स्मृति मंधाना का शानदार प्रदर्शन
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की शानदार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक बार फिर से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए दूसरे वनडे मैच में मंधाना ने अपने करियर का सातवां शतक जड़कर भारतीय क्रिकेट इतिहास में खुद को अमर कर लिया है। इस मैच में मंधाना ने 120 गेंदों पर 136 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 12 चौके और 1 छक्का लगाया।
मिताली राज की बराबरी
इस शतक के साथ ही मंधाना ने मिताली राज के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है, जिन्होंने अपने वनडे करियर में कुल सात शतक बनाए थे। हालांकि, मंधाना ने यह उपलब्धि केवल 84 मैचों में हासिल की, जबकि मिताली को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए 232 मैच खेलने पड़े थे। यह दर्शाता है कि मंधाना की बल्लेबाजी कितनी प्रभावशाली और तेज है।
लगातार दूसरे शतक का कीर्तिमान
मंधाना का यह शतक खास इसलिए भी है क्योंकि यह उनका लगातार दूसरा शतक था। इससे पहले उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में 117 रनों की शानदार पारी खेली थी। भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी बल्लेबाज ने लगातार दो वनडे मैचों में शतक जड़ा हो।
टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान
मंधाना की इस पारी ने भारतीय टीम को मजबूती दी और टीम को 40वें ओवर के अंदर 200 के पार पहुंचाया। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मंधाना की उपलब्धि पर बधाई दी और भारतीय टीम के डगआउट ने उनकी इस सफलता का जमकर जश्न मनाया।
कैसे हासिल हुआ शतक?
मंधाना की इस शतक वाली पारी की शुरुआत धीमी थी, लेकिन जैसे-जैसे उनकी पारी आगे बढ़ी, उनकी स्ट्राइक रेट में भी इजाफा हुआ। उन्होंने बड़ी ही कुशलता से साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों का सामना किया। उनकी साझेदारी और समझदारी ने भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया। मंधाना को 46वें ओवर में नोन्कुलुलेको म्लाबा की गेंद पर कवर के ऊपर शॉट खेलते समय आउट कर दिया गया।
स्मृति मंधाना: एक अजेय खिलाड़ी
मंधाना इस समय भारतीय महिला क्रिकेट की एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन चुकी हैं। उनकी बल्लेबाजी न केवल आक्रामक है, बल्कि रणनीतिक रूप से भी मजबूत है। उनकी यह पारी उनके करियर की एक और मील का पत्थर साबित होगी और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
भारतीय महिला क्रिकेट का उज्ज्वल भविष्य
मंधाना की इस शानदार पारी ने एक बार फिर से साबित किया कि भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल है। भारतीय टीम में ऐसी कई खिलाड़ी हैं जो किसी भी समय टीम को जीत दिलाने का माद्दा रखती हैं। यह जीत न केवल भारतीय टीम के मनोबल को बढ़ाएगी बल्कि आगामी टूर्नामेंट्स में भी उनका आत्मविश्वास बढ़ाएगी।
भविष्य के लिए तैयारी
मंधाना और उनकी टीम की यह जीत बताती है कि भारतीय महिला क्रिकेट में अब नए कीर्तिमान स्थापित करने की क्षमता है। यह देखना रोचक होगा कि आने वाले समय में भारतीय टीम और किन-किन ऊंचाइयों को छूती है। मंधाना की बल्लेबाजी न केवल टीम के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का कारण बनी हुई है।
निष्कर्ष
स्मृति मंधाना का सातवां वनडे शतक भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। मंधाना ने न केवल मिताली राज के रिकॉर्ड की बराबरी की है बल्कि यह दिखाया है कि भारतीय महिला क्रिकेट खेल अब पहले से कहीं ज्यादा सशक्त और सक्षम है। उम्मीद है कि मंधाना और उनकी टीम इसी प्रदर्शन को जारी रखते हुए भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगी।