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बिटकॉइन $124,000 तक पहुंचा: फेडरल रिज़र्व कट, ETF जलते धंधे और सरकारी शटडाउन की दुविधा

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बिटकॉइन $124,000 तक पहुंचा: फेडरल रिज़र्व कट, ETF जलते धंधे और सरकारी शटडाउन की दुविधा
Jonali Das 20 टिप्पणि

बिटकॉइन ने मध्य‑अगस्त 2025 में $124,000 का रिकॉर्ड तहलका मचाया, लेकिन शुरुआती अक्टूबर तक कीमतें $118,500 के करीब लौट आईं। यह उछाल दो बड़े मोटरों – बड़े पैमाने पर ETF प्रवाह और फेडरल रिज़र्व की दर कटौती – से चला, जबकि नई सरकारी शटडाउन की अनदेखी नहीं की जा सकी। इस लेख में हम इस आंदोलन के मुख्य कारण, प्रमुख खिलाड़ी और आगे क्या संभावनाएँ हैं, इस पर नज़र डालेंगे।

बिटकॉइन की कीमत में असाधारण उछाल

जब ब्लैकरॉक ने जनवरी 2024 में अपना स्पॉट बिटकॉइन ETF, iShares Bitcoin Trust (IBIT), लॉन्च किया, तो बाजार में हलचल शुरू हुई। मार्च 2024 तक IBIT के पास $57 अरब की संपत्ति जमा हो गई – लगभग आधी दुनियाभर की बिटकॉइन ETF मिलकर $57 अरब के आंकड़े को छू गई। दिसंबर 2024 तक बिटकॉइन ETF ने कुल 51,500 BTC जमा कर ली, जो उस महीने के माइनिंग आपूर्ति से लगभग तीन गुना अधिक है। इस ‘सप्लाई शॉक’ ने कीमत को ऊपर की ओर धकेला, और महीनों में बिटकॉइन की कीमत 30 % से अधिक बढ़ी।

ETF प्रवाह और संस्थागत खरीदारी

ETF का उदय सिर्फ नई संपत्ति वर्ग नहीं था; यह संस्थागत पूँजी का सीधे बिटकॉइन बाजार में प्रवाह था। BlackRock के अलावा Vanguard, Fidelity और Invesco जैसे बड़े मैनेजर्स ने भी खुद के Bitcoin Trust शुरू किए। इन फंडों ने साल‑दर‑साल निवेशकों के पोर्टफ़ोलियो को डिजिटल गोल्ड की ओर मोड़ दिया, जिससे कीमत में स्थिरता और समर्थन का नया स्तर स्थापित हुआ।

फेडरल रिज़र्व की दर कटौती और बाजार की तरलता

सितंबर 2025 में फेडरल रिज़र्व ने बेंचमार्क रेट को 4.00‑4.25 % तक घटा दिया। इस कदम ने बाजार में तरलता का इंजेक्शन कर दिया, जिससे जोखिम भरे संपत्तियों में पूँजी प्रवाह तेज़ हुआ। फेडरल रिज़र्व की इस नीति को कई विश्लेषकों ने बिटकॉइन के बुलिश रुझान का मुख्य कारण बताया, क्योंकि कम ब्याज दरें निवेशकों को पारंपरिक बॉन्ड्स की बजाय उच्च रिटर्न वाले डिजिटल एसेट्स की ओर मोड़ती हैं।

सरकारी शटडाउन और नियामक अनिश्चितता

अक्टूबर 1, 2025 को संयुक्त राज्य सरकार ने सात साल में पहली बार शटडाउन का सामना किया। इसका कारण कांग्रेस में स्वास्थ्य खर्च को लेकर मतभेद था: रिपब्लिकन मेडिकेड में कटौती चाहते हैं, जबकि डेमोक्रेट्स एएफडी (Affordable Care Act) की सुरक्षा चाहते हैं। इस शटडाउन ने लगभग 750,000 फेडरल कर्मचारियों को फर्लॉज किया और कई नियामक एजेंसियों, जैसे SEC और CFTC, को गैर‑आवश्यक कार्यों से रोक दिया। परिणामस्वरूप क्रिप्टो‑स्पेस में कई नियामक फाइलिंग और रिपोर्टें रुक गईं, जिससे फेडरल रिज़र्व को भी आर्थिक डेटा का अभाव रहा और उसकी मार्च 29, 2025 की FOMC बैठक में नीति निर्धारण असमान हो गया।

