जब साइफ़ हसन ने 38 गेंदों में 64 रन बनाए, तो बांग्लादेश ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में 3‑0 की ऐतिहासिक सीरीज़ जीत ली। यह जीत 8 अक्टूबर, 2025 (बुधवार) को समाप्त हुई, जब नज्मुल हुसैन शान्तो की कप्तानी वाली टीम ने अफगानिस्तान के 143/9 लक्ष्य को 18 ओवर में 144/4 से पार किया।
सीरीज़ का पृष्ठभूमि
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड) और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (अफ़गानिस्तान क्रिकेट बोर्ड) ने इस टूर को संयुक्त रूप से आयोजित किया। सुरक्षा कारणों से सभी तीन टी‑20 अंतरराष्ट्रीय मैच यूएई के शारजाह में ही खेले गए। पहला मैच 4 अक्टूबर को शुरू हुआ, दूसरा 6 अक्टूबर को और तीसरा 8 अक्टूबर को।
तीन मैचों के प्रमुख क्षण
पहला टि‑20I में अफगानिस्तान ने 151/9 बनाकर बांग्लादेश को चुनौती दी। राशिद ख़ान की चार विकेट वाली शानदार गेंदबाजी ने बांग्लादेश को जीत की ओर धकेला। दोबारा बांग्लादेश ने 153/6 से लक्ष्य हासिल किया, जिसमें तंज़िम हसन और परवेज़ हसन इमन के अर्द्धशतक प्रमुख रहे।
दूसरे मैच में अफगानिस्तान ने 147/5 बनाकर फिर से लक्ष्य निर्धारित किया। इसबार इब्राहिम ज़द्रान ने 38 रन जोड़े, पर बांग्लादेश ने 150/8 से जीत दर्ज की। यहाँ नासुम अहमद की दो विकेट की आधी ओवर बॉव्लिंग ने टीम को बड़ा बढ़ावा दिया।
और तीसरा, तीसरा टि‑20I – जिस पर आज का पूरा लेख केंद्रित है – में अफगानिस्तान ने 143/9 बनाकर बांग्लादेश को चुनौती दी। डारवीश रासूली का 32 रन का छोटा लेकिन अहम अंश सामने आया, जबकि मोहम्मद सैफ़ुद्दीन ने 3 विकेट लिए। फिर बांग्लादेश ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में तेज़ गति से शिकार किया।
बांग्लादेश की जीत के पीछे की रणनीति
कहानी का मोड़ वही था जब साइफ़ हसन ने 64* की तेज़ पारी चलाई। दो चार और सात छक्के मारते हुए उन्होंने टीम को लक्ष्य से 6 विकेट आगे ले जाया। टीम का इनिंग‑बिल्ड‑अप तब तक बिल्कुल सही रहा जब तक कि नज्मुल हुसैन शान्तो ने फील्डिंग में दबाव बनाए रखा। उनका फ़ैसला – टॉस जीत कर फ़ील्डिंग चुनना – पूरे टूर में दो बार दोहराया गया और हर बार असरदार साबित हुआ।
बांग्लादेश ने फ़िनिशिंग ओवर में कम ऊर्जा वाले बॉलर्स को हटा कर तेज़ पिच पर स्पिनर और तेज़ बॉलर्स को बदलते रहे। इस बदलाव ने अफगान टीम को असहज कर दिया, खासकर जब अज़मतुल्लाह ओमरज़ाई ने पहले दो मैचों में क्रमशः 4/23 और 4/18 की बेहतरीन गेंदबाज़ी की थी, पर अंत में उनका प्रभाव कम दिखा।
खिलाड़ियों की व्यक्तिगत झलक
साइफ़ हसन को मैच‑ऑफ़ दि प्लेयर का ख़िताब मिला और उन्हें 50,000 अफगान अफ़ी से इनाम दिया गया, जिसे मुहम्मद गुल ने प्रस्तुत किया। साथ ही सारा विर्मानी, जो Van Sports की मालिक हैं, ने टॉफी भेंट की। दोनों नाम अक्सर एशियाई खेल आयोजनों में प्रायोजन के रूप में सामने आते हैं।
वफ़ियुल्लाह टाराखिल और बशीर अहमद ने क्रमशः दूसरा और तीसरा मैच में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। शुरुआती आँकड़े बतलाते हैं कि दोनों ने सीमित अवसरों में थोड़ा‑बहुत लहराया, पर भविष्य में इंग्लिश लीग या BPL में उनके लिए जगह बन सकती है।

आगे का मार्ग और प्रभाव
