टाटा पावर के शेयर में तेजी के पीछे की वजह
टाटा पावर के शेयर में मंगलवार को 5% की उल्लेखनीय तेजी देखी गई, जिसने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 440.50 रुपये पर पहुंच कर निवेशकों को आकर्षित किया। इस वृद्धि का मुख्य कारण टाटा पावर की सहायक कंपनी, टीपी सोलर द्वारा तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में नए प्लांट में सौर सेल के वाणिज्यिक उत्पादन की शुरुआत है।
टीपी सोलर का यह नया प्लांट 4.3 गीगावाट (GW) क्षमता वाला सिंगल-लोकेशन सौर सेल और माड्यूल का प्लांट है, जो इसे भारत का सबसे बड़ा प्लांट बनाता है। कंपनी ने इस प्लांट में नवीनतम TOPCon और Mono Perc प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया है, जो सौर सेल की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।
नई उत्पादन सुविधा और उसकी क्षमता
टीपी सोलर, जो टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) की सहायक कंपनी है, ने 2 GW सौर सेल लाइन के साथ वाणिज्यिक उत्पादन शुरू किया। इससे पहले, अक्टूबर 2023 में इस प्लांट ने सौर मॉड्यूल का उत्पादन शुरू किया था। तिरुनेलवेली प्लांट पहले ही 1,250 मेगावाट (MW) सौर मॉड्यूल का उत्पादन कर चुका है और वह अगले 4-6 हफ्तों में शेष 2 GW की क्षमता के साथ उत्पादन बढ़ाने की योजना बना रहा है।
टाटा पावर ने इस प्लांट में लगभग 4,300 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो कंपनी के चल रहे प्रोजेक्ट्स को समर्थन देगा और उसकी आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करेगा। कंपनी ने व्यापक बाजार वितरण की संभावनाओं का भी अध्ययन करने की योजना बनाई है।
टाटा पावर की उत्पादन क्षमता
टाटा पावर के पास बेंगलुरु में पहले से ही एक उत्पादन सुविधा है, जिसकी क्षमता 682 MW सौर मॉड्यूल और 530 MW सौर सेल है। इस सुविधा ने अब तक 3.73 GW सौर मॉड्यूल और 2.26 GW सौर सेल का उत्पादन किया है।
नई तिरुनेलवेली प्लांट के साथ, टाटा पावर की घरेलू उत्पादन क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी और यह भारत की सौर ऊर्जा और नेट-जीरो लक्ष्यों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
टाटा पावर का भविष्य और निवेश योजनाएं
कंपनी की नई सुविधा के साथ, टाटा पावर का लक्ष्य न केवल अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है बल्कि वैश्विक बाजार में भी अपनी पहुंच को विस्तारित करना है। यह नया प्लांट टाटा पावर को निवेशकों का भरोसा जीतने में मदद करेगा, जिससे कंपनी के शेयर की कीमत में भी संशोधन होगा।
इस नई सुविधा का उद्घाटन भारतीय ऊर्जा बाजार में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत की स्थिरता और ऊर्जा सुरक्षा को भी सुदृढ़ करता है। टाटा पावर का यह कदम कंपनी के संवेदनशीलता और नवाचार के प्रति उनके प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह नई उत्पादन क्षमता टाटा पावर को घरेलू बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगी और साथ ही विश्वस्तरीय उत्पादों के उत्पादन में भी सक्षम बनाएगी।
सितंबर 12, 2024 AT 23:56 अपराह्न
इस तरह के निवेश असल में भारत की ऊर्जा स्वावलंबन की दिशा में एक छोटा सा कदम है। लेकिन जब तक हम राष्ट्रीय स्तर पर निर्माण और आपूर्ति श्रृंखला को अपने हाथों में नहीं लेते, तब तक ये सब बस एक नाटक है।
सितंबर 13, 2024 AT 08:23 पूर्वाह्न
मैंने तो सोचा था कि टाटा पावर कभी भी अपने अंदरूनी नियंत्रण को छोड़कर बाहर निकलेगा, लेकिन अब देखो ये बड़ा बदलाव। ये सौर सेल वाला प्लांट तो बस शुरुआत है।
सितंबर 13, 2024 AT 20:16 अपराह्न
अरे भाई, ये सब तो बस चीन के बाजार को बचाने के लिए बनाया गया एक धोखा है। हमारे यहां तो अभी तक बिजली नहीं आती, लेकिन टाटा ने अपने लिए 4300 करोड़ खर्च कर दिए। ये तो नए शोषण का नाम है।
सितंबर 15, 2024 AT 19:11 अपराह्न
ये खबर सुनकर बहुत अच्छा लगा! वास्तव में भारत की यात्रा में ऐसे कदम बहुत जरूरी हैं। टीपी सोलर के टीम ने बहुत अच्छा काम किया है। ये नया प्लांट न सिर्फ ऊर्जा देगा, बल्कि हजारों नौकरियां भी बनाएगा। बधाई हो!
सितंबर 16, 2024 AT 03:38 पूर्वाह्न
TOPCon + MonoPERC? यानी ये सब तो बस ब्रांडिंग का नया जादू है। जब तक हम अपने घरों में बिजली का बिल नहीं बदलते, तब तक ये सब एक बड़ा बाजार वाला बाजार बना हुआ फेक न्यूज़ है। और हां, ये शेयर उछाल भी तो एक नियोजित ड्रामा है।
सितंबर 17, 2024 AT 12:45 अपराह्न
तो अब टाटा पावर ने बना दिया दुनिया का सबसे बड़ा सौर प्लांट... और मैं अभी भी बिजली के बिल के लिए रो रही हूं। सच में, ये सब अच्छा है... बस थोड़ा धीरे-धीरे चलो, वरना लोगों को लगेगा कि ये सब केवल शेयर बाजार के लिए है।
सितंबर 19, 2024 AT 02:23 पूर्वाह्न
ये निवेश? बस एक और बड़े बॉस का शो। 4300 करोड़? अगर ये पैसा ग्रामीण बिजली आपूर्ति पर लगाया जाता तो कितने लोगों की जिंदगी बदल जाती? ये सब तो बस एक नए फैशन का नाम है। और फिर भी लोग इसे नवाचार कहते हैं? बस एक बड़ा फिक्स डिज़ाइन है।
सितंबर 21, 2024 AT 01:18 पूर्वाह्न
ये सब बहुत बढ़िया है... लेकिन क्या ये प्लांट असल में भारतीय निर्माण का है? या फिर चीनी टेक्नोलॉजी के ऊपर बनाया गया है? अगर ये भारतीय टेक्नोलॉजी है तो बधाई है... अगर नहीं, तो ये बस एक और बाजार वाला बेवकूफी है।