अमेरिका सरकार का शटडाउनसंयुक्त राज्य अमेरिका के चलते पोलिमार्केट पर भविष्यवाणी बाजारों ने 56 % संभावना बताई कि शटडाउन 15  अक्टूबर के बाद भी जारी रहेगा। इस अनिश्चितता ने बिटकॉइन के लिए जोखिम कारक जोड़े, क्योंकि निवेशकर्ता अब दोहरी दिशा में देख रहे हैं – एक ओर बुलिश ETF इनफ़्लो, दूसरी ओर नियामक बाधाएँ।

भविष्य की संभावनाएँ और विशेषज्ञ राय

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ChatGPT ने 31  अक्टूबर 2025 तक बिटकॉइन को $128,000‑$136,000 के रेंज में दिखाया, विशेष रूप से $132,000 को बेस‑केस लक्ष्य माना। अगर मौज‑मस्ती और ETF इनफ़्लो तेज़ी से जारी रहे तो $140,000 से ऊपर भी जा सकता है; वरना नियामक झड़प या डेटा गैप के कारण $120,000 तक गिरावट संभव है।

एक प्रमुख विश्लेषक अली मार्टिनेज, क्रिप्टो एनालिस्ट स्वतंत्र विश्लेषक ने 4 अक्टूबर को X (ट्विटर) पर कहा: “जब तक बिटकॉइन $117,650 से ऊपर रहता है, ग्लासनोड के MVRV एक्सट्रीम डिविएशन बैंड संकेत देते हैं कि $139,800 की नई रेकॉर्ड ऊँचाई संभव है।” लेकिन उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि शटडाउन की लम्बी अवधि और संभावित नियामक प्रतिबंध कीमत को जल्दी‑जल्दी नीचे खींच सकते हैं।

एथेरियम की “Fusaka” अपग्रेड भी इस साल प्रमुख तकनीकी नवाचारों में से एक है, जिससे क्रिप्टो इकोसिस्टम की समग्र आकर्षण शक्ति बढ़ेगी। संस्थागत निवेशकों का भरोसा अब सिर्फ बिटकॉइन तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे डिजिटल एसेट क्लास तक विस्तारित हो रहा है। फिर भी, अस्थिरता और नियामक अनिश्चितता हमेशा मौजूद रहेंगे, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहना पड़ेगा।

Frequently Asked Questions

बिटकॉइन के ऊपर $124,000 की रिकॉर्ड कीमत किस कारण से हुई?

रजिस्टर में सबसे बड़े कारण थे बड़े पैमाने पर ETF निवेश, विशेषकर ब्लैकरॉक के iShares Bitcoin Trust ने $57 अरब की पूँजी जमा की, और फेडरल रिज़र्व द्वारा जारी दर कटौती ने बाजार में तरलता बढ़ाई। दोनों कारकों ने मिलकर सप्लाई‑शॉक और मांग‑बढ़ोतरी को उत्तेजित किया।

सरकारी शटडाउन बिटकॉइन को कैसे प्रभावित करता है?

शटडाउन ने SEC और CFTC जैसे नियामक एजेंसियों की कार्यवाही को धीमा कर दिया, जिससे नए फ़ाइलिंग और नियामक स्पष्टता में देरी हुई। साथ ही, प्रमुख आर्थिक आँकड़े जैसे नॉन‑फ़ार्म पेरोल और CPI के डेटा भी लटक गये, जिससे फेडरल रिज़र्व की नीति‑निर्धारण में अनिश्चितता बढ़ी। यह दो‑तरफ़ा दबाव बिटकॉइन के लिए जोखिम कारक बनता है।

आगामी FOMC मीटिंग में बिटकॉइन के लिए क्या उम्मीदें हैं?

