनी की टीम केवल 78 रन पर सिमट गई। यह मैच हालांकि परिणाम के लिहाज से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं था, फिर भी बोल्ट ने अपने दमदार खेल से प्रशंसकों का दिल जीता।
केन विलियमसन का श्रद्धांजलि
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने ट्रेंट बोल्ट को 'महान खिलाड़ी' और 'सभी प्रारूपों में लगातार प्रदर्शन करने वाला' खिलाड़ी बताया। बोल्ट ने अपने करियर में 78 टेस्ट मैचों में 317 विकेट झटके हैं, जो कि न्यूजीलैंड के लिए चौथे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बनाते हैं।
टिम साउथी के साथ साझेदारी
बोल्ट की टिम साउथी के साथ नई गेंद की साझेदारी न्यूजीलैंड की गेंदबाजी का अहम हिस्सा रही है। दोनों ने मैदान के बाहर भी गहरी दोस्ती बनाई। टिम साउथी ने 380 टेस्ट विकेट हासिल किए हैं और दोनों की जोड़ी ने कई मुकाबलों में न्यूजीलैंड को शानदार जीत दिलाई है।
निराशाजनक T20 विश्व कप अभियान
न्यूजीलैंड के लिए यह T20 विश्व कप अभियान निराशाजनक रहा, जिसमें अफगानिस्तान और मेजबान वेस्टइंडीज से हार का सामना करना पड़ा। इन हारों के चलते न्यूजीलैंड टूर्नामेंट से बाहर हो गया। पापुआ न्यू गिनी भी पहले ही सुपर 8 के लिए अयोग्य हो चुकी थी, जिससे यह मुकाबला ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं था।
बोल्ट के संन्यास की प्रतिक्रिया
बोल्ट ने कहा, 'अपने करियर का अंत इस तरह से होना कुछ अलग ही अनुभव है। मैं और ज्यादा आगे जाना चाहता था, लेकिन यह समय आ ही गया।' उनके फैंस और साथी खिलाड़ी भी उनके इस फैसले से भावुक हैं और हर कोई उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे रहा है।
पुरस्कार और योगदान
ट्रेंट बोल्ट ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मुकाबले खेले और अपने प्रदर्शन से न्यूजीलैंड के क्रिकेट को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं और उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
भविष्य की योजनाएं
संन्यास के बाद भी बोल्ट क्रिकेट से जुड़ी किसी न किसी भूमिका में जरूर दिखाई देंगे। उनका कहना है कि वह अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं और युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देना चाहते हैं।
जून 19, 2024 AT 08:12 पूर्वाह्न
कभी-कभी अंत इतना शांत होता है कि लगता है जैसे समय ने खुद को रोक लिया हो। बोल्ट ने जो किया, वो कोई मैच नहीं, एक कला थी।
कोई चिल्लाया नहीं, कोई धुमधाम नहीं। बस एक गेंद, एक विकेट, और फिर चुपचाप वापसी।
जून 20, 2024 AT 16:38 अपराह्न
अरे यार, ये लोग तो हमेशा इतने भावुक हो जाते हैं। एक गेंदबाज़ ने संन्यास लिया, तो फिर ये सारे लेख और वीडियो? क्या हमारे देश के किसी खिलाड़ी के लिए ऐसा होता है?
