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कैलिफोर्निया सीनेटर मैरी आलवाराडो-गिल पर पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ को यौन दास के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप

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कैलिफोर्निया सीनेटर मैरी आलवाराडो-गिल पर पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ को यौन दास के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप
Jonali Das 14 टिप्पणि

कैलिफोर्निया की स्टेट सीनेटर मैरी आलवाराडो-गिल एक गंभीर विवाद में घिर गई हैं। उनके पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ, चाड कंडिट ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का मुकदमा दाखिल किया है। कंडिट का दावा है कि आलवाराडो-गिल ने उन्हें यौन दास के रूप में इस्तेमाल किया और इस यौन उत्पीड़न की वजह से उन्हें गंभीर शारीरिक चोटें भी लगीं।

मुकदमे के आरोप

कंडिट, जो पूर्व कांग्रेसमैन गैरी कंडिट के पुत्र हैं और 57 वर्ष के हैं, ने आरोप लगाया है कि उनकी 50 वर्षीय बॉस ने उनके साथ यौन शोषण किया। उन्होंने यह दावा भी किया कि यह संबंध 'यौन उत्पीड़न भरे एकतरफा सौदों' पर आधारित था जिसमें 'अवांछित यौन उन्नति और यौन व्यवहार शामिल थे।'

कंडिट का यह भी कहना है कि आलवाराडो-गिल ने उन्हें उनके नौकरी में नियुक्त होने के कुछ समय बाद ही अवांछित यौन प्रस्ताव देना शुरू कर दिया था। दिसंबर 2022 में नौकरी में शामिल होने के तुरंत बाद, आलवाराडो-गिल ने उनके साथ 'थ्रूपल्स' पर पूछताछ की और उनकी पत्नी को भी इसमें शामिल करने का सुझाव दिया।

घटनाओं का विवरण

घटनाओं का विवरण

सबसे ज्यादा बुरी घटना तब हुई जब आलवाराडो-गिल ने उन्हें एक कार में यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया, जिसके चलते कंडिट को तीन हर्नियेटेड डिस्क्स और एक ध्वस्त हिप हो गया। उनका कहना है कि आलवाराडो-गिल की यौन प्रस्ताव और बढ़ गए, खासतौर पर उनके काम के दौरान और यहाँ तक कि उनके परिवार को भी उन्होंने निशाना बनाया।

कंडिट का दावा

कंडिट के आरोपों के अनुसार, आलवाराडो-गिल ने इसे एक व्यक्तिगत मुद्दा बना लिया और जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। दिसंबर 2023 के बाद भी, कंडिट दावा करते हैं कि आलवाराडो-गिल ने उनके और उनके परिवार के खिलाफ दमनकारी कार्यवाहियाँ बंद नहीं की।

मुकदमे का विस्तार

मुकदमे का विस्तार

मुकदमे में यह भी आरोप लगाया गया है कि कैलिफोर्निया स्टेट सीनेट स्टाफ ने इस उत्पीड़न को रोकने के बजाय कंडिट के विरोध पर उन्हें और परेशान किया। आलवाराडो-गिल के वकील ने इन आरोपों को खारिज किया है और कंडिट को एक 'नाराज़ पूर्व कर्मचारी' करार दिया जो केवल वित्तीय लाभ की तलाश में है।

राजनीतिक प्रभाव

मैरी आलवाराडो-गिल, जो पहले डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनी गई थीं, ने अगस्त 2023 में रिपब्लिकन पार्टी का रुख किया था और वे अधिकतर विवादास्पद रहीं हैं। खासतौर पर उनके अपराध नीतियों पर विचारों के चलते।

मुकदमे की सुनवाई की तारीख अब नजदीक है और यह देखना दिलचस्प होगा कि अदालत इस मामले में क्या फैसला सुनाएगी। यह अस्पष्ट नहीं है कि इस मसले का असर आलवाराडो-गिल की राजनीतिक जीवन पर कैसे पड़ेगा, परंतु इस तरह के आरोपों ने निश्चित रूप से उनके करीबी राजनैतिक भविष्य को गहन प्रभावित किया है।

अंतिम निर्णय

अंतिम निर्णय

कैलिफोर्निया की जनता और राजनीतिक विश्लेषक इस मामले पर पैनी नजर गड़ाए हुए हैं। यह मामला स्टेट सीनेट और राजनैतिक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। इसकी सुनवाई के परिणाम पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी, जो यह तय करने में मदद करेगा कि यौन उत्पीड़न और सत्ता का दुरुपयोग कैसे उच्च स्तर पर देखा और संभाला जाता है।

Jonali Das
Jonali Das

मैं समाचार की विशेषज्ञ हूँ और दैनिक समाचार भारत पर लेखन करने में मेरी विशेष रुचि है। मुझे नवीनतम घटनाओं पर विस्तार से लिखना और समाज को सूचित रखना पसंद है।

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टिप्पणि (14)
  • indra group
    indra group

    सितंबर 11, 2024 AT 00:29 पूर्वाह्न

    अरे भाई, ये सब अमेरिकी राजनीति का धंधा है, हम भारतीयों को इसमें क्यों उलझना है? यहाँ तो एमपी के घर में बालकनी से बाहर निकलने पर भी फर्जी आरोप लग जाते हैं।

  • sugandha chejara
    sugandha chejara

    सितंबर 12, 2024 AT 22:45 अपराह्न

    ये मामला बहुत गंभीर है। अगर यौन उत्पीड़न का आरोप सच है, तो किसी भी शक्ति के सामने निर्बल को बचाने का कानून होना चाहिए। हमें न्याय के लिए खड़े होना चाहिए, न कि राजनीति के लिए।