अक्टूबर 29, 2025 को होने वाली मीटिंग में 25 बेसिस पॉइंट की दर कटौती की व्यापक उम्मीद है, परंतु आर्थिक डेटा की कमी से फेडरल रिज़र्व को सटीक दिशा तय करने में मुश्किल होगी। यदि दर कटौती जारी रही, तो बटी हुई तरलता बिटकॉइन को समर्थन दे सकती है; अन्यथा कीमत में अस्थायी गिरावट हो सकती है।

आली मार्टिनेज की भविष्यवाणी कितनी भरोसेमंद है?

मार्टिनेज ने ग्लासनोड के MVRV एक्सट्रीम डिविएशन मॉडल का उपयोग किया है, जो ऐतिहासिक रूप से मौजूदा ऑफ़र‑डिमांड असंतुलन को दिखाता है। उन्होंने कहा कि यदि समर्थन स्तर $117,650 से नीचे नहीं गिरता, तो $139,800 तक की प्रवेश संभावनाएँ बनी रहती हैं। परन्तु यह विश्लेषण भी शटडाउन और संभावित नियामक कदमों से प्रभावित हो सकता है।

भविष्य में बिटकॉइन की कीमत के लिए प्रमुख जोखिम कौन‑से हैं?

मुख्य जोखिमों में नियामक प्रतिबंध, सरकारी शटडाउन का लम्बा चलना, और आर्थिक डेटा की अनिश्चितता शामिल हैं। साथ ही, यदि ETF प्रवाह में गिरावट आती है या फेडरल रिज़र्व पुनः दरें बढ़ाता है, तो कीमतें तेज़ी से घट सकती हैं। इन सभी कारकों को देखते हुए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।

Jonali Das
Jonali Das

मैं समाचार की विशेषज्ञ हूँ और दैनिक समाचार भारत पर लेखन करने में मेरी विशेष रुचि है। मुझे नवीनतम घटनाओं पर विस्तार से लिखना और समाज को सूचित रखना पसंद है।

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टिप्पणि (20)
  • Shreyas Badiye
    Shreyas Badiye

    अक्तूबर 6, 2025 AT 01:16 पूर्वाह्न

    बिटकोइन की नई हाई 124k सच में दिल धड़काता है 😊
    ETF के भारी इनफ़्लो ने बाजार में वैभव का रंग भरा है।
    फेड की दर कटौती ने तरलता को फुहारा बना दिया।
    यह दो ताकतें मिलकर कीमत को आसमान छू रही हैं।
    लेकिन हम भूल नहीं सकते कि इकोनॉमी में कई अनिश्चितताएँ भी चल रही हैं।
    सरकारी शटडाउन ने नियामक गति को धीमा कर दिया है।
    फिर भी संस्थागत निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है।
    ब्लैकरॉक के IBIT जैसे फंड्स ने अल्पकाल में अरबों की पूँजी जमा की।
    इस पूँजी का हिस्सा फिर बिटकोइन की खरीद में लगा है।
    इसलिए सप्लाई‑शॉक की स्थिति पैदा हुई है।
    हम देख सकते हैं कि बाय‑साइड ट्रेंड अभी भी तेज़ है।
    लेकिन कीमत 140k पर पहुंचने से पहले कुछ जोखिम कारक आ सकते हैं।
    फेड की आगे की नीति और डेटा की कमी इस पर असर डाल सकती है।
    शटडाउन के लंबे चलने से निवेशकों का मनोबल घट सकता है।
    फिर भी, अगर ETF इनफ़्लो जारी रहा, तो बड़ा ब्रीक थ्रू संभव है।
    तो चलिए, आशावाद के साथ देखते हैं, और अपनी पोर्टफोलियो में समझदारी से अलोकॅट करें 😎