इस जीत से बांग्लादेश को आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट, जैसे 2026 का विश्व टी‑20, के लिए एक मजबूत मनोवैज्ञानिक बढ़ावा मिला। कोचिंग स्टाफ अब इस इनफ़ॉर्मेटिव डेटा को अगले टूर के प्लानिंग में शामिल कर रहा है। वहीं अफगानिस्तान को अपने घरेलू बुनियादी ढांचे की कमी को दूर करने के लिए अधिक अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खेलने की आवश्यकता पर बल देना चाहिए।
टूर के अंत में दोनों बोर्डों ने कहा कि यह सीरीज़ दोनों टीमों के लिए एक आदर्श अभ्यास रही, जिसमें युवा खिलाड़ियों को बड़े दबाव में खेलने का अनुभव मिला। अगले महीने में बांग्लादेश ने एशिया कप के लिए अपने स्क्वाड को फाइनलाइज़ कर लिया है, जबकि अफगानिस्तान अपने घरेलू इवेंट्स को फिर से शुरू करने की तैयारी में है।
विशेषज्ञों की राय
क्रिकेट विश्लेषक सैमी ने कहा, “साइफ़ हसन की बैटिंग स्टेंस मह्मुदुल्ला की याद दिलाती है, पर वह अधिक पावरफुल है।” एजे ने जोड़ते हुए कहा, “अगर वह लेग‑स्पिन के खिलाफ अपनी कमजोरियों पर काम करे, तो फ्रैंचाइज़ क्रिकेट में उसकी माँग बढ़ेगी।” सीके ने टिप्पणी की, “तीन मैचों में तीन अलग‑अलग हीरो निकले, यह बांग्लादेश के बैटिंग टैलेंट का स्पष्ट संकेत है।”
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बांग्लादेश ने इस सीरीज़ से क्या प्रमुख सीख ली?
टी‑20 में तेज़ पिचों पर फ़ील्डिंग विकल्पों को बदलने और अंत के ओवर में पावरहिटर्स को लाने से मैच का रिवर्सल आसान हो जाता है। शान्तो के निर्णय ने दो बार जीत सुनिश्चित की, जिससे टीम को लचीले रणनीतिक विकल्पों की अहमियत समझ आई।
अफ़गानिस्तान के कौन‑से खिलाड़ी अब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखे जा सकते हैं?
राशिद ख़ान और ज़द्रान दोनों ने अभी भी धमाकेदार फॉर्म में प्रदर्शन किया है। उनका बॉलिंग और बॅटिंग संतुलन टीम के भविष्य के टूर में महत्वपूर्ण रहेगा, खासकर जब वे घरेलू फॉर्मेट की सीमाएँ हटाकर बाहर खेलने की योजना बनाते हैं।
इस जीत का बांग्लादेश की विश्व रैंकिंग पर क्या असर पड़ेगा?
आईसीसी के डैशबोर्ड के अनुसार, लगातार तीन जीतें टी‑20 में बांग्लादेश को रैंकिंग में 2‑3 स्थान ऊपर ले जा सकती हैं। यह उन्हें भविष्य के क्वालिफायर फेज़ में बेहतर ग्रुप ड्रॉ देता है।
वित्तीय इनाम का उपयोग खिलाड़ियों ने कैसे किया?
साइफ़ हसन ने 50,000 अफ़गान अफ़ी के पुरस्कार को अपनी व्यक्तिगत प्रशिक्षण कैंप में निवेश करने की घोषणा की। मुहम्मद गुल और सारा विर्मानी के प्रायोजन से युवा बांग्लादेशी खिलाड़ियों के लिए विकास कार्यक्रम भी लॉन्च हुए।
आगामी किन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में दोनों टीमें भाग लेंगी?
बांग्लादेश ने 2026 के विश्व टी‑20 कप के लिए क्वालिफाइंग परफॉर्मेंस जारी रखी है, जबकि अफगानिस्तान ने आशिया कप और आगामी सिक्स‑नॉशन सीरीज़ में भाग लेने की तैयारी जताई है। दोनों टीमें इस सीरीज़ को अपनी रणनीति परखे का मंच मान रही हैं।
अक्तूबर 9, 2025 AT 01:40 पूर्वाह्न
बांग्लादेश की पिच मैनेजमेंट वाकई कमाल की रही, खासकर फाइनल ओवर में स्पिनर को घुमा‑घुमा के इस्तेमाल किया। साइफ़ हसन की अर्द्धशतक और तेज़ पारी ने मैच की दिशा ही बदल दी। आगे भी ऐसे ही टैक्टिकल फ्लेवर देखना दिलचस्प रहेगा।