जब क्रान्ति गॉड, बोलर की भारत महिला क्रिकेट टीम ने 3 विकेट सिर्फ 20 रनों में लिये, तो ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025R. Premadasa स्टेडियम, कोलंबो के मैदान में धूम मच गई। भारत ने 247 सभी आउट बनाकर लक्ष्य रखा, जबकि पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम सिर्फ 159 पर पकड़ी गई, यानी 88 रन का अंतर। इस जीत ने दो लगातार मैचों में भारत को टेबल में शीर्ष पर पहुँचा दिया और पाकिस्तान को अपने विश्व कप सफर में लगातार दूसरी हार दिलाई।
मैच का सारांश
मैच की शुरुआत 15:00 बजे भारतीय मानक समय पर हुई। पाकिस्तान की कप्तान निडा दार ने टॉस जीत कर फील्डिंग का चयन किया। शुरुआती ओवरों में भारत की ओपनिंग, स्मृति मनधना और प्रतीका रावल, ने 48 रन का स्थिर साझेदारी बनाया, जिससे टीम को एक ठोस नींव मिली। मनधना 23 रनों पर लब्बो के बाद बाहर हो गईं, जबकि रावल 31 रनों पर सदीका इक़बाल की तीखी डिलीवरी के बाद पिता बनती हैं।
हर्मनप्रीत कौर, जो भारत की कप्तान और मध्यमंडलीय बॉलर हैं, उनका कीड़ा जल्दी ही टॉस के बाद ही टूट गया। उनका आउट होना टीम को एक झटका दे गया, पर रिचा घोष ने 35 तेज़ रनों की अन्तिम पारी में चमक दिखाई। इस अचानक वृद्धि से भारत 247 सभी आउट बनाकर लक्ष्य तय कर गया।
मुख्य खिलाड़ी और उनके कौशल
क्रान्ति गॉड की बॉलिंग ने पाकिस्तान की टॉप ऑर्डर को दहला दिया। उनका 3/20 का आंकड़ा, जिसमें दो विकेट पहली ओवर में ही आए, पूरी टीम के मनोभाव को बदल दिया। दीप्ति शर्मा, जो स्पिन में माहिर हैं, ने 3/45 लेकर मिश्रित बॉलिंग का समर्थन किया। उनका गजक बदला नहीं गया, पर उनका अनुभव स्पष्ट था। स्नेह राणा ने दो और विकेट लेकर पाकिस्तान की मध्यवर्ती गिरावट को तेज़ किया।
पाकिस्तान की ओर से सिद्रा अमीन ने 54 रनों की फड़फड़ाती पारी खेली, जिससे टीम को थोड़ा जीवंत करने की आशा हुई। उनकी साझेदारी नतालिया पेरवेज़ के साथ 69 रनों की थी, पर पेरवेज़ का आउट होना खेल को अस्थिर कर गया।
टर्नओवर और रणनीति
- पहले ओवर में दो तेज़ विकेट – क्रान्ति गॉड ने स्विंग बॉल पर दबाव बनाया।
- मध्यम ओवरों में दीप्ति शर्मा की स्पिन ने मध्यक्रम में फेंके हुए विकेट जमीन पर गिरा दिए।
- पीछे की पारी में स्नेह राणा ने अंत में दो रनों पर दो और विकेट लिये, जिससे लक्ष्य दूर हो गया।
क्षेत्ररक्षण में भारतीय टीम ने कई शानदार फील्डिंग रोके, जिसमें 3 तेज़ सीजेज़ और 2 कैच अवेलेबिलिटी शामिल थे। यह सामूहिक फोकस ही अंत में जीत को तय करने वाला सौदा बन गया।
इंडिया-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता की इतिहासिक पृष्ठभूमि
भारत और पाकिस्तान के बीच महिलाओं के क्रिकेट में अब तक 12-0 की रिकॉर्ड है, यानी भारत ने हर बार जीत हासिल की है। यह जीत पिछले चार हफ्तों में चार अलग-अलग स्वरूपों में हुई है – एक T20, दो ODI और अब यह वर्ल्ड कप मैच। इस लगातार जीत की पृष्ठभूमि में दो प्रमुख कारण हैं: भारत की बॉलिंग यूनिट की निरंतरता और पाकिस्तान की बॉलिंग में कमी।
‘नो-हैंडशेक’ विवाद भी इस प्रतिद्वंद्विता में नया मोड़ बन गया है। दोनों कप्तान, निडा दार और हर्मनप्रीत कौर, ने इस बार भी टॉस के बाद एक-दूसरे को सलाम नहीं किया। यह इशारा दोनों टीमों के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव को दर्शाता है, जो मैदान तक सीमित नहीं है।