  • Jocelyn Garcia
    Jocelyn Garcia

    अक्तूबर 6, 2025 AT 17:56 अपराह्न

    बिटकोइन की इस तेज़ उछाल को देख कर दिल खुश हो जाता है। लेकिन याद रखना चाहिए कि हर बुलिश मार्केट में सावधानी जरूरी है। अपने पोर्टफ़ोलियो को विविध बनाकर जोखिम कम रखें। आगे भी अगर ETF इनफ़्लो जारी रहेगा तो उम्मीदें बनी रहेंगी।

  • Sagar Singh
    Sagar Singh

    अक्तूबर 7, 2025 AT 10:36 पूर्वाह्न

    रोक नहीं सकता ये उत्साह! ETF की धूम और फेड की दर कट ने बिटकोइन को सुपरहीरो बना दिया

  • aishwarya singh
    aishwarya singh

    अक्तूबर 8, 2025 AT 03:16 पूर्वाह्न

    शटडाउन की अनिश्चितता के बावजूद बाजार अभी भी जीवंत रह रहा है

  • Ajay Kumar
    Ajay Kumar

    अक्तूबर 8, 2025 AT 19:56 अपराह्न

    अरे यार, ये बिटकोइन किंग है मैन! 124k का रेकॉर्ड तो बस शुरुआत है, आगे का जादू देखेंगे हम सब। एटीएफ का जलवा और फेड की स्लीपिंग रेट दोनों ने मिलके इसको रॉकेट बना दिया, वाकई में ब्रो!!!

  • somiya Banerjee
    somiya Banerjee

    अक्तूबर 9, 2025 AT 12:36 अपराह्न

    श्रेयस भाई, तुमने बिलकुल सही कहा! पर मेरा मानना है कि शटडाउन का असर ज्यादा गहरा होगा, खासकर जब रेगुलेटर से जुड़ी फैसले रुकेंगे। इस कारण बिटकोइन की कीमत जल्दी नीचे गिर सकती है।

  • Rahul Verma
    Rahul Verma

    अक्तूबर 10, 2025 AT 05:16 पूर्वाह्न

    जोक्लिन, फेड की दर कट तो बस शेडो लैंडस्केप का हिस्सा है, असल में ये बड़े बैंकिंग एलिट्स की प्लान है कि डिजिटल गोल्ड को कंट्रोल करें। यह सब एक बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा हो सकता है, इसलिए सावधान रहना चाहिए

  • Vishnu Das
    Vishnu Das

    अक्तूबर 10, 2025 AT 21:56 अपराह्न

    सागर, तुम्हारी उत्सुकता सराहनीय है, लेकिन तथ्य यह है, कि ETF का वॉल्यूम जब अचानक बढ़ता है, तो बाजार में अस्थिरता भी बढ़ती है; इस कारण, निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए, विशेषकर जब फेड की नीति भी बदल रही है।

  • sandeep sharma
    sandeep sharma

    अक्तूबर 11, 2025 AT 14:36 अपराह्न

    ऐश्वarya, शटडाउन के दवाब को देखते हुए, हमें चाहिए कि हम अपने निवेश को थोड़ा हटा कर, सॉफ़्ट एसेट्स या गोल्ड में भी बाँटें। इस तरह की रणनीति से संभावित नुकसान को कम किया जा सकता है।

  • pragya bharti
    pragya bharti

    अक्तूबर 12, 2025 AT 07:16 पूर्वाह्न

    बिटकोइन की उछाल सिर्फ अंक नहीं, बल्कि हमारे विश्वास की प्रतिच्छाया है। जब फेड दर घटाता है, तो वह एक नई संभावना खोलता है, और जब ETF जैसे पूँजी का सागर धकेलता है, तो वह एक नई लहर बनती है। इस दोहरे प्रवाह को समझना, स्वयं में एक आध्यात्मिक यात्रा है।

