राज्यसभा के मानसून सत्र में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और सपा सांसद जया बच्चन के बीच गर्मागर्म विवाद हुआ। विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर यह विवाद हुआ, जिसके बाद विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। विपक्षी सांसदों के कथित अनुचित आचरण की वजह से यह निलंबन किया गया था। यह घटना सरकार और विपक्ष के बीच गहरे विभाजन को इंगित करती है।
मानसून सत्र: मौसम की हर खबर एक जगह
नमस्ते! अगर आप भारत में बारिश, बाढ़ या मौसमी बदलावों से जुड़े अपडेट चाहते हैं तो यह पेज आपके लिए बना है। यहाँ पर आपको मानसून से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, विशेषज्ञों के विश्लेषण और उपयोगी टिप्स मिलेंगे—सब एक ही जगह।
मानसून का वर्तमान स्थिति क्या है?
अब तक मौसम विभाग ने कहा है कि अधिकांश क्षेत्रों में हल्की‑से‑मध्यम बारिश हो रही है, पर कुछ हिस्सों में भारी बाढ़ की चेतावनी जारी है। अगर आप उत्तर भारत के पहाड़ी इलाके में हैं तो तेज़ धारा और लैंडस्लाइड का जोखिम बढ़ा हुआ है। दक्षिणी तट के शहरों में समुद्री तूफ़ान का खतरा कम दिख रहा है लेकिन रात‑दिन तापमान में अचानक गिरावट देखी जा रही है, इसलिए हल्के जैकेट रख लेना फायदेमंद रहेगा।
बारिश की मात्रा को मापने वाले ग्राफ़ और रीयल‑टाइम रेनफॉल मैप्स हमारे साइट पर दिखाए जाते हैं। आप बस ‘मानसून सत्र’ टैब में क्लिक करके आज का डेटा देख सकते हैं—कोई जटिल चार्ट नहीं, सिर्फ समझाने वाला नंबर और आसान भाषा की व्याख्या।
बारिश के मौसम में क्या करें?
पहले तो यह जानें कि बाढ़ या जलजमाव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। अगर आप यात्रा कर रहे हैं तो स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों को ध्यान में रखें, और वैकल्पिक मार्गों का प्लान बनाकर रखें। घर में रखी चीज़ों को ऊपर उठाएँ; इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ ऊँची जगह पर रखें ताकि पानी से बच सकें।
कपड़ों के बारे में बात करें तो हल्के वाटरप्रूफ़ जॅकेट, फिसलन‑रोधी चप्पल और टॉर्च साथ रखना अच्छा रहेगा। बच्चों को बाहर खेलने के बाद हाथ धोने की आदत डालें—बारिश से गंदगी आसानी से फैलती है।
अगर आप किसान हैं तो मौसमी बुवाई या जल संरक्षण के उपायों पर हमारे विशेषज्ञ लेख पढ़ सकते हैं। इसमें दिखाया गया है कि कैसे कम पानी में भी फसल को स्वस्थ रखा जा सकता है, और बारिश के बाद की मिट्टी को कैसे सुधारें। ये टिप्स आपके खेत में तुरंत काम आएँगी।
साथ ही, अगर आप जलवायु परिवर्तन या मानसून की लंबी अवधि की प्रवृत्ति को समझना चाहते हैं तो हमारे ‘विशेष रिपोर्ट’ सेक्शन में पिछले पांच सालों का डेटा और ग्राफ़ देख सकते हैं। इस जानकारी से आपको पता चलेगा कि कौन‑से क्षेत्र में बारिश कम हो रही है और किन जगहों पर भविष्य में अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
हर दिन के अपडेट को मिस न करने के लिए साइट के ‘डेली अलर्ट’ बटन पर क्लिक करें, जिससे आप सीधे अपने फोन या ई‑मेल पर मौसम की नई जानकारी पा सकेंगे। यह एक आसान तरीका है अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में मौसम का सही प्रबंधन करने का।
तो अब देर किस बात की? ‘मानसून सत्र’ टैब खोलिए, पढ़िए, समझिए और अपने दिन‑चर्या को सुरक्षित बनाइए। बारिश चाहे कितनी भी हो, जानकारी के साथ आप हमेशा तैयार रहेंगे।