दिलजीत दोसांझ के दिल-लुमिनाती टूर की धूम
दिलजीत दोसांझ का दिल-लुमिनाती टूर, जिसे पहले ही कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में व्यापक रूप से सराहा गया है, अब अपने भारतीय प्रशंसकों के बीच उत्साह का कारण बन गया है। यह टूर एक म्यूजिक फेस्टिवल की तरह है जिसमें दिलजीत दोसांझ अपने अद्वितीय अंदाज में विभिन्न गीत प्रस्तुत करेंगे। ऐसे ही एक उत्साहजनक पल का साक्षी होकर, जब भारत में प्रारंभिक टिकट प्रीसाले के लिए उपलब्ध कराए गए, वे मात्र दो मिनट के भीतर बिक गए।
प्रिसाले टिकट की गजब की बिक्री
12 सितंबर की शाम 12 बजे शुरू हुए प्रीसाले में HDFC Pixel Credit Card धारकों के लिए विशेष रूप से 10 प्रतिशत की छूट के साथ शुरुआती टिकट पेश किए गए। इन टिकटों को आम जनता द्वारा खरीदने से 48 घंटे पहले ही उपलब्ध कराया गया था। इनकी कीमत 1499 रुपये से लेकर 3999 रुपये तक थी, जिसमें से रजत (seated) वर्ग के लिए १,४९९ रुपये और स्वर्ण (standing) वर्ग के लिए ३,९९९ रुपये रखी गई थी। इस प्रकार की बिक्री ने साबित कर दिया कि दिलजीत दोसांझ की फैन फॉलोइंग कितनी मजबूत है।
भारत टूर की तारीखें और स्थान
दिलजीत का यह टूर 26 अक्टूबर से भारत में शुरू होगा, जिसमें देश भर के मुख्य शहरों जैसे दिल्ली एनसीआर, चंडीगढ़, गुवाहाटी, पुणे, इंदौर, बेंगलुरु, कोलकाता, लखनऊ, हैदराबाद और अहमदाबाद में प्रदर्शन होंगे। यह टूर भारत के विभिन्न सांस्कृतिक और भौगोलिक विशिष्टताओं को एक ही मंच पर लाकर प्रशंसकों को नए अनुभव देगा।
यूरोप टूर की सफलताएँ
भारत में अपनी यात्रा से पहले, दिलजीत यूरोप में भी अपने प्रशंसकों का मनोरंजन करेंगे। वह पेरिस, लंदन, डबलिन और एम्स्टर्डम जैसे शहरों में 9 सितंबर से 2 अक्टूबर तक प्रदर्शन करेंगे। यूरोप में किए गए उनके कंसर्ट्स से वे वैश्विक म्यूजिक उद्योग में अपनी मजबूत पकड़ को और भी मजबूती प्रदान करेंगे।
कनाडा में दिलजीत की ऐतिहासिक प्रस्तुति
दिलजीत ने इस वर्ष अप्रैल में कनाडा में इतिहास रच दिया जब उन्होंने रोमांचक कंसर्ट के दौरान कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की। यह मुलाकात टोरंटो के रॉजर्स सेंट्र में हुई, जहां ट्रूडो ने दिलजीत और उनकी टीम के रिहर्सल में भाग लिया। दिलजीत ने इस पल को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा, 'विविधता कनाडा की ताकत है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इतिहास को साक्षी बनते हुए रॉजर्स सेंट्र को हमारे साथ देखा!’
