अमेरिका में पांचवां फोर्थ ऑफ जुलाई और कनाडाई परिप्रेक्ष्य
इस लेख में एक कनाडाई नागरिक, जो न्यूयॉर्क में स्थायी रूप से निवास करते हैं, अपने अनुभव साझा करते हैं कि कैसे वे अपने पांचवे फोर्थ ऑफ जुलाई का अनुभव कर रहे हैं। वह बताते हैं कि, हालांकि वह स्वतंत्रता दिवस की उत्सवों में भाग नहीं लेते, फिर भी यह दिन उनके लिए खास है। उनके लिए फोर्थ ऑफ जुलाई उनके जन्मभूमि, कनाडा, के लिए एक संकल्पना लेकर आता है।
कनाडा दिवस और फोर्थ ऑफ जुलाई की तस्वीर
लेखक ने प्रमुख रूप से यह प्रश्न उठाया है कि क्यों कोई उन्हें हैप्पी कनाडा डे नहीं कहता। कनाडा दिवस 1 जुलाई को मनाया जाता है और फोर्थ ऑफ जुलाई की तरह ही इसमें भी आतिशबाजी, कुकआउट और पारिवारिक विवाद शामिल होते हैं। बावजूद इसके, लेखक का मानना है कि अमेरिका के लोगों को अक्सर कनाडा के अस्तित्व की याद नहीं रहती।
उपनिवेशवाद का साया और जाने-अनजाने समानताएं
लेखक ने दोनों देशों के बीच उपनिवेशवाद और मूल निवासियों के साथ हुए अन्याय की तुलना की है। वे बताते हैं कि कैसे दोनों देशों की उत्पत्ति की कहानियों में काले अध्याय शामिल हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा दोनों ने ही अपने मूल निवासियों के साथ अत्याचार किया है और इस तथ्य को हमें स्वीकारना चाहिए।
कनाडाई परंपराओं का अंतःकरण और अमेरिका की स्मृति
लेखक का सुझाव है कि अमेरिकी लोग अपनी स्वतंत्रता दिवस की उत्सवों में कुछ कनाडाई परंपराओं को शामिल करें जैसे कि कैचअप चिप्स और सीज़र ड्रिंक्स को ब्लडी मैरीज़ के बदले में। यह न सिर्फ उनके उत्सवों में नया रंग भरेगा बल्कि उनके पड़ोसी देश के प्रति एक सम्मान भी होगा। वह अमेरिकियों से आग्रह करते हैं कि वे कनाडा के अस्तित्व को पहचाने और इस दिवस पर कुछ नया करने का प्रयास करें।
हॉट डॉग के प्रति प्रेम और हास्य के संकेत
लेखक ने अमेरिकी हॉट डॉग संस्कृति की भी तारीफ की है। वे व्यक्तिगत किस्सों और अनुभवों के माध्यम से बताते हैं कि कैसे अमेरिकी हॉट डॉग ने उनके दिल में अपनी खास जगह बनाई है। अपने मजाकिया अंदाज में, लेखक कहते हैं कि यदि उन्हें एक अच्छा हॉट डॉग मिलता है, तो वे अमेरिका का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।
इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस के इस समय, यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसी देशों की परंपराओं का ज्ञान रखें और उनके साथ एक सम्मानजनक संबंध स्थापित करें। लेखक का यह संदेश सरल है: अपने आस-पास के लोगों के प्रति थोड़ा और ध्यान दें और उत्सवों में सभी को शामिल महसूस कराएं।
जुलाई 7, 2024 AT 01:59 पूर्वाह्न
यह लेख बेकार का झंडा फहरा रहा है। कनाडा का क्या है? एक ऐसा देश जहां बर्फ के बाद भी लोग गर्म चाय पीते हैं? हम अपने आजादी के दिन को भूल रहे हैं, जबकि वे अपने बर्फीले गांवों में बैठे हैं। अमेरिका की आजादी की लड़ाई दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ी है, और यहां तक कि कनाडा भी अमेरिकी स्वतंत्रता के बिना नहीं बन सकता।
जुलाई 9, 2024 AT 00:38 पूर्वाह्न
इस लेख में जो सार्थक बातें कही गई हैं, वे बहुत गहरी हैं। हम सब अपनी स्वतंत्रता के दिन को जश्न मनाते हैं, लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि दूसरे देशों के लोग भी अपने तरीके से अपने इतिहास को सम्मान देते हैं? कनाडा और अमेरिका दोनों के इतिहास में मूल निवासियों के प्रति अत्याचार का अध्याय अपूरणीय है। यह जानना ही हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।