  • ARPITA DAS
    ARPITA DAS

    अक्तूबर 12, 2025 AT 23:56 अपराह्न

    वास्तव में, इस मौजूदा बुलिश मॉडल पर एक बौद्धिक विश्लेषण आवश्यक है; ETF की धारा और मौद्रिक नीति का समंवय, एक जटिल तंत्र को दर्शाता है। लेकिन शॉर्ट-टर्म जोखिम, विशेषकर नियामक अनिश्चितताएँ, को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

  • Sung Ho Paik
    Sung Ho Paik

    अक्तूबर 13, 2025 AT 16:36 अपराह्न

    आरपिता जी, बिल्कुल सही कहा आपने! इस जटिल तंत्र को समझने के लिए हमें डेटा‑ड्रिवेन इनसाइट्स की जरूरत है 🤓। अगर ETF इनफ़्लो बना रहे और फेड दर कम रहे, तो केविन कोर टेकनॉलॉजीज की तरह यह भी आगे बढ़ेगा 🚀।

  • Sanjay Kumar
    Sanjay Kumar

    अक्तूबर 14, 2025 AT 09:16 पूर्वाह्न

    इन सब बातों में इतना हंगामा क्यों? असली बात ये है कि बिटकोइन की कीमत सिर्फ सप्लाई‑डिमांड से चलती है, न कि अफवाहों से। अगर आपगण सिर्फ टेक्निकल डेटा देखेंगे तो साफ़ समझ आएगा।

  • Veena Baliga
    Veena Baliga

    अक्तूबर 15, 2025 AT 01:56 पूर्वाह्न

    संजय महोदया, आपके विश्लेषण में तथ्यों का उल्लेख सराहनीय है, परन्तु नियामक वातावरण को नजरअंदाज करना व्यावहारिक नहीं है। शटडाउन के दौरान डेटा की कमी, फेड की नीति को भी प्रभावित कर सकती है। इस कारण, मूल्यवर्गीकरण में सतर्कता आवश्यक है।

  • vishal Hoc
    vishal Hoc

    अक्तूबर 15, 2025 AT 18:36 अपराह्न

    बिटकोइन की कीमत अभी भी हाई है, लेकिन हमें सावधानी से देखना चाहिए। अगर फेड आगे भी दर घटाता रहेगा तो मदद मिल सकती है, नहीं तो जोखिम बढ़ेगा।

  • vicky fachrudin
    vicky fachrudin

    अक्तूबर 16, 2025 AT 11:16 पूर्वाह्न

    विशाल, आपका बिंदु बिलकुल सही है; निवेश में विविधता और जोखिम प्रबंधन, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। खासकर जब बाजार में अनिश्चितताएँ मौजूद हैं; इसलिए पोर्टफोलियो को संतुलित रखना अनिवार्य है।

  • subhashree mohapatra
    subhashree mohapatra

    अक्तूबर 17, 2025 AT 03:56 पूर्वाह्न

    बीटे कोइन का हालिया उछाल बहुत ही अल्पकालिक लहर जैसा है; आगे के कदमों में इसे बहुत सावधानी से देखना चाहिए।

  • Mansi Bansal
    Mansi Bansal

    अक्तूबर 17, 2025 AT 20:36 अपराह्न

    सब-हैश्री, आपका विशलेषण ठीक है, पर हमें यह भी देखना चाहिए कि ETF इनफ़्लो कब तक टिकेगा, और क्या कोई नया रेगुलेटन आएगा जो कीमत को नीचे खींच सके।

  • ajay kumar
    ajay kumar

    अक्तूबर 18, 2025 AT 13:16 अपराह्न

    अजय, बिलकुल सही कह रहे हो, अगर रेगुलेशन का दांव बढ़ गया तो सब कुछ बदल सकता है।

  • Sampada Pimpalgaonkar
    Sampada Pimpalgaonkar

    अक्तूबर 19, 2025 AT 05:56 पूर्वाह्न

    संपदा, बात तो सही है, लेकिन चलो इस धुंधले भविष्य में थोड़ा भरोसा रखे और स्मार्टली एंट्री ले।

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