सुशांत सिंह राजपूत की चौथी पुण्यतिथि पर भावुक यादें
14 जून 2024 को सुशांत सिंह राजपूत की चौथी पुण्यतिथि मनाई गई। एक्टर ने 14 जून 2020 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनकी मौत के चार साल बाद भी, उनके चाहने वाले और परिवार उनकी याद में भावुक होते हैं। इस मौके पर उनके करीबी दोस्त और 'पवित्र रिश्ता' के सह-कलाकार महेश शेट्टी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने सुशांत के लिए न्याय की मांग की। महेश शेट्टी का यह पोस्ट सभी का ध्यान खींच रहा है।
महेश शेट्टी का भावुक पोस्ट
महेश शेट्टी, जो सुशांत के बहुत करीबी रहे हैं, उन्होंने एक लम्बे और भावुक पोस्ट में लिखा, ‘कितना और इंतजार करेंगे हम? क्या हमारे दोस्त को कभी न्याय मिलेगा? हर दिन उसका चेहरा मेरी आंखों के सामने आता है और मैं जवाब ढूंढने की कोशिश करता हूं। लेकिन अभी तक हमें जवाब नहीं मिला है।’ महेश ने सुशांत के साथ बिताए अनगिनत पलों की यादें ताजा करते हुए लिखा और न्याय की मांग की।
श्वेता सिंह कीर्ति की भावुकता
सुशांत सिंह राजपूत की बहन, श्वेता सिंह कीर्ति ने भी अपने भाई की चौथी पुण्यतिथि पर एक पुराना वीडियो शेयर किया, जिसमें सुशांत अपने परिवार के साथ मस्ती कर रहे हैं। इस वीडियो को देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। श्वेता ने लिखा, ‘हम सब तुम्हें बहुत याद करते हैं भैया। तुम हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहोगे।’ श्वेता ने भी अपने भाई के लिए न्याय की मांग करते हुए कहा कि इस मामले की सच्चाई को सामने लाना बेहद जरूरी है।
अभिषेक शर्मा की प्रतिक्रिया
सुशांत सिंह राजपूत के एक और करीबी दोस्त, अभिनेता अभिषेक शर्मा ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने सुशांत को याद करते हुए लिखा, ‘आज भी कोई तुम्हें भूला नहीं है। तुम्हारी ममता और हंसी हमें हमेशा याद रहती है।’ सुशांत की मृत्यु के बाद से ही उनके चाहने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है और हर साल उनकी पुण्यतिथि पर लोग उन्हें याद करते हैं।
सुशांत की फिल्में और करियर
सुशांत सिंह राजपूत ने अपने करियर की शुरुआत टीवी शो 'पवित्र रिश्ता' से की थी। इस शो ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने बड़े पर्दे पर भी अपना करियर संवारना शुरू किया। सुशांत की पहली फिल्म 'काय पो चे!' थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया। उनकी अभिनय क्षमता और मेहनत ने उन्हें ‘एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’, ‘सोनचिड़िया’, ‘छिछोरे’ जैसे हिट फिल्मों का हिस्सा बनाया। उनकी अंतिम फिल्म ‘दिल बेचारा’ उनकी मृत्यु के बाद रीलिज हुई और इसे दर्शकों ने सराहा।
सीबीआई जांच में देरी
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच अभी भी CBI द्वारा की जा रही है। उनके चाहने वाले और परिवार लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक इस मामले में कोई संतोषजनक निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। महेश शेट्टी, श्वेता सिंह कीर्ति और अन्य करीबी लोगों के पोस्ट यह साफ दर्शाते हैं कि वह सभी इस मामले में न्याय चाहते हैं और सुशांत की आत्मा को शांति दिलाना चाहते हैं।
