अरविंद केजरीवाल का कोर्ट में पेशी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तीन दिन की CBI हिरासत अवधि पूरी होने के बाद शनिवार, 29 जून 2024 को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। इस मामले में सुनवाई के दौरान केजरीवाल के वकील ने अदालत से पहले से दी गई मेडिकल छूट को जारी रखने का अनुरोध किया। वकील ने कहा कि केजरीवाल की सेहत को देखते हुए यह छूट जारी रखना आवश्यक है।
CBI की हिरासत की मांग
CBI ने अदालत से केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की, तर्क दिया कि अभियुक्त और जांच अधिकारी दोनों अदालत से मामले की डायरी नहीं मांग सकते हैं और अदालत केवल इसे देख सकती है। CBI ने पिछले निर्णयों का जिक्र करते हुए अपनी मांग को और मजबूत किया।
वकील की विरोध और याचिका
केजरीवाल के वकील ने CBI की इस मांग का विरोध किया और कोर्ट से समय मांगते हुए जमानत याचिका दायर करने की अनुमति देने का अनुरोध किया। अदालत ने केजरीवाल के वकील को इस संबंध में संबंधित अदालत में जमानत याचिका दायर करने की अनुमति प्रदान की। इस दौरान कोर्ट ने दोनों पक्षों के तर्कों को सुना और उचित आदेश दिए।
महत्वपूर्ण व्यक्तियों की उपस्थिति
इस सुनवाई में कई महत्वपूर्ण व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें केजरीवाल की पत्नी, लोकसभा सांसद संजय सिंह, विधायक सौरभ भारद्वाज, विधायक सोमनाथ भारती समेत कई प्रमुख विधायक शामिल थे। उनकी मौजूदगी ने इस मामले को और गर्माया।
CBI द्वारा गिरफ्तारी का कारण
CBI ने केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति मामले के संबंध में गिरफ्तार किया था। CBI ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने इस नीति में अनियमितता बरती है, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है।
कोर्ट की अगली प्रक्रिया
कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए एक तारीख तय की है, जहां दोनों पक्षों को अपने तर्क और सबूत पेश करने का अवसर मिलेगा। इस सुनवाई के दौरान न्यायालय यह निर्णय करेगा कि केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजा जाए या नहीं।
| तारीख | घटना |
|---|---|
| 29 जून 2024 | केजरीवाल की पेशी और CBI की हिरासत की मांग |
| 10 जुलाई 2024 | अगली सुनवाई की तारीख |
निष्कर्ष
इस मामले का असर दिल्ली की राजनीति पर गहरा हो सकता है। अरविंद केजरीवाल के खिलाफ CBI की इस कार्रवाई ने उनके समर्थकों में हलचल पैदा कर दी है। आने वाले दिनों में यह देखना रोचक होगा कि कोर्ट का निर्णय क्या होता है और इसका दिल्ली की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
जून 30, 2024 AT 13:57 अपराह्न
इस मामले में CBI का रवैया बिल्कुल सही है। अगर कोई मुख्यमंत्री है तो भी कानून के ऊपर नहीं होता। जमानत की गारंटी नहीं हो सकती जब तक सबूत सामने नहीं आ जाते।
जुलाई 1, 2024 AT 00:56 पूर्वाह्न
अरविंद केजरीवाल को अभी भी दिल्ली के लोग पसंद करते हैं... लेकिन अगर ये सच है कि शराब नीति में भ्रष्टाचार हुआ, तो फिर उनकी नीति का जो नारा था ‘साफ दिल्ली’ - वो कहाँ गया?
जुलाई 2, 2024 AT 10:01 पूर्वाह्न
अरविंद केजरीवाल ने तो अपनी शुरुआत में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ी थी... अब खुद भ्रष्टाचार के बीच फंस गए? ये तो एक बड़ा ट्रेजेडी है... जैसे आग में जलने वाला आदमी आग बुझाने का नारा लगाता है।
जुलाई 3, 2024 AT 12:25 अपराह्न
हिंदू धर्म में शराब पीना नहीं है... लेकिन राजनीति में शराब का नियंत्रण तो होना चाहिए। अगर एक राजनेता शराब के लिए अनियमितता करता है, तो वो राष्ट्र के लिए खतरा है।
जुलाई 3, 2024 AT 16:29 अपराह्न
केजरीवाल को जेल में डाल देना चाहिए। ये लोग बस वोट बटोरने के लिए नीति बनाते हैं। अब जब फंस गए तो अदालत को बहाने बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
जुलाई 5, 2024 AT 13:30 अपराह्न
कानून का पालन करो। अगर गलती हुई है, तो दंड मिलना चाहिए। कोई भी नेता अपवाद नहीं हो सकता। यह देश की आत्मा है।
जुलाई 7, 2024 AT 02:48 पूर्वाह्न
मैं नहीं जानता कि क्या सच है... लेकिन जो भी हो, अदालत फैसला करेगी। इंतजार करना होगा।
जुलाई 8, 2024 AT 14:24 अपराह्न
अरविंद केजरीवाल को अभी तक किसी ने अपने घर का नाम नहीं बदला... ये सब नाटक है। अगर वो सच में साफ होते तो अपनी पार्टी के सभी बिल जारी कर देते... लेकिन नहीं, वो तो बस लोगों को भावनात्मक तरीके से बांधे रखते हैं।
जुलाई 9, 2024 AT 02:17 पूर्वाह्न
यह देश का अंतिम आशा है कि कोई भी नेता कानून के ऊपर नहीं होता। अगर इस बार जमानत मिल गई, तो यह देश की न्यायपालिका का अंत हो जाएगा।
जुलाई 10, 2024 AT 11:14 पूर्वाह्न
हर नेता के पास एक निर्णय लेने का अधिकार होता है... लेकिन जब वो निर्णय लोगों के हित में नहीं होता, तो उसकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। अरविंद केजरीवाल को अभी भी अपने लोगों के लिए खड़े होना चाहिए।
जुलाई 11, 2024 AT 19:36 अपराह्न
क्या अगर वो बीजेपी के नेता होते तो इतना धमाका होता? ये सब राजनीति है।
जुलाई 12, 2024 AT 16:14 अपराह्न
हां, लेकिन अगर जमानत नहीं मिली तो दिल्ली में भीड़ निकल जाएगी। ये बस एक नेता नहीं, एक आकांक्षा है।
जुलाई 13, 2024 AT 09:59 पूर्वाह्न
अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दो... फिर देखो कैसे लोग गाने गाने लगते हैं। ये तो अभी तक बस एक लोकप्रिय अभिनेता है।
जुलाई 14, 2024 AT 10:21 पूर्वाह्न
कानून का निर्माण इंसान के लिए है... न कि इंसान का कानून के लिए निर्माण। यहाँ तक कि एक नेता भी एक इंसान है।