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MPSC पेपर लीक घोटाले में पुणे में चार गिरफ्तार, 40 लाख की ठगी से छात्र आतंकित

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MPSC पेपर लीक घोटाले में पुणे में चार गिरफ्तार, 40 लाख की ठगी से छात्र आतंकित
Jonali Das 17 टिप्पणि

MPSC पेपर लीक: 40 लाख की ठगी और पुणे से गिरफ्तारियां

महाराष्ट्र में प्रतियोगी परीक्षाओं के माहौल में अचानक उथल-पुथल मच गई, जब MPSC पेपर लीक का नया मामला सामने आया। पुणे सिटी पुलिस ने चार ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया, जो महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग यानी MPSC के ग्रुप बी प्री-एग्जाम का पेपर बेचने की फिराक में थे। आरोपियों की मांग थी कि इच्छुक कैंडिडेट्स 40 लाख रुपये चुकाएं। इसके लिए वे न केवल फोन कॉल्स बल्कि व्हाट्सएप के जरिए भी संपर्क कर रहे थे। उन्होंने नागपुर में 'रोहन कंसल्टेंसी' के नाम से खुद को पेश किया और भरोसा दिलाया कि पेपर लीक होने से पहले उनके पास पहुंच जाएगा।

इस गिरोह की असलियत तब सामने आई, जब सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई, जिसमें एक महिला उम्मीदवार से 40 लाख रुपये देने और ओरिजिनल डॉक्युमेंट्स जमा करने की बात कर रही थी। ऑडियो में दोनों पक्षों की बातचीत ने सैकड़ों अभ्यर्थियों के बीच हड़कंप मचा दिया। युवक-युवतियां इस डर से परेशान हो गए कि कहीं परीक्षा का नजरिया ही बदल न जाए। इसी घबराहट का फायदा उठाकर ठग अपने शिकार ढूंढ़ते रहे।

पर्चा लीक की पुष्टि नहीं, पुलिस की गहन पूछताछ

MPSC ने तुरंत सफाई दी कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ है और परीक्षा अपने तय समय पर ही होगी। इसके बावजूद पुलिस ने जांच तेज कर दी। अब तक दो मुख्य आरोपी सामने आए: योगेश सुरेंद्र वाघमारे (27), जो भंडारा के रहने वाले हैं, और दीपक यशवंत सकरे (27) जो मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से हैं। दोनों ऐसी भाषा में बात कर रहे थे जैसे वे परीक्षा के अंदरूनी तंत्र से जुड़े हैं। इन लोगों ने 2 फरवरी की परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध करवाने का झांसा दिया था। पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क में और भी लोग जुड़े हैं—खासकर एक महिला अधिकारी के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है, जिसकी नजरें घाट पार, यानि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कनेक्शन तलाशने में हैं।

पुलिस ने गिरफ्तारियों के साथ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। व्हाट्सएप ग्रुप्स, फोन लॉग्स, फर्जी डॉक्युमेंट्स, और लीक क्लिप को खंगाला जा रहा है। जिन उम्मीदवारों से संपर्क किया गया, उनकी भी पड़ताल हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि गिरोह राज्य की सीमाओं को पार कर काम कर रहा था और एक संगठित तरीके से ठगी को अंजाम दिया जा रहा था।

इस घटना ने साफ कर दिया है कि पेपर लीक की अफवाहों से अभ्यर्थियों की भावनाओं के साथ किस तरह खेला जा रहा है। परीक्षार्थियों में गहरा असंतोष और डर है। अब उनकी मांग है कि व्यवस्थाओं को पारदर्शी बनाया जाए, जालसाजों पर कड़ी नकेल कसी जाए, और इस तरह की घटनाओं से उनकी मेहनत और भविष्य सुरक्षित रहे।

Jonali Das
Jonali Das

मैं समाचार की विशेषज्ञ हूँ और दैनिक समाचार भारत पर लेखन करने में मेरी विशेष रुचि है। मुझे नवीनतम घटनाओं पर विस्तार से लिखना और समाज को सूचित रखना पसंद है।

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टिप्पणि (17)
  • akarsh chauhan
    akarsh chauhan

