शेयर बाजार में सकारात्मक रुझान
सोमवार, 24 जून 2024 को भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक रुझान दिखाया। दिन के अंत में, एनएसई निफ्टी 50 36.75 अंक या 0.16% की बढ़त के साथ 23,537.85 पर बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स में भी उछाल देखा गया, और यह 131.16 अंक या 0.17% बढ़कर 77,341.08 पर बंद हुआ।
प्रमुख इंडेक्स का प्रदर्शन
बैंक निफ्टी इंडेक्स में भी 42.50 अंक या 0.08% की बढ़त रही और यह 51,703.95 पर बंद हुआ। इसके अलावा, बड़े और मध्यम आकार के शेयरों में भी मुनाफा देखा गया। हालांकि, दिन का समापन मिश्रित संकेतों के साथ हुआ, जहां कुछ सेक्टर्स ने अच्छी प्रदर्शन किया, वहीं कुछ सेक्टर्स में गिरावट भी आई।
अग्रणी और पिछड़ने वाले शेयर
एनएसई निफ्टी 50 पर महिंद्रा एंड महिंद्रा, श्रीराम फाइनेंस, ग्रासिम, पावर ग्रिड कॉर्प और सन फार्मा शीर्ष वर्धक रहे, जबकि सिप्ला, इंडसइंड बैंक, अदानी पोर्ट्स और एसईजेड, कोल इंडिया और टाटा स्टील शीर्ष घाटा उठाने वाले शेयर थे।
सेक्टर-विशिष्ट प्रदर्शन
ऑटो और एफएमसीजी सेक्टरों ने दिन के कारोबार में बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि मेटल और मीडिया सेक्टरों में गिरावट देखी गई। ऑटो सेक्टर में मांग की बढती प्रवृत्ति और एफएमसीजी सेक्टर में उपभोक्ता खर्चों में वृद्धि के कारण सकारात्मक रुझान देखा गया।
अन्य वित्तीय खबरें
क्वांट म्यूचुअल फंड ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ चल रही जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। यह जांच म्यूचुअल फंड कंपनी की कथित लाभार्थी स्वामित्व के कनेक्शन की संदिग्धताओं को लेकर हो रही है।
जेम्स और ज्वैलरी इंडस्ट्री में मई 2024 के दौरान 23.61% की वृद्धि देखी गई। इसका कारण घरेलू बाजार में तेज मांग माना जा रहा है, क्योंकि देश आगामी त्योहार सत्र के लिए तैयार हो रहा है।
चुनौतियों के बीच उम्मीद
कामा ज्वैलरी के प्रबंध निदेशक, कोलिन शाह ने इंडस्ट्री की चुनौतियों के बारे में बताया कि उद्योग ने भू-राजनीतिक तनावों और वैश्विक घटनाओं के कारण एक चुनौतीपूर्ण चरण का सामना किया है, लेकिन उन्होने आशा व्यक्त की है कि त्योहार सत्र के दौरान व्यापार गतिविधियों में धीरे-धीरे सुधार होगा।
उपरोक्त सभी घटनाओं की धीमी लेकिन महत्वपूर्ण असर भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार पर पड़ रही है। निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी महीनों में शेयर बाजार में और उछाल देखने को मिल सकता है, विशेषकर उन सेक्टरों में जिनमें हाल ही में गहरी गिरावट देखी गई है।
निवेशकों के लिए सुझाव
निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता और सूझबूझ के साथ निवेश करने का है। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार की वर्तमान स्थितियों और उथल-पुथल के मद्देनजर, दीर्घकालिक लक्ष्यों और मजबूत फंडामेंटल्स वाले शेयरों में निवेश करना अधिक सुरक्षित हो सकता है।
इसी प्रकार, त्योहारों के मौसम के दौरान मांग में वृद्धि के अनुमान के साथ, उपभोक्ता केंद्रित कंपनियों और साथ ही ऑटोमोबाइल सेक्टर में निवेशकों के लिए अवसर हो सकते हैं। जिन सेक्टरों में अभी भी अस्थिरता है, उनमें निवेश से बचना बेहतर हो सकता है।
भविष्य का अनुमापन
हर दीर्घकालिक निवेशक को यह ध्यान रखना चाहिए कि बाजार में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक हैं और एक सूचित दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है। सुरक्षा और लाभ के संतुलन को ध्यान में रखते हुए और इस बात पर फोकस करना कि कौन से सेक्टर और कंपनियां भविष्य के लिए बेहतर संभावनाएं रखती हैं, निवेशकों को बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है।
जून 26, 2024 AT 18:20 अपराह्न
इस रिपोर्ट को पढ़कर लगा जैसे बाजार थोड़ा सांस ले रहा है। अच्छा हुआ कि बैंक और FMCG ने संभाल लिया, वरना तो मेटल्स की गिरावट बहुत डरावनी लग रही थी।
जून 27, 2024 AT 09:01 पूर्वाह्न
अरे भाई, ये सब निफ्टी का जादू है जो बस 0.16% बढ़ा और सब खुश हो गए। असली गेम तो वो है जब टाटा स्टील और सिप्ला के नीचे जाने के बाद भी बैंक निफ्टी ऊपर जा रहा हो।
