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पोप फ्राँसिस का निधन: वेटिकन की पारंपरिक प्रक्रियाएँ, अंतिम संस्कार और नए पोंटिफ के चुनाव की तैयारियाँ

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पोप फ्राँसिस का निधन: वेटिकन की पारंपरिक प्रक्रियाएँ, अंतिम संस्कार और नए पोंटिफ के चुनाव की तैयारियाँ
नेहा मिश्रा 0 टिप्पणि

पोप फ्राँसिस का निधन: वेटिकन की पारंपरिक तैयारियों की शुरुआत

पोप फ्राँसिस के निधन ने वेटिकन में एक भावनात्मक और ऐतिहासिक दौर की शुरुआत कर दी है। 21 अप्रैल 2025, की सुबह जैसे ही उनके निधन की खबर निकली, वैसे ही वेटिकन के प्राचीन और सख्त प्रोटोकॉल सक्रिय हो गए।

पोप फ्राँसिस 88 वर्ष की उम्र में हमेशा की तरह Casa Santa Marta में थे, जिसे वे अपने पोप कार्यकाल में निवास के लिए चुना करते थे। निधन के तुरंत बाद कार्डिनल केविन फैरेल—जो इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी, यानी कैमर्लेंगो की भूमिका निभा रहे हैं—ने मृत्यु की पुष्टि और सारे औपचारिक दस्तावेज तैयार कराए। पोप के परिवार के कुछ खास सदस्य, प्रमुख वेटिकन अधिकारी, और कार्डिनल्स के साथ यह भावुक समारोह महज एक घंटे में पूरा कर लिया गया।

इस बीच, वेटिकन के भीतर जो अपार्टमेंट पोप के नाम पर पारंपरिक तौर पर सुरक्षित रहता है, उसे विधिवत सील कर दिया गया। दिलचस्प बात यह है कि फ्राँसिस के संपूर्ण काल में वह पोप अपार्टमेंट कभी खुला ही नहीं। अंतिम प्रमाणपत्र वेटिकन के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आंद्रेआ आर्कान्जेली ने जारी किया, जिसमें मृत्यु का कारण: स्ट्रोक, कोमा और हृदय की विफलता बताया गया।

अंतरिम प्रबंधन और नए पोप के चुनाव के रास्ते

अंतरिम प्रबंधन और नए पोप के चुनाव के रास्ते

21वीं सदी के इस बड़े धार्मिक परिवर्तन के वक्त वेटिकन प्रशासन सड़क से संसद तक चर्चा में आ गया है। जैसे ही पोप का निधन उद्घोषित हुआ, वैसे ही कार्डिनल परिषद ने प्रशासन की बागडोर संभाली। 22 अप्रैल को, कार्डिनल परिषद ने अपने खास सत्र में तय किया कि 26 अप्रैल को पोप का अंतिम संस्कार सेंट पीटर्स बेसिलिका में किया जाएगा। इस दौरान कार्डिनल्स पारोलिन, रे और आर्चबिशप पेना पर्रा सीनियर व्यवस्थाओं में व्यस्त देखे गए।

पोप के निधन के बाद चर्च की सर्वोच्च सत्ता खाली मानी जाती है, जिसे 'सेडे वेकांते' कहा जाता है। इस अवधि में कोई भी बड़ा धार्मिक फैसला नहीं लिया जा सकता। प्रशासनिक कामकाज सिर्फ सीमित होते हैं और कैमर्लेंगो की देखरेख में चलाए जाते हैं। अगले कदम के रूप में, नया पोप चुनने के लिए 'कॉनक्लेव' होगा—जिसकी शुरुआत आमतौर पर अंतिम संस्कार के 15 से 20 दिनों के भीतर होती है। इसमें दुनिया भर के प्रमुख कार्डिनल्स गुप्त मतदान के लिए इकट्ठा होते हैं।

  • 21 अप्रैल 2025: पोप फ्राँसिस का निधन और प्रोटोकॉल की शुरुआत
  • 22 अप्रैल 2025: कार्डिनल परिषद का विशेष सत्र
  • 26 अप्रैल 2025: सेंट पीटर्स बेसिलिका में अंतिम संस्कार की पुष्टि
  • अप्रैल अंत या मई के पहले सप्ताह: पोप चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना

हर बार की तरह, इस बार भी कयास और चर्चा है कि अगला पोप कौन होगा और चर्च अपनी नई दिशा किसके हवाले करेगा। दुनियाभर के कैथोलिकों की निगाह वेटिकन पर टिकी हैं, जहां सदियों पुरानी परंपराएं और आधुनिकताएं एक साथ अहम मोड़ पर आ मिली हैं।

नेहा मिश्रा
नेहा मिश्रा

मैं समाचार की विशेषज्ञ हूँ और दैनिक समाचार भारत पर लेखन करने में मेरी विशेष रुचि है। मुझे नवीनतम घटनाओं पर विस्तार से लिखना और समाज को सूचित रखना पसंद है।

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