    मई 21, 2025 AT 14:54 अपराह्न

    ये सब ठगी करने वाले लोग अपने आप को ही बहुत चालाक समझते हैं, पर असलियत ये है कि वो बस डर का फायदा उठा रहे हैं। हर एक युवा जो इस परीक्षा के लिए मेहनत कर रहा है, उसका सपना उनके लिए बस एक बिजनेस ऑप्शन नहीं होना चाहिए। हमें इस तरह के लोगों को जिंदा जलाना चाहिए, न कि सिर्फ गिरफ्तार करना।

  • soumendu roy
    soumendu roy

    मई 21, 2025 AT 18:07 अपराह्न

    इस घटना से एक गहरा सामाजिक चिकित्सा की आवश्यकता है। हमारी शिक्षा प्रणाली ने छात्रों को ज्ञान के बजाय परिणाम की ओर धकेल दिया है। जब एक व्यक्ति को लगता है कि उसकी कमाई का एकमात्र माध्यम परीक्षा है, तो वह किसी भी अपराध के लिए तैयार हो जाता है। यह एक सिस्टम की विफलता है, न कि केवल कुछ व्यक्तियों की।

  • Kiran Ali
    Kiran Ali

    मई 21, 2025 AT 18:14 अपराह्न

    ये सब बेवकूफ लोग हैं जो इतने आसानी से ठग जाते हैं। 40 लाख देने का सोचना ही बेवकूफी है। अगर तुम्हारी तैयारी इतनी कमजोर है कि तुम्हें पेपर लीक की उम्मीद है, तो तुम्हें वास्तविक जीवन में भी कामयाब नहीं होना चाहिए।

  • Kanisha Washington
    Kanisha Washington

    मई 22, 2025 AT 11:58 पूर्वाह्न

    हमें इस घटना से सीखना चाहिए। एक बार जब आप एक बड़ी परीक्षा के लिए तैयार होते हैं, तो आपका विश्वास आपकी मेहनत पर होना चाहिए, न कि किसी अज्ञात व्यक्ति के वादे पर। इस तरह की धोखेबाजी ने हमारे युवाओं के विश्वास को तोड़ दिया है।

  • Rajat jain
    Rajat jain

    मई 23, 2025 AT 16:44 अपराह्न

    मैंने अपने दोस्त को इस बारे में बात करते हुए सुना। वो बहुत डर गया था। लेकिन अब वो फिर से तैयारी शुरू कर रहा है। ये बात बहुत अच्छी है। हमें डर के बजाय दृढ़ता से आगे बढ़ना चाहिए।

  • Gaurav Garg
    Gaurav Garg

    मई 25, 2025 AT 09:41 पूर्वाह्न

    अरे भाई, ये लोग तो बस इतना चाहते हैं कि तुम अपनी जिंदगी का फैसला किसी व्हाट्सएप ग्रुप में करो। अगर तुम्हारी तैयारी इतनी कमजोर है कि तुम्हें पेपर लीक की उम्मीद है, तो शायद तुम्हें कुछ और करना चाहिए।

  • Ruhi Rastogi
    Ruhi Rastogi

    मई 27, 2025 AT 02:10 पूर्वाह्न

    मैंने अपने भाई को इस बारे में बताया और वो बस रो पड़ा। उसका एक साल बर्बाद हो गया। अब वो फिर से शुरू कर रहा है। लेकिन ये बात अभी भी दिल में चुभ रही है।

  • Suman Arif
    Suman Arif

    मई 28, 2025 AT 22:06 अपराह्न

    तुम सब बस अपने डर को बढ़ा रहे हो। अगर तुम इतने डरे हुए हो, तो तुम्हें ये परीक्षा ही नहीं देनी चाहिए। तुम्हारा दिमाग ही इतना कमजोर है कि तुम अपनी जिंदगी का फैसला किसी अज्ञात व्यक्ति के वादे पर कर रहे हो।

