सोमवार, 3 जून 2024 को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) में एक गंभीर तकनीकी गड़बड़ी देखने को मिली, जिसने निवेशकों और व्यापारीयों को काफ़ी हद तक उलझन में डाल दिया। इस गड़बड़ी के चलते, बर्कशायर हैथवे की बाजार पूंजीकरण $900 अरब से सीधा $1 अरब से भी कम दिखाई देने लगी। इस गड़बड़ी के कारण, बर्कशायर हैथवे की क्लास A शेयरों की कीमत एकाएक 99.97% तक गिर गई। इसके साथ ही, कंपनी के क्लास B शेयरों में मात्र 1% की गिरावट देखी गई।
गड़बड़ी की वजह
यह समस्या 'लिमिट अप-लिमिट डाउन' (LULD) पोज मेकेनिज्म के चलते हुई थी। LULD एक ऐसा मेकेनिज्म है जो कि किसी भी शेयर की कीमत को पूर्व निर्धारित सीमा से बाहर जाने पर ट्रेडिंग रोक देता है। इसी गड़बड़ी के चलते NYSE में कई अन्य कंपनियों जैसे कि चिपोटल, गेमस्टॉप और एएमसी की स्टॉकों में भी उतार-चढ़ाव जारी रहा। गेमस्टॉप और एएमसी जैसी कंपनियां बीते समय में 'मीम स्टॉक' के लिए चर्चित रही हैं।
कारण और असर
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज इस गड़बड़ी की तहकीकात कर रही है और उन्होंने साइबर हमले की संभावना को इंकार कर दिया है। इस गड़बड़ी के चलते वॉरन बफेट की रियल-टाइम फोर्ब्स बिलियनेयर ट्रैकर पर नेट वर्थ गलत तरीके से $136 अरब की कमी दिखाई गई। बर्कशायर हैथवे की क्लास A शेयरों की सही कीमत $635,000 है, जबकि गड़बड़ी के चलते यह $185.10 दिखाई दे रही थी।
शेयरों का पुनः व्यापार
लगभग दो घंटे की ट्रेडिंग रुकावट के बाद, बर्कशायर हैथवे की क्लास A शेयरों का व्यापार 11:35 A.M. ET पर पुनः शुरू हुआ। वॉरन बफेट, जो बर्कशायर हैथवे के लगभग 15% शेयर के मालिक हैं, दुनिया के सातवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। बर्कशायर हैथवे के अंतर्गत GEICO जैसी सहायक कंपनियाँ आती हैं और Apple जैसी कंपनियों में उनके महत्त्वपूर्ण निवेश शामिल हैं।
भविष्य की योजनाएँ
NYSE इस गड़बड़ी की वजह को ठीक करने के लिए उपाय खोजने में लगी है ताकि भविष्य में ऐसे संकट से बचा जा सके। यह घटना एक बार फिर से यह दर्शाती है कि स्टॉक मार्केट में तकनीकी समस्याएं कितनी भारी हो सकती हैं और कैसे वे निवेशक और व्यापारियों के अनुभव को प्रभावित कर सकती हैं। इससे सबक लेकर, NYSE संभावित समस्याओं को रोकने के लिए अपनी ट्रेडिंग प्रणाली और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की कोशिश करेगी।
कुल मिलाकर, स्टॉक मार्केट में तकनीकी गड़बड़ियों का प्रभाव बहुत गंभीर हो सकता है और यह निवेशकों और व्यापारियों दोनों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बन सकता है।