  • DHARAMPREET SINGH
    DHARAMPREET SINGH

    सितंबर 14, 2024 AT 22:07 अपराह्न

    अरे ये सब एक classic power play है, भाई। एक ex-staffer जिसे नौकरी से निकाला गया, अब ट्रांसफॉर्म हो गया है एक 'victim' में। ये लॉयल अमेरिकन ड्रामा है, जहाँ हर नौकरी वाला अपने बॉस को फंसाने के लिए एक लॉयर बन जाता है।

  • gauri pallavi
    gauri pallavi

    सितंबर 15, 2024 AT 12:46 अपराह्न

    अरे ये तो बस एक और कांग्रेसवाली का ड्रामा है... अमेरिका में तो अब हर दूसरा सीनेटर किसी न किसी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मुकदमा लेकर आ रहा है। अब तो चाय बनाने वाली भी अपने बॉस को यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रही है।

  • Agam Dua
    Agam Dua

    सितंबर 17, 2024 AT 12:12 अपराह्न

    ये आरोप बिल्कुल बेकार हैं। एक आदमी जो अपनी पत्नी के साथ थ्रूपल्स की बात करने के लिए बॉस को भी शामिल करना चाहता है - ये आदमी क्या बात कर रहा है? अगर वो अपनी पत्नी को भी इस बात में शामिल करना चाहता है, तो वो खुद ही बेवकूफ है।

  • Gaurav Pal
    Gaurav Pal

    सितंबर 18, 2024 AT 00:40 पूर्वाह्न

    अमेरिका में राजनीति का खेल ही यौन उत्पीड़न के नाम पर बन गया है। अब तो हर जो नौकरी खो दे, वो बॉस के खिलाफ ये आरोप लगा देता है। इसका नतीजा? सच्चे शिकायतकर्ता अब किसी को नहीं सुनते।

  • sreekanth akula
    sreekanth akula

    सितंबर 18, 2024 AT 15:55 अपराह्न

    हम भारत में भी ऐसी घटनाएँ होती हैं, लेकिन वो चुपचाप दब जाती हैं। यहाँ तो एक आदमी ने अपनी आवाज़ उठाई, ये ही असली हिम्मत है। अगर ये आरोप सच हैं, तो इस बॉस को जेल जाना चाहिए। ये बस एक राजनीतिक बॉस नहीं, एक अपराधी है।

  • Sarvesh Kumar
    Sarvesh Kumar

    सितंबर 19, 2024 AT 15:15 अपराह्न

    इस आलवाराडो-गिल को भारत में लाओ, हम उसकी नींद उड़ा देंगे। यहाँ तो ऐसी चीज़ों पर जनता जलाती है, न कि फिल्मों की तरह अदालतों में लड़ती है। ये सब अमेरिकी बातें हैं - यहाँ तो बस बॉस को गिराने के लिए एक अप्रासंगिक आरोप लगाया जाता है।

  • Ashish Chopade
    Ashish Chopade

    सितंबर 20, 2024 AT 22:04 अपराह्न

    यौन उत्पीड़न एक अपराध है। यदि साबित होता है, तो न्याय की गारंटी होनी चाहिए। राजनीति या राष्ट्रीयता का कोई संबंध नहीं। न्याय बराबर होना चाहिए।

  • Shantanu Garg
    Shantanu Garg

    सितंबर 22, 2024 AT 14:12 अपराह्न

    कुछ लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते कि ये आरोप एक व्यक्ति के खिलाफ हैं, न कि एक नीति के। अगर ये सच है, तो उसे दंडित किया जाना चाहिए। अगर झूठ है, तो उसे भी दंडित किया जाना चाहिए। न्याय बराबर होना चाहिए।

  • Vikrant Pande
    Vikrant Pande

    सितंबर 24, 2024 AT 07:13 पूर्वाह्न

    ये सब तो बस एक विकल्प है - अमेरिका में अब हर बॉस एक अपराधी है, हर कर्मचारी एक शिकायतकर्ता। ये लोग अपनी बुद्धि बेच रहे हैं - जब तक एक आदमी को यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने की अनुमति है, तब तक ये सिस्टम बर्बाद होता रहेगा।

  • Indranil Guha
    Indranil Guha

    सितंबर 26, 2024 AT 05:52 पूर्वाह्न

    यहाँ तक कि अमेरिका में भी अगर एक महिला सीनेटर इतने भयंकर अपराध करती है, तो यह दर्शाता है कि उसके अंदर कोई भी नैतिकता नहीं है। ये नहीं बताया जा रहा कि ये आरोप झूठे हैं या सच, लेकिन ये आरोप लगाने वाले के लिए ये एक नैतिक अपराध है।

  • srilatha teli
    srilatha teli

    सितंबर 27, 2024 AT 19:58 अपराह्न

    इस मामले में जो भी हो रहा है, वो एक व्यक्ति के दर्द को दर्शाता है। न्याय का मार्ग लंबा हो सकता है, लेकिन उसकी दिशा सही होनी चाहिए। हमें इस आरोप को उसके असली मूल्य के साथ देखना चाहिए - न कि राजनीति के रंगों के साथ। यहाँ बात है इंसानियत की, न कि बॉस की।

  • Sohini Dalal
    Sohini Dalal

    सितंबर 28, 2024 AT 02:21 पूर्वाह्न

    अरे ये तो बस एक और बॉस को फंसाने की कोशिश है। अगर ये सच है, तो अदालत तो देखेगी। अगर झूठ है, तो ये आरोपी खुद जेल जाएगा। इंतजार करो, देखोगे क्या होता है।

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