तेज़पुर विश्वविद्यालय ने टाइम्स हायर एजुकेशन की एशिया रैंकिंग 2018 में 100वां स्थान पाकर असम में शैक्षणिक गर्व बढ़ाया, अनुसंधान में भारत के शीर्ष चार में शामिल।
एशिया रैंकिंग – क्या है और क्यों जरूरी है?
जब आप एशिया रैंकिंग, एशिया के विभिन्न खेलों में टीमों और खिलाड़ियों की स्थिति को मापने वाला आँकड़ात्मक प्रणाली है. Also known as एशिया रैंकिंग सिस्टम, it खेलों की प्रतिस्पर्धा, टूर्नामेंट परिणाम और व्यक्तिगत आँकड़े को एकत्र करके एक क्रम बनाता है. इस क्रम से हमें पता चलता है कि कौन सी टीम या खिलाड़ी किस स्तर पर है और अगले मैचों की संभावनाएँ क्या हो सकती हैं.
एशिया रैंकिंग का सबसे बड़ा असर एशिया कप, एशिया के प्रमुख क्रिकेट टूर्नामेंट जिसमें अंतरराष्ट्रीय टीमें प्रतिस्पर्धा करती हैं से जुड़ा है। एशिया कप के परिणाम सीधे रैंकिंग को बदलते हैं, क्योंकि जीत‑हार के अंक रैंकिंग पॉइंट को तुरंत अपडेट करते हैं। उसी तरह T20 एशिया कप, टी20 फॉर्मेट का एशिया टूर्नामेंट जहाँ तेज़ी से रैंकिंग में उतार‑चढ़ाव होता है भी इस प्रणाली को तेज़ गति देता है। जब किसी खिलाड़ी का बॉलिंग या बैटिंग परफॉर्मेंस अच्छा रहता है, तो खिलाड़ी प्रदर्शन, व्यक्तिगत आँकड़े जैसे रन, विकेट, स्ट्राइक रेट आदि रैंकिंग में सीधे दिखते हैं। इस तरह "एशिया रैंकिंग क्रिकेट टीमों की प्रदर्शन पैमाना को दर्शाता है", "एशिया कप एशिया रैंकिंग को प्रभावित करता है" और "खिलाड़ी प्रदर्शन रैंकिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है" जैसे संबंध स्थापित होते हैं.
इन संबंधों को समझना आपको केवल अंक तालिका से आगे बढ़कर रणनीतिक नजरिया देता है। नीचे दी गई लेखों में आप देखेंगे कि कैसे राजेश द्विवेदी की सुरक्षा उपायों ने स्थानीय ईवेंट्स में रैंकिंग को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया, या बिटकॉइन की कीमतों की अस्थिरता ने एशिया के बाजार रैंकिंग को हिला दिया। इसी तरह, क्रिकेट में भारत‑पाकिस्तान के ऐतिहासिक फाइनल से लेकर T20 एशिया कप में रशीद खान की नई रिकॉर्ड तक, हर ख़बर एशिया रैंकिंग के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है। अब आप इन लेखों को पढ़कर खुद की समझ बढ़ा सकते हैं और आने वाले मैचों या टॉपिक्स पर बेहतर अनुमान लगा सकते हैं.