सुशांत की यादें और चाहने वालों की दुआएं
सुशांत सिंह राजपूत की चौथी पुण्यतिथि पर उनके फैंस और करीबी लोग उन्हें याद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर सुशांत के चाहने वालों ने भी अपनी भावनाओं को प्रकट किया। एक ट्विट में लिखा गया, ‘सुशांत, तुम हमेशा हमारे दिलों में रहोगे। तुम्हारे जाने का दुख हमें हमेशा रहेगा, पर तुम्हारी यादें हमें हिम्मत देंगी।’ सुशांत की मौत ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैंस को गहरे सदमे में डाल दिया था, और आज भी उनका नाम एक प्रेरणा के रूप में लिया जाता है।
सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद भी उनके चाहने वालों का प्यार उनके प्रति कभी कम नहीं हुआ। उनके नाम के ट्रेंड्स सोशल मीडिया पर चलते रहते हैं, और उनकी फ़िल्मों को लोग बार-बार देखना पसंद करते हैं। उनकी याद में कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है, और उनकी पुण्यतिथि पर विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है।
सुशांत के चाहने वालों के लिए यह समय हमेशा भावुक कर देने वाला होता है। हर साल जब उनकी पुण्यतिथि आती है, तो उनके चाहने वाले और परिवार उनके साथ बिताए पलों को याद करते हैं और उनकी यादों को ताजा रखते हैं। उनकी फिल्में, उनके द्वारा किए गए सामाजिक काम और उनकी इंसानियत सभी के दिलों में बसती है।
14 जून 2024 को, सुशांत सिंह राजपूत की चौथी पुण्यतिथि पर, उनके चाहने वालों और परिवार ने उन्हें याद किया और उनके लिए न्याय की मांग की। महेश शेट्टी, श्वेता सिंह कीर्ति और अभिषेक शर्मा सहित कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए, जिनमें उन्होंने सुशांत की यादों को ताजा किया और इस मामले में जवाब मिलने की उम्मीद जताई।
जून 16, 2024 AT 16:13 अपराह्न
सुशांत का जिक्र आता है तो दिल भारी हो जाता है
उसकी हंसी और उसकी आँखों की चमक किसी और के जीवन में इतनी ताकत डाल देती थी
अब भी उसकी फिल्में देखता हूँ और लगता है जैसे वो अभी कमरे में है
कोई न्याय नहीं मिला तो भी उसकी यादें हमें जिंदा रखती हैं
उसके बिना इंडस्ट्री अधूरी लगती है
जून 17, 2024 AT 12:35 अपराह्न
मैंने तो उसकी मौत के बाद से हर दिन उसकी फिल्में देखनी शुरू कर दी थी और अब तक एक भी दिन नहीं छोड़ा क्योंकि उसकी आवाज़ मेरे दिमाग में बस गई है और जब भी मैं अकेला होता हूँ तो उसकी आवाज़ सुनने का इरादा हो जाता है और फिर रोने लग जाता हूँ और फिर अपने आप को समझाने लगता हूँ कि वो अभी भी हमारे बीच है और अगर उसकी मौत का कोई जवाब नहीं मिला तो भी हमें उसकी याद में जीना है और उसके लिए न्याय की मांग करना है क्योंकि वो एक इंसान था और उसका जीवन बर्बाद हुआ और अब तक कोई जिम्मेदार नहीं ढूंढ पाया और ये बहुत अजीब है क्योंकि उसकी फिल्मों में वो जितना जीवंत दिखता था उतना ही अब खालीपन है
जून 17, 2024 AT 23:14 अपराह्न
इस प्रकरण के संदर्भ में, न्याय की प्रक्रिया का अनुसरण एक सामाजिक दायित्व है। सुशांत सिंह राजपूत की अनिच्छित मृत्यु एक अत्यंत गंभीर घटना है, जिसके लिए विधिक और नैतिक उत्तरदायित्व का पालन अनिवार्य है। इस मामले में विलंब न केवल एक व्यक्ति के लिए अन्याय है, बल्कि भारतीय न्याय प्रणाली के विश्वास के लिए भी एक चुनौती है।
