20 नवंबर, 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के चलते भारतीय शेयर बाजार बंद रहा। एनएसई और बीएसई दोनों पर इस दिन व्यापार नहीं हुआ। इस बंद की घोषणा चुनाव आयोग ने 288 सीटों के लिए हो रहे इस एक चरण के चुनाव के लिहाज़ से की थी। वोटों की गिनती 23 नवंबर को निर्धारित की गई है। इस दिन एमसीएक्स ने सुबह का सत्र बंद किया और एनसीडीईएक्स पूरे दिन बंद रहा। आगामी शेयर बाजार अवकाश 25 दिसंबर को क्रिस्मस के लिए है।
बीएसई – आज का स्टॉक अपडेट और शुरुआती निवेश गाइड
अगर आप शेयर बाजार में रूचि रखते हैं तो बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्स्चेंज) से जुड़ी खबरें रोज़ देखनी चाहिए। यहाँ आपको सबसे नई कीमतें, कंपनी के क्वार्टरली रिजल्ट और मार्केट का मूड मिलेंगे, वो भी आसान भाषा में। इस पेज पर हम हर दिन की प्रमुख खबरों को संक्षेप में पेश करेंगे जिससे आप जल्दी समझ सकें क्या चल रहा है.
बीएसई मुख्य सूचकांक: सेंसैक्स और बीएसएसी एंटरप्राइज़
सेंसैक्स भारत का सबसे पुराना इंडेक्स है, इसमें 30 बड़े‑बड़े कंपनियों की कीमतों का औसत दिखता है। जब सेंसैक्स ऊपर जाता है तो आम तौर पर मार्केट में ख़ुशी का माहौल रहता है, और नीचे जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए। बीएसएसी एंटरप्राइज़ भी एक प्रमुख इंडेक्स है; यह छोटे‑मध्यम आकार की कंपनियों को कवर करता है और सेक्टरल ट्रेंड समझने में मदद करता है।
हर दिन के शुरुआती अपडेट में हम बताते हैं कि ये दो इंडेक्स कौन‑से प्रतिशत बदल रहे हैं, और क्यों। अक्सर बदलाव का कारण सरकार की नई नीति, विदेश से आयात‑निर्यात डेटा या बड़ी कंपनी के earnings होते हैं। इन कारणों को जानना आपको ट्रेडिंग में बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा.
कंपनी‑वाइज़ खबरें: कौन जीत रहा है, कौन पीछे
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों की क्वार्टरली रिपोर्ट हर तीन महीने में आती रहती है। जब कोई कंपनी मुनाफा बढ़ाती है या नई प्रोडक्ट लॉन्च करती है तो उसकी शेयर कीमत तुरंत ऊपर जाती है। वहीं अगर नुकसान का आँकड़ा सामने आता है, तो गिरावट देखी जा सकती है। हम ऐसे प्रमुख कंपनियों – जैसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक – के अपडेट रोज़ देते हैं.
एक आसान तरीका यह भी है कि आप कंपनी की EPS (प्रति शेयर आय) देख कर समझें उसकी कमाई कितनी बढ़ी या घटि। अगर EPS पिछले क्वार्टर से 10 % ऊपर है तो अक्सर कीमत में उसी अनुपात में उछाल आता है. इस तरह के छोटे‑छोटे संकेत आपको बड़े नुकसान से बचा सकते हैं.
इसके अलावा हम सेक्टर्स की रैंकिंग भी दिखाते हैं। अगर आयटी या फार्मा सेक्टर अच्छा कर रहा है तो आप इन सेक्टरों के एट्रिक ETFs में निवेश पर विचार कर सकते हैं. यह जोखिम कम करता है क्योंकि एक ही शेयर नहीं, बल्कि पूरे सेक्टर का प्रदर्शन आपके हाथ में रहेगा.
आखिर में, बीएसई की खबरें पढ़ते समय कुछ बेसिक नियम याद रखें: 1) हमेशा अपने रिस्क को सीमित रखें, 2) बड़ी कीमत वाले स्टॉक्स पर तुरंत पूरी पूँजी न लगाएँ, 3) बाजार के मूड को समझने के लिए इंडेक्स और कंपनी रिपोर्ट दोनों देखें. इन बातों को अपनाकर आप शेयर मार्केट में थोड़ा अधिक आत्मविश्वास महसूस करेंगे.
तो आज की बीएसई अपडेट पढ़ें, अपने पोर्टफोलियो को जाँचें और सोच‑समझ कर अगला कदम उठाएँ। यदि कोई विशेष स्टॉक या इंडेक्स के बारे में पूछना है तो कमेंट बॉक्स में लिखिए – हम जल्द ही जवाब देंगे.