ऑस्ट्रेलियन ओपन 2025 की धमाकेदार शुरुआत
ऑस्ट्रेलियन ओपन का पहला दिन टेनिस प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक रहा जब नोवाक जोकोविच ने अमेरिकी टेनिस प्रतिभा निसेश बसावरड्डी को चार सेट के संघर्षपूर्ण मुकाबले में हराया। नोवाक जोकोविच, जो मेलबर्न पार्क के 10 बार चैंपियन रह चुके हैं, ने इस बार भी अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखा और निसेश की कड़ी चुनौती का सामना करते हुए दूसरे दौर में स्थान पक्का किया।
कोर्ट पर दो प्रतिभाएं
निसेश बसावरड्डी, जिन्हें भारतीय मूल की विरासत प्राप्त है, ने वाइल्डकार्ड प्रवेश के तहत इस ग्रैंड स्लैम में अपनी जगह बनाई थी। सिर्फ 19 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने टेनिस के इस महासमर में अपनी बेहतरीन खेल-कौशल का प्रदर्शन किया। हालांकि, नोवाक जोकोविच तक पहुंचने के लिए उन्हें और सीखने की जरूरत महसूस हुई, पर उनका आत्मविश्वास देखने लायक था।
बसावरड्डी की पिछले वर्ष के अंत तक शानदार फॉर्म रही, सितंबर से लेकर नवंबर 2024 तक उन्होंने 34 चैलेंजर मैचों में से 28 जीतकर अपनी क्षमता का परिचय दिया था। निसेश के लिए यह उनकी पहली ग्रैंड स्लैम मुख्य ड्रॉ इवेंट थी और उन्होंने जोकोविच जैसे बड़े खिलाड़ी के सामने चार सेट खेलने की महारथ हासिल की।
जोकोविच की नई चुनौती
नोवाक जोकोविच के लिए ये जीत विशेष रही क्योंकि यह उन्हें आगे के मैचों में एक महत्वपूर्ण दृश्यपटल प्रदान करती है। इस जीत के बाद, संभावनाएं प्रबल हैं कि उनका मुकाबला क्वार्टरफाइनल में बढ़ते हुए कार्लोस अल्काराज़ से हो सकता है। यह जोकोविच के करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है क्योंकि वह इस बार भी चैंपियन बनने की पूरी कोशिश में हैं।
बसावरड्डी की भविष्य की संभावनाएं
जबकि निसेश बसावरड्डी की ग्रैंड स्लैम यात्रा अभी शुरू ही हुई है, उनके सामने अभी कई संभावनाएं अशक्त हैं। उन्होंने पिछले साल के आखिर में कई चैलेंजर खिताब प्राप्त किए हैं और कैलिफोर्निया में अपनी पहली चैलेंजर-स्तरीय खिताबी जीत दर्ज की। उनके इस प्रदर्शन के चलते हम उम्मीद कर सकते हैं कि भविष्य में वे और भी बड़े टूर्नामेंट में अपनी जगह बना सकते हैं।
जबकि नोवाक जोकोविच ने यह मुकाबला अपने नाम किया, लेकिन बसावरड्डी ने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली है। उनकी मेहनत और संघर्ष बताता है कि वह आगे चलकर टेनिस जगत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह देखने लायक होगा कि आने वाले सालों में वे कैसे अपना खेल सुधारते हैं और कितनी ऊंचाइयों तक पहुंचते हैं।
आगे का रोड मैप
आगे चलकर, नोवाक जोकोविच को और भी कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कतार में कई प्रभावशाली खिलाड़ी हैं, जिनके खिलाफ जीत हासिल करना आसान नहीं होगा। हालांकि, नोवाक अपने अनुभव और खेल-कला के दम पर आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले मैचों में उन्हें अपनी पूरी क्षमता का प्रदर्शन करने की ज़रूरत होगी ताकि वे एक बार फिर इस टाइटल को अपने नाम कर सकें।
निसेश बसावरड्डी भी अब अगले टूर्नामेंट्स की तैयारी में जुटेंगे, जहां से वे सीखकर अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं। आने वाले समय में अगर वे इस दिशा में निरंतर मेहनत करते हैं, तो कोई कारण नहीं कि वे भी टेनिस की शीर्ष सूची में खुद को स्थापित न कर सकें।