सुप्रीम कोर्ट ने 1 सितंबर 2025 को CTET को अनिवार्य घोषित किया, जिससे UPPSC LT ग्रेड पदों की छूट पर 11 सितंबर को सुनवाई तय। लाखों शिक्षकों की नौकरी और प्रोन्नती पर असर।
Teacher Eligibility Test (TET) – क्या आप तैयार हैं?
When working with Teacher Eligibility Test, एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा जो यह तय करती है कि आप सरकारी स्कूल में पढ़ा सकते हैं या नहीं. Also known as शिक्षक पात्रता परीक्षा, it is organized by राज्य शिक्षण आयोग, विधि‑निर्धारित संस्था जो टीईटी की पूरी प्रक्रिया देखती है under the guidance of the शिक्षा मंत्रालय, केन्द्रीय निकाय जो शिक्षण मानकों को बनाता और अपडेट करता है. This exam requires you to meet eligibility criteria, clear written papers and appear for a interview or skill test.
यदि आप Teacher Eligibility Test की तैयारी कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने वैधता मानदंड देखिए – उम्र, शैक्षणिक योग्यता और आवासीय नियम। अधिकांश राज्यों में स्नातक डिग्री और न्यूनतम 22 वर्ष की आयु आवश्यक है। कुछ राज्यों में पुरुष‑महिला अलग‑अलग कट‑ऑफ़ रखे जाते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने राज्य के आधिकारिक अधिसूचना को ध्यान से पढ़ें। यह चरण आपके आगे के कदम तय करता है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें।
मुख्य भाग और तैयारी की दिशा
टीईटी दो मुख्य भागों में बाँटा गया है: सामान्य ज्ञान/शिक्षा मूल सिद्धान्त और विषय‑विशेष (जैसे गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान आदि)। प्रत्येक भाग में 객관ीय प्रश्न होते हैं, जिनकी कुल संख्या 150 से 200 तक बदलती रहती है। अधिकांश उम्मीदवार पहले भाग को 60‑70 मिनट में हल करने की कोशिश करते हैं, फिर विषय‑विशेष पेपर पर ध्यान देते हैं। यहाँ प्रशिक्षण कार्यक्रम, कोचिंग संस्थानों द्वारा प्रदान किया गया संरचित पाठ्यक्रम सहायक साबित हो सकता है, लेकिन स्वयं‑अध्ययन भी प्रभावी रहता है अगर आप सही स्त्रोत चुनें।
स्रोतों की बात करें तो NCERT की कक्षा 10‑12 की किताबें, पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र और राज्य शिक्षा बोर्ड की सिलेबस गाइड सबसे भरोसेमंद हैं। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म जैसे आयुष्मान, StudyIQ और Unacademy में मुफ्त टेस्ट सेट भी उपलब्ध हैं। इन टेस्ट को नियमित रूप से हल करना आपको टाइम मैनेजमेंट और प्रश्न पैटर्न समझने में मदद करेगा। याद रखें, तकनीकी भाग (जैसे गणित) में तेज़ी से हल करने की क्षमता अक्सर स्कोर को बढ़ाती है।
एक और महत्वपूर्ण बात: परीक्षा के बाद आए इंटरव्यू/स्किल टेस्ट को अक्सर कम आँका जाता है, पर यह आपको अंततः नियुक्ति दिलाने में निर्णायक हो सकता है। यहाँ आपके शिक्षण दर्शन, कक्षा प्रबंधन के तरीके और वास्तविक शिक्षण कौशल का मूल्यांकन होता है। आप अपने लघु‑वीडियो क्लास या लैक्टेचर डेमो की तैयारी कर सकते हैं। कई राज्य अब इस चरण में डिजिटल फॉर्मेट अपनाते हैं, इसलिए एक असली क्लासरूम सेट‑अप और कैमरा की मदद से प्रैक्टिस करना फायदेमंद रहेगा।
भविष्य की बात करें तो डिजिटल शिक्षा नीति, सरकार की पहल जो ऑनलाइन शिक्षण को व्यापक बनाती है के साथ टीईटी के मानक लगातार अपडेट होते रहते हैं। इसलिए सिर्फ वर्तमान सिलेबस को याद करना पर्याप्त नहीं, बल्कि नई शैक्षणिक तकनीकों और ऑनलाइन टूल्स के बारे में सूचित रहना भी आवश्यक है। कई राज्यों में अब डिजिटल साक्षरता को अतिरिक्त अंक भी दिया जाता है, जिससे आपकी कुल स्कोरिंग पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
संक्षेप में, Teacher Eligibility Test एक ऐसी राह है जहाँ आपका शैक्षिक प्रमाणपत्र, पाठ्य ज्ञान और व्यावहारिक कौशल सभी को मिलाकर ही सफलता मिलती है। ऊपर बताई गई तैयारी की रणनीतियों को अपनाकर आप न सिर्फ लिखित परीक्षा में बल्कि इंटरव्यू में भी आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकते हैं। आगे की लिस्ट में कई लेख, टिप्स और परीक्षा अपडेट मिलेंगे जो आपको हर कदम पर मदद करेंगे। तो चलिए, अब आगे देखिए हमारी पोस्ट्स में क्या-क्या जानकारी मिलती है।