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कुमारी शैलजा ने हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी विवाद पर प्रतिक्रिया दी, विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी को संदेश दिया

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कुमारी शैलजा ने हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी विवाद पर प्रतिक्रिया दी, विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी को संदेश दिया
Jonali Das 5 टिप्पणि

कुमारी शैलजा का महत्वपूर्ण बयान

हाल ही में, हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी विवाद और मतभेद की खबरें लगातार सुर्खियाँ बटोर रही हैं। इस मौके पर पार्टी की वरिष्ठ नेता और प्रसिद्ध दलित चेहरा, कुमारी शैलजा ने अपने विचार व्यक्त किए हैं। 61 वर्षीय शैलजा, जो हमेशा से कांग्रेस पार्टी का एक प्रमुख चेहरा रही हैं, ने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी में सब कुछ ठीक है और इसी के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कड़ा संदेश दिया।

अंदरूनी विवाद का खण्डन

हरियाणा चुनाव के निकट आते हुए, कांग्रेस पार्टी में असंतोष और विवाद की खबरें ज़ोरो पर हैं। कुमारी शैलजा ने इन सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि पार्टी में किसी भी प्रकार का अंदरूनी विवाद नहीं है और सभी नेता एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी अफवाहें और खबरें केवल पार्टी की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से फैलाई जा रही हैं।

भाजपा को दिया सख्त संदेश

कुमारी शैलजा ने अपने बयान में भाजपा को भी संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि भाजपा ने हमेशा से समाज के कमजोर और दलित वर्गों का शोषण किया है और उनके हितों की अनदेखी की है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी इस बार पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी और भाजपा की रणनीतियों को नाकाम करेगी। शैलजा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता अब उनकी असलियत जान चुकी है और इस बार वोट उसी पार्टी को देंगे जो उनके अधिकारों की रक्षा करेगी।

कांग्रेस की एकजुटता

कुमारी शैलजा ने कांग्रेस पार्टी की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि आपसी मतभेद और विवाद किसी भी पार्टी में होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पार्टी कमजोर है। कांग्रेस पार्टी एकजुट है और हम सब मिलकर चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देंगे। चुनाव के हंगामे के इस दौर में शैलजा का यह बयान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है।

हरियाणा चुनाव की तैयारी

हरियाणा विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही सभी पार्टीयों ने अपनी तैयारियाँ तेज कर दी हैं। कांग्रेस पार्टी भी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है। शैलजा ने बताया कि पार्टी की रणनीति तैयार है और हम हर क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं और उनका समाधान देने की कोशिश कर रहे हैं।

दलित वर्ग के हित

कुमारी शैलजा ने दलित वर्ग के हितों की बात करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही उनके अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए संकल्पित रही है। भाजपा ने इनके साथ जो अन्याय किया है, उसका जवाब जनता चुनाव में देकर देगी। शैलजा ने बताया कि दलित वर्ग की समस्याओं के समाधान के लिए पार्टी ने विशेष योजनाएँ बनाई हैं और उन्हें लागू करने की दिशा में काम हो रहा है।

बयान का असर

शैलजा का यह बयान हरियाणा की राजनीति में एक अहम मोड़ ला सकता है। पार्टी कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिली है और वे अब भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। शैलजा के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि हरियाणा कांग्रेस में कोई अंदरूनी विवाद नहीं है और पार्टी पूरी तरह से एकजुट होकर चुनाव में उतर रही है। देखना यह है कि हरियाणा की जनता इस बार किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है और सरकार किसकी बनती है।

Jonali Das
Jonali Das

मैं समाचार की विशेषज्ञ हूँ और दैनिक समाचार भारत पर लेखन करने में मेरी विशेष रुचि है। मुझे नवीनतम घटनाओं पर विस्तार से लिखना और समाज को सूचित रखना पसंद है।

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टिप्पणि (5)
  • Sanjay Bhandari
    Sanjay Bhandari

    सितंबर 25, 2024 AT 22:32 अपराह्न

    bhai ye sab toh bas election ke pehle ka drama hai... koi real change nahi dekha kabhi congress ke paas. par phir bhi, shailaja ji ka kuch toh dimaag hai, bolne mein toh mast hai.

  • Mersal Suresh
    Mersal Suresh

    सितंबर 26, 2024 AT 07:57 पूर्वाह्न

    It is imperative to recognize that the statements articulated by Kumari Shailaja are not merely rhetorical posturing but represent a strategic realignment of the Congress party’s ideological framework in the context of Dalit empowerment and socio-political equity. The BJP’s systemic marginalization of marginalized communities has been empirically documented across multiple state-level governance metrics, and the Congress’s renewed commitment to affirmative action must be evaluated through the lens of institutional accountability and policy continuity.

  • Pal Tourism
    Pal Tourism

    सितंबर 27, 2024 AT 05:57 पूर्वाह्न

    yo suno na yaar, congress ke andar koi conflict nahi? bhai ye toh har election ke pehle ka same script hai. 2014 mein bhi bola tha same cheez, phir kya hua? BJP ne 100+ seats jeete. ab bhi same chal raha hai - shailaja ji bol rahi hain 'hum ekjut hain'... lekin 3 mahine pehle hi ek MLA ne party chhod di thi aur kisi ne bhi uski baat nahi ki. ye sab bas media ke liye press release hai. aur haan, BJP ko 'shoshit' bolna bhi ab kuch naya nahi, 2019 se yahi chal raha hai. koi naya plan? koi naya scheme? koi naya face? nahi. bas old wine in new bottle.

  • Sunny Menia
    Sunny Menia

    सितंबर 28, 2024 AT 00:26 पूर्वाह्न

    Shailaja ji ke baaton mein ek achhi baat hai - yeh ki koi bhi party jo dalit samaj ke haq ke liye ladti hai, uski taraf log shift ho rahe hain. BJP ke baare mein jo bhi kuch kaha gaya, usmein kuch galat nahi hai. par Congress bhi apne andar ke problems ko solve kare, warna bas baaton se kuch nahi hoga. hum sab milke ek saath badh sakte hain, lekin uske liye pehle apne ghar saaf karna padega.

  • Abinesh Ak
    Abinesh Ak

    सितंबर 28, 2024 AT 06:27 पूर्वाह्न

    Ah, the classic ‘unity in diversity’ narrative - deployed with surgical precision during electoral cycles. Shailaja’s performative solidarity is a textbook case of strategic essentialism: weaponizing Dalit identity to consolidate vote banks while ignoring structural inequities within her own party. The BJP’s ‘oppression’ narrative? Predictable. But let’s not forget - when was the last time Congress delivered a Dalit CM in Haryana? Or even a Dalit cabinet minister? This isn’t resistance. It’s political theater with a ₹50 crore budget and zero deliverables. The electorate isn’t stupid - they’ve seen this play 7 times. And frankly? The script’s getting stale.

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