जून 18, 2024 AT 13:02 अपराह्न
सुशांत की याद के साथ, यह भी जरूरी है कि हम उसके जीवन के बारे में बात करें - उसकी दृढ़ता, उसकी विज्ञान के प्रति रुचि, उसकी छोटी-छोटी बातों में भी जुनून। न्याय की मांग जरूरी है, लेकिन उसकी विरासत को बरकरार रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उसकी फिल्में, उसके इंटरव्यू, उसकी लिखी हुई बातें - ये सब उसकी आत्मा का हिस्सा हैं।
जून 19, 2024 AT 02:28 पूर्वाह्न
ये जो न्याय की बात हो रही है वो बहुत अच्छी बात है पर अब तक क्या हुआ? कोई बड़ा नाम नहीं आया? क्या हम इतने डरे हुए हैं कि किसी बड़े आदमी के खिलाफ बोलने से? सुशांत ने जो जिंदगी जीई वो एक असली आदमी था और अब तक कोई जवाब नहीं? ये देश का नाम खराब कर रहा है और ये सब लोग जो बाहर बैठे हैं वो बस नाटक कर रहे हैं
जून 20, 2024 AT 09:51 पूर्वाह्न
मौत के बाद भी जिंदा रहना ही सच्चा जीवन है।
जून 20, 2024 AT 11:49 पूर्वाह्न
कभी-कभी लगता है कि सुशांत ने अपनी आत्मा को इतना खूबसूरती से छोड़ दिया कि अब उसकी यादें ही उसका सबसे बड़ा काम बन गई हैं। हर फिल्म, हर इंटरव्यू, हर लिखा हुआ शब्द - ये सब उसकी आवाज़ हैं। न्याय तो होगा ही, लेकिन उसकी यादें तो अब हमेशा के लिए हमारे साथ हैं।
जून 20, 2024 AT 16:45 अपराह्न
महेश शेट्टी का पोस्ट पढ़कर मुझे बहुत दर्द हुआ। उनकी भावनाएं बिल्कुल वैसी ही हैं जैसी हम सबकी हैं। सुशांत की यादें हमें सिर्फ रोने नहीं, बल्कि जीने की हिम्मत भी देती हैं। उसके बिना इंडस्ट्री अधूरी है, लेकिन उसकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी।
जून 22, 2024 AT 09:42 पूर्वाह्न
सुशांत की याद के साथ एक शांत चिंतन भी जरूरी है। उसकी फिल्मों में उसकी आत्मा का अनुभव करना एक अलग ही अनुभव है। 🙏 उसकी मौत का मामला अभी भी खुला है, और उम्मीद है कि न्याय एक दिन जरूर मिलेगा। उसके लिए न्याय की मांग करना एक इंसानी कर्तव्य है।
जून 23, 2024 AT 09:33 पूर्वाह्न
हर साल जब ये दिन आता है, तो मैं उसकी फिल्में देखता हूँ और उसके बारे में लिखता हूँ। ये एक तरह से उसके साथ बात करने का तरीका है। न्याय आएगा या नहीं - ये तो भविष्य की बात है। लेकिन उसकी यादें हमें हर दिन बताती हैं कि अच्छा इंसान बनना क्या है।
जून 24, 2024 AT 14:24 अपराह्न
sushant ki yaad aati hai toh dil dukhta hai bhai... abhi bhi koi jawab nahi aaya? ye kaise ho sakta hai? mera bhai bhi uski film dekhta tha... ab bhi dekhta hai... koi bhi nahi sunta... bas bolte rehte hai... par kuch nahi hota
जून 26, 2024 AT 11:48 पूर्वाह्न
इस मामले में न्याय की अनिवार्यता एक राष्ट्रीय दायित्व है। सुशांत सिंह राजपूत की अनिच्छित मृत्यु के बाद जांच प्रक्रिया में लगातार विलंब होना भारतीय न्याय प्रणाली के विश्वास के लिए एक गंभीर चुनौती है। यह घटना केवल एक व्यक्ति के जीवन का अंत नहीं, बल्कि समाज की नैतिकता का परीक्षण है। यह अपराध निश्चित रूप से न्याय का इंतजार कर रहा है, और हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह इस न्याय के लिए जागरूक रहे।