आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने सरकारी मंच पर कहा—‘तेलुगु मां है तो हिंदी मौसी’, और हिंदी को एकता की भाषा बताया। उन्होंने इसे अनिवार्य नहीं, पर सीखने लायक भाषा कहा। प्रकाश राज ने तीखी आलोचना की। मामला दक्षिण में ‘हिंदी थोपने’ बनाम ‘भाषाई एकजुटता’ की बहस को फिर गर्म कर रहा है। संवैधानिक रूप से हिंदी आधिकारिक भाषा है, राष्ट्रीय नहीं।