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आयकर 2025 – क्या बदल रहा है, कैसे तैयार रहें

जब बात आयकर 2025, वित्तीय वर्ष 2024‑25 के लिए लागू होने वाले नवीनतम आयकर नियमों का समूह. Also known as टैक्स वर्ष 2025, it reshapes how individuals and businesses calculate their dues.

पहला बड़ा बदलाव वित्तीय वर्ष 2024‑25 (वित्तीय वर्ष 2024‑25, अक्टूबर‑सितंबर की 12 महीने की अवधि जिसमें आय कर लागू होता है) की नई स्लैब संरचना है। अब 30 लाख तक की वार्षिक आय पर 10 % की दर लागू होती है, जबकि 30 लाख से ऊपर 20 % तक की आय पर 20 % की दर लगती है। यह स्लैब परिवर्तन सीधे आपके आयकर दायित्व को प्रभावित करता है, इसलिए सही गणना जरूरी है। स्लैब बदलने के साथ‑साथ ITR‑2 फॉर्म, व्यक्तियों के लिए जो व्यापार नहीं करते, संपत्ति बचत नहीं होती को भी अपडेट किया गया है। फॉर्म में नई घोषणा सेक्शन है जहाँ आप टैक्स बचत योजना, धरा 80C, 80D, 80E आदि के तहत उपलब्ध छूट को सीधे जोड़ सकते हैं। इससे आयकर की वैधता बढ़ती है और रिटर्न दाखिल करने में कम समय लगता है। डिजिटल इंडिया की दिशा में सरकार ने ऑनलाइन टैक्स फाइलिंग को और आसान बनाया। आयकर पोर्टल, सरकारी वेबसाइट जहाँ आप ITR जमा, वेरिफिकेशन और रिफंड ट्रैक कर सकते हैं पर दो‑स्टेप ऑथेंटिकेशन अब अनिवार्य है, जिससे डेटा सुरक्षा बढ़ी है। साथ ही, पोर्टल पर नई ‘टैक्स प्लानर’ टूल उपलब्ध है जो आपके आय‑कर की गणना को स्वचालित रूप से दिखाता है। यह टूल खासकर उन लोगों के लिये मददगार है जो पहली बार आयकर फाइल कर रहे हैं। छूट की बात करें तो 2025 में बीमा प्रीमियम, शिक्षा ऋण, पेंशन फंड आदि पर अतिरिक्त 25 % तक की राजस्व कटौती की घोषणा की गई है। इसे टैक्स छूट 2025, वित्तीय वर्ष में अतिरिक्त घटाव और रिफंड बढ़ाने वाली विधियां कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर, 1.5 लाख तक का जीवन बीमा प्रीमियम अब 30 % तक बचाया जा सकता है, जबकि पहले यह 20 % था। इस बदलाव से मध्यम आय वर्ग को काफी रिफंड मिल सकता है। ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि नई रिटर्न फाइलिंग डेडलाइन में लचीलापन है। यदि आप 31 जुलाई तक फाइल नहीं करते तो 5 % का अतिरिक्त दंड लग सकता है, परन्तु वित्तीय वर्ष के अंत तक रिफंड की प्रक्रिया तेज़ हो गई है। इसके अलावा, टैक्स दंड 2025, भुगतान में देरी या गलत दाखिल करने पर लागू होने वाले जुर्माने की नई दरें भी स्पष्ट रूप से परिभाषित हैं, जिससे आप समय पर कार्रवाई कर सकते हैं। इन सभी बदलावों को समझना जरूरी है क्योंकि आयकर 2025 आपके घर की वित्तीय योजना में बड़ा रोल निभाता है। आगे के सेक्शन में आप देखेंगे कि कैसे नवीनतम स्लैब, छूट और डिजिटल टूल्स का उपयोग करके आप अपनी टैक्स बचत को अधिकतम कर सकते हैं। अब चलिए, इस टैक्स वर्ष में आपके लिये कौन‑से कदम सबसे फायदेमंद होंगे, इस पर नज़र डालते हैं।

ITR फ़ाइलिंग डेडलाइन 2025: क्या सितंबर 15 को आगे बढ़ाया जाएगा? CBDT ने दिया स्पष्ट जवाब
Jonali Das 6

ITR फ़ाइलिंग डेडलाइन 2025: क्या सितंबर 15 को आगे बढ़ाया जाएगा? CBDT ने दिया स्पष्ट जवाब

आयकर वर्ष 2025-26 की ITR फ़ाइलिंग डेडलाइन 31 जुलाई से 15 सितंबर तक बढ़ाई गई, फिर तकनीकी कारणों से 16 सितंबर तक बढ़ी। सोशल मीडिया पर 30 सितंबर तक के विस्तार की अफवाहें फैली, पर आयकर विभाग ने इन्हें खारिज किया। देर से फाइल करने पर सेक्शन 234F के तहत 5,000 रुपये का दंड लगेगा। टैक्स ऑडिट रिपोर्ट की नई माँगों पर राजस्थान हाई कोर्ट ने 30 अक्टूबर तक की अंतरिम वृद्धि का आदेश दिया।