लेबनान की राजधानी पर इजराइल के हवाई हमले
बेरुत, लेबनान की राजधानी, एक बार फिर से लड़ाई का मैदान बन चुका है। शनिवार रात से लेकर रविवार तक बेरुत के दक्षिणी उपनगरों पर इजराइल के हवाई हमले के कारण शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। इन धमाकों की आवाज ने शहर के वातावरण को हिला कर रख दिया। लगभग आधे घंटे तक आकाश में लाल और सफेद रोशनी फैलती रही, जो हमलों की तीव्रता को दर्शाती है।
ये हमले हिज़बुल्लाह के लिए एक बड़ा झटका साबित हुए हैं, क्योंकि उनके प्रमुख सैयद हसन नसरल्ला और संभावित उत्तराधिकारी हाशिम सफीयद्दीन इन हमलों में मारे गए हैं। सफीयद्दीन का शुक्रवार को हवाई अड्डे के पास एक इजराइली हवाई हमले के बाद से कोई संपर्क नहीं हो पाया था।
इजराइल का आक्रामक अभियान
इन हमलों के बाद से हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर इजराइली हमले और भी तेज हो गए हैं। इजराइल ने पहली बार लेबनान के उत्तरी शहर त्रिपोली में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए हमले किए हैं। शनिवार रात को बेरुत के दक्षिणी उपनगरों में कम से कम आठ बार ठिकानों पर हमला किया गया, जिसमें से कुछ हवाई अड्डे के पास के क्षेत्र में किए गए। इजराइली सेना के द्वारा दी गई चेतावनी के बावजूद, कुछ लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए कहा गया।
लेबनान में दुख और विनाश
इजरायल के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हागारी ने दावा किया कि इजराइल ने दक्षिणी लेबनान में 440 हिज़बुल्लाह लड़ाकों को मार गिराया और 2000 ठिकानों को निशाना बनाया। हिज़बुल्लाह ने अन्याय का कोई आँकड़ा ताजा नहीं किया है।
इजराइल की ओर से की जा रही इस बढ़ी हुई कार्रवाई का मकसद उत्तरी इजराइल में परिवारों को सुरक्षित वापसी के लिए स्थितियों को सामान्य बनाना बताया गया है, लेकिन इस संघर्ष की चिंगारी ने वहाँ के लाखों लोगों के जीवन को उलझन में डाल दिया है।
इधर, लेबनानी सुरक्षा अधिकारीयों के अनुसार त्रिपोली के एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर एक हमले से परिवार के पांच सदस्य मारे गए हैं। वहीं हिज़बुल्लाह का दावा है कि इसने हिफा के सामने 'एटीए कंपनी' पर मिसाइल हमले किए।
हिंसा और राजनीतिक एवेंजादा
इस बढ़ती हिंसा ने लेबनान और इजराइल के बीच पहले से ही टूटे हुए संबंधों को और खराब कर दिया है। यह समय दोनों पक्षों के लिए अत्यधिक संवेदनशील है, खासकर जब के एक वर्ष पूर्व हमास ने घातक हमला किया था जिसने क्षेत्रिक राजनीति को बदलकर रख दिया।
इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल वहां नौ सैनिकों की मौत हो चुकी है, जबकि उनके आक्रामक ऑपरेशन ने लेबनान में सैकड़ों नागरिकों की मौत कर दी और लगभग 12 लाख लोगों को विस्थापित कर दिया है।
गामा और गाज में जीवन की स्थिति
गाजा पर किए गए इजराइल के सैन्य हमलों के कारण गाजा के स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार लगभग 42,000 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 2.3 मिलियन की आबादी वाले इस क्षेत्र के अधिसंख्य लोग विस्थापित हो गए हैं।
इस तमाम हालात के बावजूद, इजराइल और लेबनान में जारी इस संघर्ष का कोई समाधान सामने नहीं आया है। दोनों पक्षों के बीच संघर्ष बार-बार हिंसक हो जाता है, जो न केवल राजनीतिक तनाव को बढ़ावा दे रहा है बल्कि निर्दोष नागरिकों के लिए भी एक बड़ी समस्या बन रहा है।