जून 28, 2024 AT 06:44 पूर्वाह्न
मैंने तो सिर्फ ज्वैलरी में 23% ग्रोथ देखकर अपनी बहन के लिए एक नया नेकलस ऑर्डर कर दिया। त्योहारों का मौसम है, बाजार भी बढ़ रहा है, मैं भी बढ़ रही हूँ। 😏
जून 29, 2024 AT 05:45 पूर्वाह्न
क्वांट म्यूचुअल फंड की जांच? अरे ये तो पहले से पता था। ये लोग बस लाभार्थी स्वामित्व के नाम पर निवेशकों को धोखा देते हैं। और फिर सेबी को बताते हैं ‘हम सहयोग कर रहे हैं’। ये सब नाटक है।
जून 29, 2024 AT 11:14 पूर्वाह्न
ये सेंसेक्स का 0.17% बढ़ना बिल्कुल एक आंख झपकने जैसा है। अगर तुम्हारे पास टाटा स्टील और एसईजेड हैं तो तुम्हारा बैलेंस अभी भी लाल है। बाकी सब बस फ्रेमवर्क हैं।
जुलाई 1, 2024 AT 02:50 पूर्वाह्न
ये ज्वैलरी ग्रोथ के पीछे वास्तविक बात ये है कि भारतीय घरों में शादियां और त्योहारों का तालमेल बढ़ रहा है। हमारी संस्कृति अभी भी धातु के साथ जुड़ी हुई है। ये सिर्फ बाजार नहीं, ये हमारी पहचान है।
जुलाई 2, 2024 AT 19:26 अपराह्न
अगर भारत का बाजार इतना छोटा बढ़ रहा है तो अमेरिका के सामने तो हम बस एक गांव हैं। लेकिन फिर भी, हम अपने ज्वैलरी और ऑटो सेक्टर में दुनिया को दिखा रहे हैं। ये हमारी ताकत है।
जुलाई 3, 2024 AT 00:49 पूर्वाह्न
निवेशकों को दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान देना चाहिए। बाजार की वर्तमान उथल-पुथल अस्थायी है। फंडामेंटल्स मजबूत हैं। निवेश करें। डरें नहीं।
जुलाई 4, 2024 AT 00:48 पूर्वाह्न
मैंने तो बस एक बार इस रिपोर्ट को पढ़ा और बाहर आ गया। अब तो ये सब जानकारी बस एक और चैनल पर चल रही है। बस एक बार चेक कर लेना बस काफी है।
जुलाई 5, 2024 AT 23:06 अपराह्न
अरे ये सब तो बस बाजार की आँखें बंद करके चलने का नाम है। जब तक मेटल्स और मीडिया नहीं उठेंगे, तब तक ये सब फेक न्यूज़ है। और फिर ये लोग ‘सुरक्षित निवेश’ का नाम लेते हैं।
जुलाई 6, 2024 AT 23:24 अपराह्न
हमारे देश में बाजार के नियम बनाने वाले लोगों को नियंत्रित करना होगा। अगर क्वांट फंड्स ऐसे गड़बड़ कर रहे हैं तो उन्हें बंद कर देना चाहिए। हमारा बाजार हमारा है।
जुलाई 8, 2024 AT 18:41 अपराह्न
बाजार का उतार-चढ़ाव जीवन की तरह है - कभी ऊपर, कभी नीचे। लेकिन जिनके पास अच्छे फंडामेंटल्स हैं, वो हमेशा ऊपर आते हैं। ये रिपोर्ट बस एक छोटा सा टिक-टॉक है। दीर्घकालिक दृष्टि बनाए रखें।
जुलाई 9, 2024 AT 01:39 पूर्वाह्न
मैंने तो इस रिपोर्ट को पढ़कर लगा कि ज्वैलरी में ग्रोथ बहुत अच्छी है… लेकिन अगर मैंने टाटा स्टील खरीद लिया होता तो अब तक मैं रो रही होती।
जुलाई 9, 2024 AT 11:10 पूर्वाह्न
मैं तो बस ये देख रहा हूँ कि ऑटो सेक्टर में बढ़ोतरी क्यों हो रही है। शायद लोग अब घर से बाहर निकल रहे हैं। इसका मतलब अर्थव्यवस्था ठीक हो रही है।
जुलाई 9, 2024 AT 20:18 अपराह्न
अरे भाई, ये सब बातें तो बस फॉर्मलिटी है। असली बात तो ये है कि मैंने आज अपना शेयर बेच दिया और एक दिन बाद उसे वापस खरीद लिया। लाभ तो मेरा हुआ, बाजार की बात करने की जरूरत नहीं।
जुलाई 10, 2024 AT 01:04 पूर्वाह्न
क्या ये बाजार का असली ट्रेंड है या बस एक छोटी सी रैली? अगर ऑटो और FMCG के अलावा कोई और सेक्टर नहीं उठ रहा है, तो ये बहुत अस्थिर है।
जुलाई 11, 2024 AT 18:36 अपराह्न
अगर बाजार एक व्यक्ति होता तो वो अभी बहुत थक गया होता। इतनी बार ऊपर-नीचे होने के बाद भी वो बस एक छोटा सा लाभ दिखा रहा है। ये बाजार नहीं, ये एक रात का सपना है।
जुलाई 13, 2024 AT 13:14 अपराह्न
मैंने तो सिर्फ इस बात पर ध्यान दिया कि ज्वैलरी में 23% ग्रोथ हुई है। ये बाजार की बात नहीं, ये हमारे देश के लोगों के दिलों की बात है।
जुलाई 15, 2024 AT 01:30 पूर्वाह्न
भारतीय बाजार अब तक बस अमेरिका के लिए एक बाजार था। लेकिन अब ये अपनी खुद की पहचान बना रहा है। ज्वैलरी और ऑटो की ग्रोथ देखकर लगता है कि हम अपने रास्ते पर चल रहे हैं।
जुलाई 15, 2024 AT 19:34 अपराह्न
ये बाजार तो बस एक रियलिटी शो है। जिसका निर्माता बैंक, और जिसके दर्शक निवेशक हैं। और जिसका नतीजा हमेशा एक ही होता है - जो देख रहा है, वो हार जाता है।