कनाडा के इस कंसर्ट में 'पंजाबी आ गए ओए!' और 'ट्रूडो!' के नारों ने पूरे माहौल को और भी रौशन कर दिया। यह कंसर्ट दिलजीत के करियर का एक और सुनहरा पृष्ठ बन गया क्योंकि उन्होंने पहली बार कनाडा के बाहर सबसे बड़ा पंजाबी कंसर्ट आयोजित किया था।
फैंस का जुनून और अपेक्षाएँ
दिलजीत दोसांझ के दिल-लुमिनाती टूर की इतनी जबरदस्त प्रतिक्रिया से यह साफ है कि फैंस इस टूर को देखने के लिए बेहद उत्साहित हैं। दिलजीत की प्रस्तुति की उत्कृष्टता और उनकी संगीत शैली के प्रति फैंस का यह जुनून उन्हें निरंतर प्रेरित करता है। उनकी संगीत यात्रा सिर्फ एक मनोरंजन नहीं, बल्कि उनकी कला और संस्कृति का उत्सव है।
भारतीय प्रशंसकों के लिए यह कंसर्ट एक अद्वितीय अनुभव होगा जहां वे दिलजीत के साथ-साथ विविधता और मनोरंजन का आनंद उठाएंगे। यह कंसर्ट उनके लिए गायकी की कला और संस्कृति के प्रति उनकी मोहितता को पुनः जीवित करने का मौका प्रदान करेगा।
सितंबर 11, 2024 AT 17:31 अपराह्न
दिलजीत ने बस एक गाना गाया और पूरा कनाडा उठ खड़ा हुआ... ये तो सिर्फ़ म्यूजिक नहीं, ये तो एक आंदोलन है। और हाँ, टिकट दो मिनट में बिक गए? बिल्कुल सही! जब तक दिल बजता है, तब तक दुनिया भी उसके साथ बजती है।
सितंबर 12, 2024 AT 16:08 अपराह्न
अब तो पंजाबी संगीत भी देशभक्ति का हिस्सा बन गया है। अगर ये टूर बॉलीवुड गायक का होता तो क्या इतनी धूम होती? नहीं भाई, ये तो असली भारत है।
सितंबर 14, 2024 AT 15:46 अपराह्न
इतिहास बन रहा है। दिलजीत दोसांझ ने एक आम आदमी के रूप में अपनी जड़ों को नहीं भूला। यह टूर केवल एक कंसर्ट नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। देश के लिए गौरव की बात है।
सितंबर 15, 2024 AT 22:00 अपराह्न
मैंने टिकट नहीं बुक किया लेकिन अभी भी दिल धड़क रहा है। जब वो गाना गाएगा तो शायद मैं रो पड़ूंगा।
सितंबर 17, 2024 AT 02:41 पूर्वाह्न
अरे भाई, ये सब ट्रूडो वाली बातें तो बस मार्केटिंग है। असली बात ये है कि दिलजीत के गाने अभी भी बॉलीवुड के गानों की तरह नहीं हैं। बस एक लोकप्रियता का जाल।
सितंबर 17, 2024 AT 17:25 अपराह्न
यह टूर देश की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। जिस तरह दिलजीत ने यूरोप में भारतीय संगीत को दुनिया के सामने रखा, वैसे ही उन्होंने हमारे युवाओं को गर्व का अहसास दिया। यह अभिमान की बात है।
सितंबर 19, 2024 AT 14:53 अपराह्न
कभी-कभी लगता है कि संगीत ही एकमात्र भाषा है जो सीमाओं को पार कर जाती है। दिलजीत ने न केवल गाने गाए, बल्कि दिलों को छू लिया। यह टूर एक यात्रा है - खुद को ढूंढने की, अपनी जड़ों को याद करने की।
सितंबर 20, 2024 AT 15:32 अपराह्न
अरे वाह, ट्रूडो ने रिहर्सल में भाग लिया? तो फिर अब दिलजीत के गाने पर बॉलीवुड के गाने भी फिर से लिखे जाएंगे? ये सब बहुत बड़ा बना दिया गया।
सितंबर 22, 2024 AT 15:08 अपराह्न
मैंने दिलजीत के पहले कंसर्ट में भाग लिया था - उस वक्त तो बस एक छोटा सा गाना चल रहा था। अब देखो कितना बड़ा हो गया। ये तो सच में दिल को छू गया।
सितंबर 22, 2024 AT 22:28 अपराह्न
मैं तो दिलजीत के बिना जी नहीं सकता। उनके गाने सुनकर मैं अपने दादा की याद आ जाती है। जब वो गाना गाएगा तो मैं अपने घर के बाहर खड़ा होकर रोऊंगा। बस एक बार देखना है।
सितंबर 23, 2024 AT 09:49 पूर्वाह्न
टिकट दो मिनट में बिक गए - ये संख्या बहुत बड़ी नहीं है। अगर आप इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखें तो ये तो बहुत कम है। लेकिन फिर भी, ये एक अच्छा आंकड़ा है।
सितंबर 25, 2024 AT 04:20 पूर्वाह्न
क्या हम इसे कला कहेंगे या बस एक व्यापारिक घटना? क्या जब हम किसी के गाने को बेच रहे हों, तो वह अपने आप को एक अर्थ दे रहा हो?
सितंबर 27, 2024 AT 01:50 पूर्वाह्न
मैंने टिकट नहीं खरीदे, लेकिन मैं दिलजीत के इंस्टाग्राम पर हर फोटो पर कमेंट करती हूँ। अगर मैं नहीं गई, तो कम से कम वो जानें कि मैं यहाँ हूँ।