भविष्य की राह और टेबल में स्थिति
इंडिया अभी दो जीत के साथ समूह चरण में शीर्ष पर है, जबकि पाकिस्तान दो हारों के साथ तालिका के सबसे नीचे है। अगले मैच में भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम से होगा, जो इस टूर्नामेंट का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी माना जाता है।
पाकिस्तान को जल्द ही रणनीति बदलाव करने की जरूरत होगी – विशेषकर अपनी मध्यक्रम की बैटिंग को सुदृढ़ करने पर ध्यान देना पड़ेगा। कोचिंग स्टाफ ने कहा है कि वे अगले दो हफ्तों में इंटेंस प्रैक्टिस सत्र रखेंगे, ताकि गेंदबाज़ी में विविधता लाई जा सके।
मुख्य तथ्य
- भारत महिला 247/10 पर सभी आउट हुईं।
- पाकिस्तान महिला 159/10 पर 33 ओवर में खत्म हुईं।
- क्रान्ति गॉड को मिला Player of the Match (3/20)।
- इस जीत से भारत की ICC महिला विश्व कप में बिंदु 4 बन गए।
- ‘नो-हैंडशेक’ विवाद अब तक चौथा बार दर्ज है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत महिला टीम की इस जीत का विश्व कप में क्या असर होगा?
दो लगातार जीत से भारत अब टेबल के शीर्ष पर है, जिससे क्वार्टर फाइनल में पहुँचने की संभावना बढ़ गई है। यदि वे अपनी बॉलिंग फॉर्म को बनाए रखती हैं, तो नॉकआउट मैच में भी मजबूत प्रदर्शन कर सकती हैं।
पाकिस्तान महिला टीम को अगली बार क्या सुधार करना चाहिए?
मुख्य समस्या टॉप ऑर्डर में साझेदारी नहीं बन पाना है। उन्हें शुरुआती ओवरों में फुटवॉक को कम करने और मध्यक्रम में स्थिरता लाने के लिए अधिक रफ्तार और सटीक शॉट्स खेलने की जरूरत है।
‘नो-हैंडशेक’ विवाद क्यों बना हुआ है?
यह विवाद राजनीतिक तनाव और खेल के बाहर के मुद्दों के कारण है। दोनों देशों की क्रिकेट बोर्डों ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इस प्रथा को बंद करने की घोषणा नहीं की, जिससे ये इशारे खेल के हर मंच पर दोहराए जा रहे हैं।
क्रान्ति गॉड का भविष्य में क्या संभावित भूमिका होगी?
क्रान्ति गॉड ने इस मैच में दिखाया कि वह विशेष दबाव वाले पलों में भी कूल रह सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वह टीम की प्रमुख पेसिंग लीडर बनेंगी और अगले टूर्नामेंट में भी मैच‑विनिंग ओवर देती रहेंगी।
अगला भारत बनाम कौन सी टीम का सामना होगा?
भारत की अगली प्रतियोगिता इस दौर में ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के खिलाफ होगी, जो इस विश्व कप में सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है। इस मैच से टॉप दो जगहों की लड़ाई और तीव्र हो जाएगी।
अक्तूबर 6, 2025 AT 00:33 पूर्वाह्न
क्रान्ति गॉड ने जब 3 विकेट 20 रन पर ले लिए तो पूरे पिच पर हवा बदल गई। इस तरह की तेज़ बॉलिंग देखना हर भारतीय को गर्व से भर देता है। टीम का टॉप पर पहुंचना वाकई में काबिले तारीफ़ है।
अक्तूबर 6, 2025 AT 01:56 पूर्वाह्न
अरे वाह, तो फिर टीम को 'बॉलर की बैटर' कहने की ज़रूरत नहीं रही, खुद ही सब संभाल लिया। लेकिन याद रहे, अगले मैच में ऑस्ट्रेलिया के सामने वही कमाल नहीं चल पाएगा।
अक्तूबर 6, 2025 AT 03:20 पूर्वाह्न
भारत की बॉलिंग तो हमेशा ही दबाव में चमकती है, इस जीत से आत्मविश्वास और बढ़ा है। आगे की म्याच में टीम को सिर्फ अपने प्लान पर टिका रहना चाहिए।