ओरिएंट टेक्नोलॉजीज का आईपीओ: आईटी-सक्षम सेवाओं में नए अवसर
ओरिएंट टेक्नोलॉजीज, एक प्रमुख आईटी समाधानों का प्रदाता, ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के माध्यम से 215 करोड़ रुपये जुटाने के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। इस आईपीओ का मुख्य उद्देश्य 120 करोड़ रुपये की नई इक्विटी और 46 लाख शेयरों की बिक्री (OFS) के माध्यम से प्रमोटरों द्वारा लाया जाएगा। इसके प्रमोटर अजय बालिराम सावंत, उमेश नवनीतलाल शाह, उज्वल अरविंद म्हात्रे, और जयेश मनहरलाल शाह हैं।
आईपीओ के जरिए जुटाए गए धन का उपयोग मुख्य रूप से पूंजीगत व्यय, नवी मुंबई में कार्यालय परिसर की खरीद, और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। ओरिएंट टेक्नोलॉजीज आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर, आईटी-सक्षम सेवाएं (IteS), और क्लाउड तथा डेटा प्रबंधन सेवाओं में विशेषज्ञता रखती है।
आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी भूमिका
ओरिएंट टेक्नोलॉजीज का आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट कंपनी का सबसे लंबा और सबसे बड़ा राजस्व उत्पन्न करने वाला व्यवसाय है। फिस्कल 2021 से फिस्कल 2023 के बीच इस सेगमेंट ने 58.60% की CAGR के साथ उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। दिसंबर 2023 तक, कंपनी का ऑर्डर बुक 92.75 करोड़ रुपये पर खड़ा था।
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की संचालन से राजस्व 535.10 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था, और कर पश्चात लाभ 38.30 करोड़ रुपये था। 30 सितंबर 2023 तक समाप्त छह महीनों के लिए, कंपनी का राजस्व 266.31 करोड़ रुपये था, जबकि कर पश्चात लाभ 16.39 करोड़ रुपये था।
आईपीओ के प्रमुख बिंदु
एलारा कैपिटल (इंडिया) को प्रमुख बुक-रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है, और लिंक इनटाइम इंडिया आईपीओ के लिए रजिस्ट्रार होगा। इस आईपीओ को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर सूचीबद्ध किया जाएगा। आईपीओ का प्राइस बैंड 195 रुपये से 206 रुपये प्रति शेयर है, और यह 21 अगस्त 2024 को सदस्यता के लिए खुलेगा और 23 अगस्त 2024 को बंद होगा।
वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी का FY24 संचालन से राजस्व 12% वर्ष दर वर्ष बढ़कर 603 करोड़ रुपये हो गया, जबकि लाभ 41.4 करोड़ रुपये था। आईपीओ को इसके मूल्य-से-आय अनुपात, जो कि लगभग 18 है, के आधार पर मध्यम से दीर्घकालिक निवेश अवसर माना जा रहा है।
जोखिम और अवसर
हालांकि इस आईपीओ को निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर माना जा रहा है, लेकिन कुछ जोखिम भी जुड़े हैं। इनमें प्रमुख ग्राहकों को खोने की संभावना शामिल है, जो कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।
संक्षेप में, ओरिएंट टेक्नोलॉजीज का आईपीओ आईटी-सक्षम सेवाओं में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति और विकासशील आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट के साथ, यह कंपनी आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
अगस्त 21, 2024 AT 01:37 पूर्वाह्न
ओरिएंट टेक्नोलॉजीज का आईपीओ असल में बहुत स्मार्ट मूव है। आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर में उनकी CAGR देखकर लगता है कि वो सिर्फ ट्रेंड नहीं, बल्कि ट्रेंड सेट कर रहे हैं। नवी मुंबई में ऑफिस का निवेश भी बहुत समझदारी से किया गया है - टीम के लिए अच्छा एनवायरनमेंट बनेगा।
अगस्त 22, 2024 AT 21:20 अपराह्न
अरे भाई, ये सब फाइनेंशियल नंबर्स तो बस प्रोस्पेक्टस में लिखे हुए हैं। 18x PE? भाई ये तो अभी तक बिना रेवेन्यू वाले शुरुआती स्टार्टअप्स के लिए होता है, ये तो बूढ़े बंदे हैं जिनके पास ऑर्डर बुक है और वो भी एक ही क्लाइंट पर डिपेंड कर रहे हैं। अगर ग्राहक भाग गया तो ये कंपनी एकदम से एक्सप्लोड हो जाएगी। बस इतना ही नहीं, इनका ऑपरेटिंग मार्जिन भी बहुत टेंशन वाला है।
अगस्त 23, 2024 AT 01:38 पूर्वाह्न
मजेदार बात है कि जब भी कोई आईपीओ लेकर आता है, तो सब कहते हैं 'ये तो बहुत गुड है'... लेकिन असल में जब शेयर लिस्ट होते हैं तो ये सब गायब हो जाते हैं। ओरिएंट टेक्नोलॉजीज का नाम तो मैंने पहले कभी नहीं सुना था, अब इतना ड्राफ्ट देखकर लग रहा है जैसे किसी ने मुझे एक नया ब्रांड बेचने की कोशिश कर रहा है। शायद अच्छा होगा अगर ये अपने क्लाइंट्स के नाम भी शेयर कर दें - नहीं तो ये सब बस बातें हैं।
अगस्त 23, 2024 AT 07:04 पूर्वाह्न
ये आईपीओ बिल्कुल भी नहीं चलेगा। बस इतना ही। एक ही क्लाइंट पर निर्भरता? ऑर्डर बुक 92 करोड़? बस एक बड़ा बाजार भरा हुआ ब्लफ है। लाभ 41.4 करोड़? ये तो बिल्कुल नहीं बढ़ रहा, बस बढ़ रहा है लग रहा है। ये लोग नंबर्स को ऐसे फैला रहे हैं जैसे वो जादू हैं। बस एक बात कहूँ? अगर आपको लगता है कि ये कंपनी आगे बढ़ेगी, तो आप जिस भी एक्सचेंज पर इसे खरीदेंगे, वो आपकी आत्मा को भी बेच देगा।
अगस्त 24, 2024 AT 02:39 पूर्वाह्न
ये आईपीओ बस एक बड़ा फेक न्यूज फ्लैश है। जब तक ये अपने टीम के लोगों के नाम नहीं बताते, जब तक ये अपने क्लाइंट्स के नाम नहीं बताते, तब तक ये सब बस एक ड्राफ्ट है जिसे किसी ने बनाया है ताकि लोग इसे खरीदें। अगर ये वाकई अच्छी कंपनी होती तो ये अपने बारे में इतना डिटेल में नहीं लिखते - लोग खुद जान जाते।