हॉट डॉग और सीज़र ड्रिंक की बात तो मजेदार है - लेकिन यह भी सच है कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान से न सिर्फ खाने का स्वाद बदलता है, बल्कि दिलों का भी।
हम भारत में भी अपने राष्ट्रीय उत्सवों के दौरान पड़ोसी देशों की परंपराओं को शामिल कर सकते हैं - जैसे बांग्लादेश के बर्गर या श्रीलंका के चाय के साथ विशेष डिश। यह सम्मान का एक छोटा सा तरीका है।
हमें अपने अहंकार को थोड़ा नीचे रखना होगा, तभी दुनिया एक दूसरे को समझ पाएगी।
जुलाई 9, 2024 AT 23:20 अपराह्न
अरे भाई, कनाडा के लोग फोर्थ ऑफ जुलाई पर ब्लडी मैरी पीते हैं? मुझे तो लगता है वो तो बस बर्फ खाते हैं और बोलते हैं 'sorry'।
और हां, अगर अमेरिकी हॉट डॉग अच्छा है, तो वो अमेरिका का समर्थन करेगा? तो मैं तो बस एक अच्छा समोसा खाकर भारत का समर्थन कर दूंगी।
जुलाई 11, 2024 AT 00:39 पूर्वाह्न
सोहिनी का कमेंट बिल्कुल सही है। ये बातें थोड़ी हास्यास्पद तो हैं, लेकिन इनमें एक गहरा संदेश छिपा है।
हम भारत में भी अक्सर अपने उत्सवों को बहुत अहंकार से देखते हैं - जैसे दिवाली के दिन कोई पाकिस्तानी दोस्त को गिफ्ट देने पर आपत्ति कर देता है। लेकिन अगर हम अपने दोस्तों के संस्कृति को शामिल कर लें, तो उत्सव और भी खास हो जाता है।
कनाडा के लोग अपने दिन को बहुत शांति से मनाते हैं, और यही उनकी ताकत है। अमेरिका के लोग बहुत शोर मचाते हैं, लेकिन अगर वे थोड़ा कनाडाई शांति भी अपनाएं, तो दुनिया बेहतर हो जाएगी।
जुलाई 12, 2024 AT 15:51 अपराह्न
अरे यार, मैंने तो एक बार न्यूयॉर्क में फोर्थ ऑफ जुलाई पर एक कनाडाई के साथ बर्गर खाया था - और वो बोला, 'अगर तुम्हारा हॉट डॉग बहुत अच्छा है, तो मैं तुम्हारे लिए अमेरिका का नागरिक बन जाऊंगा!' - और फिर उसने ब्लडी मैरी पी ली और बोला, 'लेकिन मैं कनाडाई ही रहूंगा, क्योंकि यहां बर्फ भी अच्छी होती है।'
मैंने उस दिन अपना दिल खो दिया।
फिर वो बोला, 'तुम्हारे देश में जब तुम चाय पीते हो, तो तुम लोग चाय के साथ जाने वाले किस्से भी पी लेते हो। हमारे यहां हम बस चाय पीते हैं और बर्फ खाते हैं।'
मैंने उसे देखकर सोचा - ये लोग बहुत अच्छे हैं।
अब मैं हर फोर्थ ऑफ जुलाई को कनाडाई बर्फ के साथ बर्गर खाकर मनाता हूं।
और अगर कोई कहे कि 'ये तो अमेरिकी नहीं है' - तो मैं बस बोल दूंगा, 'पर ये इंसान है।'
अब जब मैं किसी को गिफ्ट देता हूं, तो उसके देश की परंपरा के अनुसार चुनता हूं।
क्योंकि अगर तुम दूसरे को समझते हो, तो तुम्हारा दिल बड़ा हो जाता है।
और अगर तुम्हारा दिल बड़ा है, तो तुम अमेरिका या कनाडा नहीं, बल्कि इंसान हो।
जुलाई 13, 2024 AT 15:57 अपराह्न
इस लेख में जो बातें बताई गई हैं, वे सांस्कृतिक विनिमय के बारे में हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि अमेरिका में कनाडाई समुदाय अपने दिन को कैसे मनाता है? न्यूयॉर्क में एक बड़ा कनाडाई समुदाय है, जो अपने घरों में कनाडा डे की तरह आतिशबाजी करता है, लेकिन फोर्थ ऑफ जुलाई पर भी ब्लडी मैरी पीता है।
कनाडा डे की तरह फोर्थ ऑफ जुलाई पर भी जब आतिशबाजी होती है, तो वहां के कनाडाई लोग अपने राष्ट्रीय ध्वज को भी लहराते हैं - और फिर भी अमेरिकी लोग उन्हें बस 'अमेरिकी बन गए' समझ लेते हैं।
इसलिए जब लेखक कहते हैं कि 'हमें कनाडा की पहचान करनी चाहिए', तो वह सिर्फ एक ड्रिंक या हॉट डॉग की बात नहीं है - यह एक सामाजिक दृष्टिकोण है।
हम भारत में भी ऐसा कर सकते हैं: अगर कोई बांग्लादेशी दोस्त दिवाली पर आए, तो हम उसे रोटी-चावल नहीं, बल्कि बिरयानी दें।
यही सच्चा सम्मान है।