JEE एडवांस्ड 2025 के लिए पात्रता में नए नियम
संयुक्त प्रवेश बोर्ड (JAB) ने JEE एडवांस्ड के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए पुराने नियम को बहाल किया है, जो उम्मीदवारों को अधिकतम दो प्रयासों की अनुमति देता है। यह बदलाव 2025 से लागू होगा। इस घोषणा का मतलब यह है कि छात्र अब इस कठिन परीक्षा को सिर्फ दो बार ही दे सकते हैं। पहले यह सीमा तीन प्रयासों की थी। इस परिवर्तन का मुख्य उद्देश्य परीक्षा की निष्पक्षता और सख्त मानकों को बनाए रखना है।
पात्रता की विस्तृत शर्तें
संयुक्त प्रवेश बोर्ड द्वारा जारी किए गए नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, कुछ प्रमुख बातें इस प्रकार हैं। सबसे पहले, उम्मीदवारों को 2024 या 2025 में पहली बार कक्षा XII (या समकक्ष) परीक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान, और गणित विषयों के साथ शामिल होना अनिवार्य है। इसके अलावा, JEE एडवांस्ड के लिए किसी भी उम्मीदवार को अधिकतम दो बार लगातार वर्षों में प्रयास करने की अनुमति दी जाएगी।
सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए, आयु सीमा 1 अक्टूबर, 1999 या इसके बाद की जन्म तिथि होनी चाहिए। हालांकि SC/ST/PwD श्रेणी के उम्मीदवारों को पांच साल की आयु छूट दी गई है। उम्मीदवारों को JEE मुख्य परीक्षा में शीर्ष 2.5 लाख रैंक में स्थान प्राप्त करना अनिवार्य होगा। शैक्षिक योग्यता के मामले में, उम्मीदवारों को कक्षा XII बोर्ड परीक्षा में कम से कम 75% अंक प्राप्त करने होंगे, जबकि SC, ST और PwD उम्मीदवारों के लिए यह न्यूनतम सीमा 65% होगी।
IIT में पूर्व प्रवेश
ऐसे उम्मीदवार जो पहले से ही किसी IIT में प्रवेश ले चुके हैं, या जिनका IIT सीट आवंटन के अंतिम दौर से पहले रद्द कर दिया गया था, वे JEE एडवांस्ड के लिए पात्र नहीं होंगे।
उम्मीदवारों के लिए सुझाव
यह जरूरी है कि संभावित उम्मीदवार इस नए नियमावली का ध्यानपूर्वक अवलोकन करें और बचने के सभी मानदंडों को सुनिश्चित करें। तैयारी से पहले सभी आवश्यकताओं की पूरी जांच करने में ही समझदारी है। इन नियमों की बहाली परीक्षा के मूल आकर्षण और कठिनाई स्तर को बनाए रखने हेतु की गई है।
संक्षेप में, JEE एडवांस्ड का यह नया नियम उन छात्रों के लिए अपनी यात्रा को थोड़ा अधिक चुनौतीपूर्ण बना देगा जो इसके लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। हालांकि, यह बदलाव परीक्षा प्रणाली की श्रेष्ठता और प्रविष्ट परीक्षण के स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा। उम्मीदवारों को इस बदलाव के संबंध में सलाह दी जाती है कि वे विस्तारणांतिकरों की पूरी तरह से समीक्षा करें ताकि वे JEE एडवांस्ड 2025 के लिए योग्य हो सकें।
नवंबर 20, 2024 AT 07:05 पूर्वाह्न
ये बदलाव असल में अच्छा है। दो बार की सीमा से छात्र ज्यादा फोकस्ड रहेंगे, और रट्टा मारने वालों को अंत में बाहर कर दिया जाएगा। अच्छा फैसला।
नवंबर 21, 2024 AT 21:26 अपराह्न
अरे भाई, ये दो प्रयास की बात सुनकर मेरा दिल टूट गया। मैंने तो तीसरी बार के लिए बचाया था, जैसे कोई बचत का खाता हो। अब तो बस इंतजार करना पड़ेगा कि कब तक ये बोर्ड अपने आप को ठीक करता है। एक बार तो तीन प्रयास थे, अब दो, अगली बार शायद एक और फिर सिर्फ एक बार लिखने वालों को ही अनुमति देंगे। ये नियम तो बिल्कुल एक बार चलने वाले एक्शन फिल्म की तरह हैं - जल्दी खत्म हो जाते हैं और बाकी सब बेकार लगता है।
नवंबर 23, 2024 AT 11:16 पूर्वाह्न
मुझे लगता है कि ये बदलाव बहुत जरूरी था... लेकिन क्या होगा अगर कोई बीमार पड़ जाए? या कोई फैमिली इश्यू हो जाए? ये नियम तो बहुत कठोर हैं... और अगर कोई एक बार फेल हो जाए तो? ये नहीं हो सकता... ये नहीं हो सकता... ये नहीं हो सकता... ये नहीं हो सकता...
नवंबर 24, 2024 AT 07:05 पूर्वाह्न
ये बदलाव एक नया शुरुआत है 🚀 दो बार की लिमिट तो बस एक चेतावनी है - तैयारी करो, ध्यान लगाओ, और एक बार में जीत लो! 💪 ये नियम आपको अपनी आत्मा के साथ लड़ने के लिए तैयार करता है। जो वास्तव में चाहता है, वो दो बार में भी जीत जाएगा। बस विश्वास रखो, और आगे बढ़ो! 🙏✨
नवंबर 24, 2024 AT 14:40 अपराह्न
दो प्रयास का नियम ठीक है लेकिन इसके पीछे का सोच ये है कि बोर्ड को लगता है कि छात्रों को दबाव देने से बेहतर परिणाम आएंगे। लेकिन क्या दबाव ही गुणवत्ता का एकमात्र मापदंड है? क्या अगर कोई छात्र दूसरे वर्ष में थोड़ा बेहतर तैयारी करे तो उसे अधिक मौका नहीं देना चाहिए? ये सवाल तो जवाब के बिना रह गया।
नवंबर 25, 2024 AT 08:14 पूर्वाह्न
बस एक बात कहूँ... अगर ये नियम तीन बार से दो बार हो गया तो अब जो लोग लगातार दो बार फेल हो रहे हैं उनके लिए क्या होगा? ये नियम तो बस उन लोगों के लिए है जो ठीक से तैयारी नहीं करते... और जो ठीक से करते हैं उनके लिए तो ये बिल्कुल फायदेमंद है। अगर दो बार में नहीं हो पाया तो शायद इंजीनियरिंग की जगह कुछ और चेक कर लो... जिंदगी तो बस IIT नहीं होती 😅