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न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) क्या है?

अगर आपने कभी न्यूज़ या टीवी पर "Wall Street" सुना है तो इसका मतलब NYSE ही होगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा शेयर मार्केट है जहाँ बड़ी कंपनियों के शेयर खरीदे‑बेचे जाते हैं। भारतीय निवेशकों को भी इस बाजार में सीधे या फंड्स के ज़रिए हिस्सा मिल सकता है।

NYSE की ट्रेडिंग सुबह 9:30 am (EST) से शुरू होती है और दोपहर 4:00 pm तक चलती है। भारत से इसका मतलब है कि हमें शाम‑शाम को काम करना पड़ता है, क्योंकि यहाँ का समय हमारे लिए लगभग रात 7:30 से अगले दिन की 2:30 बजे तक रहता है। इस टाइम स्लॉट में बड़ी खबरें और कीमतों में उतार‑चढ़ाव आम हैं, इसलिए तुरंत अलर्ट सेट कर रखना फायदेमंद रहता है।

NYSE की मुख्य विशेषताएँ

NYSE को दो मुख्य हिस्सों में बाँटा गया है – फ़्लोर ट्रेडिंग (जिन्हें हम ‘ट्रेडर’ कहते हैं) और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम। आजकल अधिकांश ट्रेड्स कंप्यूटर के माध्यम से होते हैं, लेकिन कुछ बड़े‑बड़े ऑर्डर अभी भी फिजिकल फ्लोर पर होते हैं। यह मार्केट कई इंडेक्सेस को ट्रैक करता है जैसे कि Dow Jones, S&P 500 और Nasdaq‑Composite। इन इंडेक्सेज़ की हलचल पूरे ग्लोबल इकॉनमी को दर्शाती है।

एक बात याद रखें – NYSE पर शेयर खरीदते समय आपको दो चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए: कंपनी के फ़ाइनेंशियल स्टेटमेंट और उसके भविष्य‑प्रोजेक्ट्स। अगर किसी कंपनी की कमाई लगातार बढ़ रही है और नया प्रोडक्ट लॉन्च हो रहा है, तो उसका शेयर अक्सर अच्छा करता है। दूसरी ओर, यदि कंपनी पर क़ानूनी या मैनेजमेंट समस्या चल रही है, तो सावधानी बरतें।

भारतियों के लिए उपयोगी टिप्स

यदि आप पहली बार NYSE में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो सबसे आसान तरीका एक म्यूचुअल फंड या ETF (Exchange Traded Fund) खरीदना है। ये फ़ंड छोटे‑छोटे शेयरों को मिलाकर बनते हैं और जोखिम कम करते हैं। सीधे शेयर ख़रीदने के लिए आपको एक अंतरराष्ट्रीय ब्रोकर चाहिए – जैसे कि Interactive Brokers, Charles Schwab या भारत में उपलब्ध कुछ नियोक्ता‑प्रायोजित प्लेटफ़ॉर्म।

डॉलर की रेट का असर भी देखना जरूरी है। जब INR डॉलर के मुकाबले कमजोर होता है, तो आपका निवेश USD में अधिक महँगा हो जाता है, पर साथ ही जब INR मजबूत होता है तो लाभ कम दिख सकता है। इसलिए फॉरेक्स रिस्क को भी हिसाब में रखें और अगर संभव हो तो रिटायरमेंट या दीर्घ‑कालिक लक्ष्य के लिए डॉलर्स को धीरे‑धीरे निवेश करें।

एक और चीज़ – ट्रेडिंग फीस। अंतरराष्ट्रीय ब्रोकर अक्सर हर लेन‑देन पर कम शुल्क लेते हैं, लेकिन कुछ प्लेटफ़ॉर्म में कस्टमर सपोर्ट या अकाउंट रख‑रखाव के लिए सालाना चार्ज हो सकता है। इसको पहले से समझ लें, नहीं तो बाद में सरप्राइज़ मिलेंगे।

आख़िरकार, NYSE एक बड़ा मंच है लेकिन सही जानकारी और योजना से आप यहाँ का फायदा उठा सकते हैं। हर दिन की खबरें पढ़ें, कंपनी के रेस्पॉन्सिबिलिटी रिपोर्ट देखें और अपना पोर्टफ़ोलियो नियमित रूप से रीबैलेंस करें। इससे जोखिम कम होगा और आपके निवेश पर बेहतर रिटर्न मिल सकता है।

तो देर किस बात की? अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखने को तैयार हैं, तो NYSE के बारे में सीखें, सही ब्रोकर चुनें और छोटे‑छोटे हिस्सों से शुरू करें। समय के साथ आपका भरोसा बढ़ेगा और आप भी बड़े ट्रेड्स का हिस्सा बन पाएँगे।

न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज की समस्या का हल: बर्कशायर हैथवे की स्टॉक कीमत अब सही
Jonali Das 0

न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज की समस्या का हल: बर्कशायर हैथवे की स्टॉक कीमत अब सही

3 जून 2024 को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में एक तकनीकी गड़बड़ी के कारण बर्कशायर हैथवे की बाजार पूंजीकरण गलती से $900 अरब से घटकर $1 अरब से भी कम दिखाई दी। इस गड़बड़ी के वजह से बर्कशायर की क्लास A शेयरों की कीमत 99.97% कम दिखी, जबकि क्लास B शेयरों में 1% की गिरावट थी। यह समस्या 'लिमिट अप-लिमिट डाउन' (LULD) पोज मेकेनिज्म के चलते हुई थी। NYSE अब इस गड़बड़ी की तहकीकात कर रही है।