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जूनियर डॉक्टर बनना चाहता है? ये रहे आसान कदम

अगर आप मेडिसिन में करियर चाहते हैं तो सबसे पहला सवाल रहता है – कैसे बनेगा जूनियर डॉक्टर? जवाब बहुत सरल है: सही पढ़ाई, एंट्रेंस टेस्ट पास करना और क्लिनिकल इंटर्नशिप पूरी करनी। नीचे हम हर स्टेप को आसान भाषा में समझाते हैं ताकि आप बिना उलझे अपना रास्ता तय कर सकें।

1. मेडिकल की डिग्री (MBBS) के लिये एंट्रेंस टेस्ट

ज्यादातर भारतीय मेडिकल कॉलेज NEET‑UG के स्कोर पर छात्रों को चुनते हैं। इस टेस्ट में 180 प्रश्न होते हैं, जिनका कुल अंक 720 है। पढ़ाई शुरू करने से पहले एक टाइम टेबल बनाएं: रोज़ कम से कम दो घंटे बायोलॉजी, फिजिक्स और कैमिस्ट्री की रिवीजन के लिये रखें। ऑनलाइन मोक्स टेस्ट ले कर अपनी गति चेक करें, इससे समय प्रबंधन में मदद मिलेगी।

टेस्ट के दिन हल्का नाश्ता लें और पेपर पढ़ते समय पहले आसान सवालों को मारें, फिर मुश्किल पर ध्यान दें। इस छोटे‑से ट्रिक से आपका स्कोर काफी बढ़ सकता है।

2. MBBS का करिकुलम और इंटर्नशिप

दाखिला मिलते ही पहला साल प्री‑क्लिनिकल होता है – एनाटॉमी, बायोकेमिस्ट्री और फिजियोलॉजी। यहाँ नोट्स बनाते समय टेबल, डायग्राम और छोटे पॉइंट्स रखें, रिवीजन आसान रहेगा। दूसरे से चौथे साल में क्लिनिकली रोटा शुरू होता है। असल रोगियों के साथ काम करने का अनुभव ही जूनियर डॉक्टर बनने की कुंजी है।

अंतिम वर्ष में एक साल की इंटर्नशिप अनिवार्य होती है। इस दौरान आप सर्जरी, मेडिसिन, पेडियाट्रिक्स आदि विभागों में घूमते हैं। हर ड्यूटी के बाद सीखा हुआ नोट कर लें – भविष्य में पोस्ट‑ग्रेजुएशन या स्पेशलाइज़ेशन की तैयारी में काम आएगा।

इंटर्नशिप के दौरान कुछ छोटे टिप्स याद रखें: सीनियर डॉक्टर से सवाल पूछें, क्लिनिकल केस डिस्कशन में एक्टिव रहें और हमेशा एथिकली सही फैसले लें। ये आदतें आपको सिर्फ जूनियर डॉक्टर नहीं बनाती, बल्कि भरोसेमंद मेडिकल प्रोफेशनल भी बनाती हैं।

डिग्री पूरी करने के बाद अगर आप स्पेशलाइज़ करना चाहते हैं तो NEET‑PG या AIIMS पोस्ट ग्रेजुएट टेस्ट की तैयारी शुरू करें। लेकिन कई लोगों के लिए MBBS ही काफी है – सरकारी अस्पताल, प्राइवेट क्लिनिक या रूरल हेल्थ सेंटर में काम करके भी अच्छा करियर बना सकते हैं।

संक्षेप में, जूनियर डॉक्टर बनना एक सीरीज़ ऑफ़ स्टेप्स है: NEET‑UG की तैयारी → MBBS पढ़ाई → इंटर्नशिप → (वैकल्पिक) PG तैयारी। हर कदम पर समय प्रबंधन और लगातार रिवीजन आपके सफलता के दरवाज़े खोलता है। अब बस शुरू करें, क्योंकि देर कभी भी नहीं होती।

कोलकाता जूनियर डॉक्टर हत्या मामला: मुख्यमंत्री से मिले मृतका के माता-पिता, कॉलेज प्रिंसिपल ने दिया इस्तीफा
Jonali Das 0

कोलकाता जूनियर डॉक्टर हत्या मामला: मुख्यमंत्री से मिले मृतका के माता-पिता, कॉलेज प्रिंसिपल ने दिया इस्तीफा

आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल प्रोफेसर संदीप घोष ने एक जूनियर डॉक्टर की हत्या और बलात्कार के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कोलकाता पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है और मुख्यमंत्री ने मृतका के माता-पिता से मुलाकात कर न्याय का आश्वासन दिया।