टाटा पावर के शेयर में 5% की बढ़ोतरी हुई जब इसकी सहायक कंपनी टीपी सोलर ने तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित नए प्लांट में सौर सेल का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू किया। यह 4.3 GW की क्षमता वाला प्लांट भारत का सबसे बड़ा सिंगल-लोकेशन सौर सेल और मॉड्यूल प्लांट है।
टीपि सोलर: घर में सौर बिजली कैसे लगाएँ?
अगर आप बिजली बिल से थक चुके हैं तो सौर ऊर्जा एक बढ़िया विकल्प है। खास तौर पर टीपि सोलर के पैनल भरोसेमंद होते हैं और कीमत भी किफायती रहती है। इस लेख में हम बताएँगे कि कैसे सही पैनल चुनें, इंस्टॉलेशन की तैयारी क्या है और बचत का अनुमान कैसे लगाएँ।
सही सोलर पैनल कैसे चुनें?
पहला कदम है अपनी जरूरत समझना। घर के आकार, छत की दिशा और सालाना बिजली खपत को ध्यान में रखें। टीपि सोलर के दो मुख्य मॉडल होते हैं – 250 W और 350 W. छोटे घरों या किराए पर रहने वालों के लिए 250 W पर्याप्त रहता है, जबकि बड़े परिवार में 350 W बेहतर काम करता है।
दूसरा महत्वपूर्ण बात पैनल का वारंटी पीरियड है। टीपि सोलर आम तौर पर 10 साल की आउटपुट वारंटी देता है, मतलब इस समय तक उत्पादन लगभग स्थिर रहेगा। ये आँकड़े आपको दीर्घकालिक भरोसा देते हैं और निवेश सुरक्षित बनाते हैं.
इंस्टॉलेशन के आसान कदम
सबसे पहले छत की सटीक माप लें। पैनल को रखने में पर्याप्त जगह चाहिए, इसलिए कोई भी बाधा नहीं होनी चाहिए। फिर एक योग्य इंस्टालर से संपर्क करें – अधिकांश विक्रेता ही मुफ्त साइट सर्वे कर देते हैं. इंस्टॉलेशन के दौरान इनवर्टर और बैटरी (यदि आप स्टोरेज चाहते हैं) का सही कनेक्शन ज़रूरी है.
सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। पैनल स्थापित होने के बाद सभी इलेक्ट्रिकल कनेक्शनों की जांच कराएँ, लीडिंग को जलरोधक बनायें और ग्राउंडिंग ठीक से करें. एक बार सेटअप पूरा हो जाये तो आप तुरंत बिजली उत्पादन देख पाएँगे.
यदि आप खुद ही काम करना चाहते हैं, तो कई ऑनलाइन ट्यूटोरियल उपलब्ध हैं। लेकिन पहली बार के लिए प्रोफेशनल की मदद लेना बेहतर रहेगा, ताकि कोई गलती न हो और वारंटी वैध रहे.
इंस्टालेशन बाद, आपको एक एनर्जी मॉनिटर मिल सकता है जो रोज़ाना उत्पादन दिखाता है। इससे आप जान पाएँगे कि आपका सिस्टम कितनी बिजली बचा रहा है और कब बैटरी रीचार्ज करनी है.
बचत का हिसाब लगाने के लिए पिछले 12 महीनों के बिल देखें और अनुमान लगाएँ कि सोलर ने कितना किफ़ायती किया। आम तौर पर, टीपि सोलर के सिस्टम से 30‑40% तक की बचत संभव होती है, खासकर धूप वाले क्षेत्रों में.
सौर ऊर्जा का एक बड़ा फायदा यह भी है कि आप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली बेच सकते हैं। अगर आपका उत्पादन घर की जरूरत से ज्यादा हो तो स्थानीय यूटिलिटी कंपनी को सप्लाई करके अतिरिक्त आय भी बना सकते हैं.
अंत में, रखरखाव आसान है – साल में दो बार पैनल साफ़ कर दें और इनवर्टर के कूलिंग फैन की जाँच करें. अगर कोई समस्या दिखे तो तुरंत सर्विस सेंटर से संपर्क करें.
टैग “टीपि सोलर” वाले सभी लेखों को पढ़ें, ताकि आप अधिक जानकारी और उपयोगी टिप्स पा सकें। सौर ऊर्जा अपनाकर न केवल बिल घटाएँ बल्कि पर्यावरण भी बचाएँ – यह छोटा कदम बड़ा बदलाव लाता है.