  • Amanpreet Singh
    Amanpreet Singh

    मई 29, 2025 AT 12:28 अपराह्न

    हां भाई, ये बहुत बुरी बात है... पर हम अभी भी आशा रख सकते हैं! बस थोड़ा और धैर्य रखो, अपनी तैयारी जारी रखो, और अपने आप को याद रखो कि तुम अकेले नहीं हो। मैंने भी एक बार इस तरह की बात सुनी थी, लेकिन मैंने अपनी पढ़ाई जारी रखी, और आज मैं यहां हूं। तुम भी कर सकते हो। 💪

  • Kunal Agarwal
    Kunal Agarwal

    मई 31, 2025 AT 00:39 पूर्वाह्न

    ये बात बहुत दुखद है, लेकिन ये भारत की एक ऐसी ही समस्या है जो हमें अपने भीतर ले चुके हैं। जब हम एक अधिकारी को अपने दोस्त बना लेते हैं, तो हम उसके वादों पर भरोसा कर देते हैं। लेकिन असली ताकत तो हमारी तैयारी में है।

  • Abhishek Ambat
    Abhishek Ambat

    मई 31, 2025 AT 08:02 पूर्वाह्न

    क्या तुमने देखा कि ये लोग जिस तरह से अपने आप को पेश कर रहे हैं? 😔 अगर ये सच में पेपर लीक कर रहे हैं, तो ये बस एक बड़ा धोखा है। लेकिन अगर नहीं, तो ये बस एक डर का खेल है।

  • Meenakshi Bharat
    Meenakshi Bharat

    मई 31, 2025 AT 23:33 अपराह्न

    इस घटना के बाद, हमें सिर्फ गिरफ्तारियों की बात नहीं करनी चाहिए, बल्कि हमें इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि हमारी समाज में इतना डर क्यों बढ़ रहा है? हमारे युवाओं को क्यों लगता है कि उनकी मेहनत कभी फल नहीं देगी? ये एक सामाजिक समस्या है, जिसका समाधान न्याय और शिक्षा दोनों से हो सकता है।

  • Sarith Koottalakkal
    Sarith Koottalakkal

    जून 1, 2025 AT 17:55 अपराह्न

    मैंने अपने दोस्त को ये सब सुना और मैं बस रो दी। क्योंकि मैं भी उसी तरह की बात सुनी थी। लेकिन मैंने नहीं दिया। अब भी मैं तैयारी कर रही हूं। ये बात बहुत बुरी है, लेकिन हम अभी भी लड़ सकते हैं।

  • Sai Sujith Poosarla
    Sai Sujith Poosarla

    जून 2, 2025 AT 08:12 पूर्वाह्न

    इन लोगों को फांसी दे देनी चाहिए। ये बस देश के युवाओं का खून चूस रहे हैं। इनके घरों को जला देना चाहिए। ये लोग हमारे देश के लिए बर्बर हैं।

  • Sri Vrushank
    Sri Vrushank

    जून 3, 2025 AT 03:05 पूर्वाह्न

    ये सब एक बड़ी साजिश है... MPSC खुद ही ये सब कर रहा है ताकि लोगों को डरा सके और उनके खिलाफ कोई आंदोलन न हो। अधिकारी खुद ही लीक कर रहे हैं और फिर गिरफ्तारी का नाटक कर रहे हैं। ये सब बस एक धोखा है।

  • Praveen S
    Praveen S

    जून 3, 2025 AT 11:56 पूर्वाह्न

    हमें इस घटना को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। ये दिखाता है कि हमारी परीक्षा प्रणाली कितनी कमजोर है। अब हमें एक ऐसी प्रणाली बनानी होगी जहां पेपर लीक की संभावना ही न हो। डिजिटल ब्लॉकचेन, एआई चेक, और अनाम अधिकारी - ये सब अब जरूरी है।

  • mohit malhotra
    mohit malhotra

    जून 4, 2025 AT 14:50 अपराह्न

    ये घटना एक व्यवस्थित विफलता का प्रतीक है। हमारी शिक्षा प्रणाली में अभी भी असमानता का एक गहरा अंतर है। जिन छात्रों के पास संसाधन नहीं हैं, वे इस तरह की ठगी के शिकार बन जाते हैं। हमें एक ऐसी समाज बनाना होगा जहां तैयारी का माध्यम सबके लिए समान हो।

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