संयुक्त प्रवेश बोर्ड (JAB) ने JEE एडवांस्ड के प्रयास की संख्या को दोबारा दो बार तक सीमित कर दिया है, जो पहले तीन थी। यह बदलाव 2025 से लागू होगा। इसके तहत उम्मीदवारों को दो साल में सिर्फ दो बार JEE एडवांस्ड देने की अनुमति होगी। JEE एडवांस्ड के लिए शीर्ष 2.5 लाख रैंक वाले उम्मीदवार पात्र होंगे।
परीक्षा के प्रयास – ताजा समाचार व तैयारि गाइड
इस पेज पर आपको वही लेख मिलेंगे जो परीक्षाओं के बारे में हैं – चाहे वो परिणाम, कोर्ट की सुनवाई या फिर धोखाधड़ी की खबरें हों। अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं या अभी भी तैयारी शुरू करने वाले हैं, तो यहाँ से आप जल्दी‑जल्दी अपडेट ले सकते हैं और कुछ काम की सलाह भी पा सकते हैं।
ताज़ा परीक्षा अपडेट
NEET UG 2025 में इंदौर कोर्ट ने 75 छात्रों के रिजल्ट पर रोक लगाई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने बाद में सभी परिणाम जारी करने की मंजूरी दे दी। इस फैसले से कई विद्यार्थियों को राहत मिली और उन्होंने अपनी अगली परीक्षा की तैयारी तेज कर ली।
MPSC पेपर लीक केस में पुणे पुलिस ने चार लोगों को पकड़ लिया, जिन्होंने 40 लाख रुपये लेकर छात्रों को गुप्त प्रश्न बेचने का प्रयास किया था। यह घटना दिखाती है कि काली मार्केट हमेशा मौजूद रहती है, इसलिए खुद पर भरोसा रखें और आधिकारिक स्रोत से ही तैयारी करें।
शिलॉन्ग टीर के रिज़ल्ट 6 जनवरी 2025 को जारी हुए, जहाँ कई खिलाड़ियों ने जीत हासिल की। यह खेल भी एक तरह का परीक्षा माना जाता है – नियमों का पालन, रणनीति और धैर्य की जरूरत होती है।
सफलता की सरल रणनीति
सबसे पहले अपने लक्ष्य को स्पष्ट रूप से लिखें: कौन सी परीक्षा, कब देना है, और क्या स्कोर चाहिए। फिर एक realistic टाइम‑टेबल बनाएँ – हर दिन दो घंटे पढ़ने का लक्ष्य रखें, और बड़े टॉपिक को छोटे‑छोटे हिस्सों में बांट दें।
किसी भी तैयारी में नोट्स बनाना काम आता है। मुख्य बिंदु, फॉर्मूले और याद रखने वाले तथ्य को एक पन्ने पर लिखें, फिर रोज़ दोहराएँ। यह तरीका NEET जैसे भारी सिलेबस वाली परीक्षाओं में बहुत मदद करता है।
पिछली साल की प्रश्नपत्रों को हल करें। इससे परीक्षा पैटर्न समझ में आता है और टाइम‑मैनेजमेंट का अभ्यास भी मिलता है। अगर आप MPSC या अन्य सरकारी परीक्षा दे रहे हैं तो पिछले साल के क्वेश्चन पेपर ज़रूर देखें।
यदि कोई धोखा या लीक की खबर सुनें, तो तुरंत उसे रिपोर्ट करें। खुद को साफ़ रखना आपके भविष्य को सुरक्षित बनाता है और आपको मानसिक शांति भी देता है।
आराम भी जरूरी है – हर दो घंटे पढ़ाई के बाद 10‑15 मिनट का ब्रेक लें, हल्का स्ट्रेच या टहलें। इससे दिमाग ताज़ा रहता है और याददाश्त बेहतर होती है।
आख़िरी टिप: अपने आप से प्रतिस्पर्धी बनें, दूसरों से नहीं। हर दिन थोड़ा‑थोड़ा सुधार करने पर ध्यान दें, परिणाम खुद दिखेंगे। इस पेज के अपडेट पढ़ते रहें, क्योंकि नई खबरों में अक्सर उपयोगी सलाह छिपी होती है।