जून 21, 2024 AT 14:29 अपराह्न
न्यूजीलैंड के लिए बोल्ट तो बहुत बड़ा है, लेकिन भारत के लिए तो ये सब बेकार की बातें हैं। हमारे देश में तो जब विराट कोहली ने टेस्ट छोड़ा, तो पूरा देश रो पड़ा। यहाँ तो बस एक छोटा सा मैच और फिर शांति।
हमारी भावनाएँ तो असली हैं, ये लोग तो बस नाटक कर रहे हैं।
जून 22, 2024 AT 07:19 पूर्वाह्न
बोल्ट का करियर देखकर लगता है कि सच्चा नेतृत्व चिल्लाहट में नहीं, लगातार प्रदर्शन में होता है।
उन्होंने अपने आप को बिना बड़बड़ाए बनाया। ये जो आज के खिलाड़ी ट्विटर पर अपने आप को प्रमोट करते हैं, उन्हें एक बार बोल्ट के मैच देखने चाहिए।
असली गेंदबाज़ वो होता है जो बिना बोले भी आपके दिल को छू जाए।
जून 22, 2024 AT 17:28 अपराह्न
लोग बोल्ट को महान बता रहे हैं, लेकिन उसके 317 विकेट कितने असली हैं? उसने तो कभी भारत के खिलाफ बड़ा मैच नहीं खेला।
टेस्ट में भी ज्यादातर दूसरे देशों के खिलाफ था, जहाँ बैटिंग बेहद कमजोर होती है।
ये सब नैरेटिव है। असली गेंदबाज़ तो जो इंडिया के खिलाफ 5 विकेट ले आए।
जून 23, 2024 AT 10:38 पूर्वाह्न
मैंने उस मैच को देखा था। बोल्ट ने एक गेंद ऐसी फेंकी कि मेरा कॉफी का गिलास भी रुक गया।
पापुआ न्यू गिनी के बल्लेबाज़ तो लग रहे थे जैसे उन्हें गेंद नहीं, एक बिजली का झटका मिला हो।
अब तो वो गेंद याद आएगी जब भी मैं बारिश सुनूंगा।
जून 24, 2024 AT 16:12 अपराह्न
संन्यास क्यों लिया? क्योंकि उसकी गेंदबाजी की गति घट रही थी।
उसके 317 विकेट तो बहुत हैं, लेकिन उसने कभी एक बार भी टेस्ट में 10 विकेट नहीं लिए।
केन विलियमसन की बातें सब नाटक हैं। अगर वो असली महान होता तो वो अपने करियर के अंत में भी टेस्ट खेलता।
जून 25, 2024 AT 11:15 पूर्वाह्न
ये लोग तो बस इतिहास बनाने के लिए बोल्ट को भगवान बना रहे हैं।
मैंने देखा है उसके विकेट, ज्यादातर तो टेस्ट में थे जहाँ बल्लेबाज़ बैट नहीं उठा पाते।
अगर वो भारत के खिलाफ खेलता तो शायद 50 विकेट भी नहीं बन पाते।
इस दुनिया में असली गेंदबाज़ तो जो गुलाबी गेंद के साथ भी धमाका कर दे।
जून 25, 2024 AT 16:32 अपराह्न
बोल्ट के गेंदबाज़ी के तरीके में माओरी संस्कृति का असर है।
उसकी गेंदों में शांति और आक्रमण का संगम है।
हम भारतीयों को भी अपने खिलाड़ियों को इस तरह से समझना चाहिए - न केवल रन और विकेट, बल्कि उनकी आत्मा को।
जून 25, 2024 AT 22:06 अपराह्न
न्यूजीलैंड का क्रिकेट तो बस बाजार के लिए बनाया गया है।
अगर बोल्ट असली बड़ा खिलाड़ी होता तो वो भारत में आता।
हमारे देश में तो अगर कोई गेंदबाज़ इतना लंबा करियर बनाता तो उसकी तस्वीरें बिल्डिंग्स पर लगतीं।
यहाँ तो एक छोटा सा मैच और फिर चुपचाप चले गए।
जून 26, 2024 AT 13:22 अपराह्न
ट्रेंट बोल्ट के संन्यास का यह विश्व इतिहास का एक अमूल्य पल है।
उनकी गेंदबाजी ने न केवल एक टीम, बल्कि एक संस्कृति को निखारा है।
