मेरे लेख ढूँढें
B L O G
समाचार पर्दे

अवनी लेखरा – भारत की शूटर क्वीन

अगर आप खेल समाचार पढ़ते हैं तो अवनी का नाम सुनकर आपको गर्व महसूस होगा। वह सिर्फ एक शूटर नहीं, बल्कि पहली भारतीय महिला है जिसने पैरालिंपिक में गोल्ड जेडा जीता। इस लेख में हम उसके सफर, ट्रेनिंग और आने वाले समय की बात करेंगे ताकि आप भी उसकी कहानी से प्रेरित हो सकें।

करियर की प्रमुख झलक

अवनी ने शूटर बनना तब तय किया जब वह केवल 12 साल की थी। एक छोटे गाँव में रहने के बावजूद, उसके पिता ने उसे स्थानीय क्लब में दाखिला दिलाया। शुरुआती दिनों में वह असफलताओं से नहीं डरती—हर बार गिर कर फिर उठ जाती। 2018 में उसने अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक स्तर पर पहला मेडल जीतकर अपनी क्षमता दिखा दी।

2021 टोक्यो पैरेलिम्पिक्स ने उसके जीवन को बदल दिया। 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में उन्होंने 242.2 अंक बना कर गोल्ड जेडा जीता और भारत का इतिहास लिखा। इस जीत से न केवल उनका नाम दुनियाभर के शूटरों की लिस्ट में आया, बल्कि महिलाओं के खेल में नई ऊर्जा भी आई।

जितने बड़े मैच होते हैं, उतनी ही तेज़ी से उसकी फैंस बेस बनती जाती है। सोशल मीडिया पर उसके पोस्ट को लाखों लाइक्स मिलते हैं और कई युवा खिलाड़ी उससे सीखना चाहते हैं। वह अक्सर अपने ट्रेनिंग रूटीन, माइंडफुलनेस तकनीक और आहार के बारे में खुल कर बात करती है, जिससे दूसरों को भी मदद मिलती है।

भविष्य की उम्मीदें और प्रेरणा

अभी अवनी अगले पैरालिंपिक और विश्व चैंपियनशिप की तैयारी में व्यस्त है। वह कहती हैं कि लक्ष्य सिर्फ मेडल नहीं, बल्कि हर बार अपनी सीमा को आगे बढ़ाना है। उसके कोच ने बताया कि इस साल उन्होंने नई तकनीकें अपनाई हैं, जैसे वर्चुअल रियलिटी सिमुलेशन, जिससे शॉट की प्रिसीजन और भी बेहतर होती है।

परिवार का सपोर्ट भी उसकी सफलता में बड़ा रोल अदा करता है। अवनी ने कई बार कहा कि जब घर वाले उसके साथ होते हैं तो वह आत्मविश्वास से भर जाता है। यही कारण है कि उसने अपने गाँव में एक छोटा शूटर क्लब खोलने की योजना बनाई है, ताकि अन्य लड़के-लड़कियों को भी मौका मिले।

यदि आप भी खेल या किसी लक्ष्य पर काम कर रहे हैं, तो अवनी का सफर एक बेहतरीन उदाहरण है—कड़ी मेहनत, धीरज और सही सपोर्ट सिस्टम से कुछ भी संभव है। उसकी कहानी पढ़कर आप सोचेंगे कि "अगर वह कर सकती है, तो मैं क्यों नहीं?"

आगे आने वाले दिनों में हम अवनी की नई उपलब्धियों को अपडेट करेंगे, इसलिए इस पेज को बार‑बार देखते रहें। चाहे आप शूटर हों या कोई अन्य खेल प्रेमी—अवनी लेखरा से सीखने के लिए बहुत कुछ है।

अवनी लेखरा: पहली भारतीय महिला जिन्होंने जीते पैरालंपिक्स में दो स्वर्ण पदक
Jonali Das 0

अवनी लेखरा: पहली भारतीय महिला जिन्होंने जीते पैरालंपिक्स में दो स्वर्ण पदक

अवनी लेखरा ने इतिहास रचते हुए पैरालंपिक्स में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। उन्होंने पैरिस पैरालंपिक्स के महिला 10 मीटर एयर राइफल फाइनल (SH1) श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता। टोक्यो गेम्स 2021 में उन्होंने पहले भी स्वर्ण पदक जीता था। इस उपलब्धि ने उन्हें शूटिंग में पैरालंपिक्स में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बना दिया है।