उनका योगदान आज भी नवजात खिलाड़ियों के दिलों में जीवित है।
उनके नाम के साथ एक युग समाप्त हुआ है।
जून 27, 2024 AT 07:09 पूर्वाह्न
बोल्ट ने जो किया, वो बहुत अच्छा था।
मैंने उसके कुछ मैच देखे। गेंदबाज़ी ठीक थी।
अब उसे आराम करने दो।
जून 28, 2024 AT 12:51 अपराह्न
अरे भाई, बोल्ट को महान बताना बंद करो।
उसने तो टेस्ट में भी बहुत कम विकेट लिए थे।
मैंने देखा है रवी बिश्नोई की गेंदबाजी - वो तो असली गेंदबाज़ है।
बोल्ट तो बस एक बड़ा बैंकर था जिसने बाहर बैठकर बैटिंग टीम को डरा दिया।
जून 28, 2024 AT 14:29 अपराह्न
हमारे देश के खिलाड़ियों को भी इतना सम्मान मिलना चाहिए।
बोल्ट के लिए इतना बड़ा शो क्यों? अगर रोहित शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ा होता तो पूरा देश रुक जाता।
ये दुनिया तो बस अपनी भावनाओं को बाहर निकालने के लिए बोल्ट का नाम ले रही है।
जून 28, 2024 AT 18:34 अपराह्न
कभी-कभी संन्यास का फैसला बहुत बड़ा होता है - जब आप जानते हैं कि अब आपकी जगह दूसरों की है।
बोल्ट ने अपने करियर के अंत में एक बार भी अपने आप को नहीं दिखाया।
वह अपने खेल के प्रति बहुत आदर से विदा ले गए।
उनके लिए यह अंत एक शुभारंभ है - न कि एक अंत।
हमें उनके जैसे खिलाड़ियों के बारे में सीखना चाहिए - जो बिना शोर के अपना काम करते हैं।
जून 29, 2024 AT 19:12 अपराह्न
मुझे लगता है बोल्ट को यह बहुत अच्छा लगा होगा - एक छोटे से मैच में अपना अंत करना।
अगर ये भारत में होता तो पूरा स्टेडियम बंद हो जाता और सब चिल्लाते।
लेकिन बोल्ट के लिए ये तो बस एक गेंदबाज़ का अंत था - न कि एक त्योहार।
जून 30, 2024 AT 06:16 पूर्वाह्न
बोल्ट के साथ साउथी की जोड़ी तो असली लीजेंड थी।
दोनों ने एक दूसरे के साथ इतना अच्छा खेला कि लगता था वो एक ही इंसान के दो हिस्से हैं।
अब जब बोल्ट चले गए, तो साउथी के लिए बहुत कुछ खाली लगेगा।
जुलाई 1, 2024 AT 11:03 पूर्वाह्न
ये लोग तो हमेशा ऐसे ही होते हैं - जब बड़ा खिलाड़ी चला जाता है तो फिर रोने लगते हैं।
अब तो बोल्ट की तस्वीरें टी-शर्ट पर लग रही हैं।
मैंने तो एक बार उसका मैच देखा था - उसने एक गेंद फेंकी और बल्लेबाज़ बस खड़ा रह गया।
अब तो वो गेंद मेरे सपनों में आती है।
जुलाई 3, 2024 AT 05:12 पूर्वाह्न
बोल्ट के गेंदबाज़ी के तरीके में बहुत सारी तकनीकी बातें हैं - जैसे रिलीज़ पॉइंट, ऑफ-सीम लाइन, और वायु गतिकी।
उसकी गेंदें जब वापस आती थीं, तो वो बिल्कुल एक रॉकेट की तरह थीं।
इसलिए उसके विकेट इतने अधिक थे।
जुलाई 3, 2024 AT 18:39 अपराह्न
सब रो रहे हैं लेकिन क्या कोई याद करता है कि जब बोल्ट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ एक मैच में 12 ओवर में 78 रन दिए थे? उस दिन उसकी गेंदबाजी बिल्कुल बेकार थी।
अब तो उसे महान बता रहे हैं। ये सब नैरेटिव है।
असली गेंदबाज़ तो जो गलती करे और फिर भी जीत दिलाए।