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इंडिया बनाम इंग्लैंड टेस्ट: दिन 4 पर इंग्लैंड 536 रन से पीछे, जीत की राह में भारत का दबदबा

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इंडिया बनाम इंग्लैंड टेस्ट: दिन 4 पर इंग्लैंड 536 रन से पीछे, जीत की राह में भारत का दबदबा
Jonali Das 0 टिप्पणि

दिन 4 का सारांश – भारत का दबदबा साफ़

एडगबस्टन, बर्मिंघम में भारत बनाम इंग्लैंड का दूसरा टेस्ट अब पाँचवें दिन की दहलीज पर पहुंचा है। इंडिया बनाम इंग्लैंड की इस मुकाबले में भारत ने पहले ही दो पिचों पर अपना निशान छोड़ दिया है। पहले दिन भारत ने 721 रन बनाकर भारी सुविधा हासिल की, और अब शुबमन गिल ने अपने पहले‑इन्किंग 269 के बाद दूसरा इन्किंग 161 रन का शतक खेला। इस शतक में 13 चौके और 8 छक्के शामिल थे, जो उसकी आज‑तक की सबसे तेज़ पिच परली पारी को और भी शानदार बनाते हैं।

गिल के समर्थन में टीम के कई खिलाड़ी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। केएल राहुल ने 52 रन बनाए, जबकि ऋषभ पंत ने ताकतवर 65 रन केवल 58 गेंदों में खोले और 110 रन का साझेदारी गिल के साथ जोड़ी। रविंदा जडेजा ने भी 55 रन बनाए, जिससे भारत की कुल स्कोर 427/6 पर डिक्लेयर कर दी गई। इस डिक्लेयर से इंग्लैंड को 608 रन का लक्ष्य मिला, जो टेस्ट क्रिकेट में अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य बन चुका है।

इंग्लैंड की कठिन घड़ी – शुरुआती विकेट और भागीदारी की जरूरत

इंग्लैंड की कठिन घड़ी – शुरुआती विकेट और भागीदारी की जरूरत

इंग्लैंड के लिए दिन 4 की शुरुआत बुरी रही। मोहम्मद सिराज ने ज़ाक क्रॉली को लफ़्ज़ी आउट करवा दिया, फिर आकाश दीप ने बेन डकट और जो रूट दोनों को बंद कर दिया। विशेषकर आकाश दीप का 5 ओवर में 2 विकेट की गति ने इंग्लैंड के बैट्समैन पर दबाव बना दिया। डे के अंत तक इंग्लैंड 72/3 पर फंसा हुआ था, और लक्ष्य की तरफ़ 536 और रन चाहिए थे।

बचे हुए दो बैट्समैन — ओली पोप (24* नॉट आउट) और हैरी ब्रुक (15* नॉट आउट) — को अब अंतिम दिन में न केवल टिके रहना है, बल्कि तेज़ी से रन बनाते हुए लक्ष्य की ओर बढ़ना है। उनका साझेदारी लगभग 30 रन के आसपास रह जाता है, लेकिन इसे बढ़ाने के लिए उन्हें तेज़ रफ़्तार पर खेलना होगा।

भारत की गेंदबाज़ी के साथ ही उनकी फील्डिंग और ओम्पी निर्णय भी प्रभावित हो रहे हैं। सिराज और आकाश दीप के साथ तेज़ पेसिंग, वैगहूम पहाड़ी और फाइल्डिंग में तेज़ी ने इंग्लैंड को घबराहट में डाल दिया है। उनका इस मौसम में खासा अच्छा फ़ॉर्म दिख रहा है, जिससे भारत को भरोसा है कि वे शेष सात विकेट ले कर सीरीज को 2-0 से समाप्त कर देंगे।

इंग्लैंड के लिए अब एक ही रास्ता बचा है — दो उच्च गति वाले बटर्स को मिलाकर, रफ़्तार बढ़ाकर और कभी‑कभी सीमित जोखिम लेकर एक बड़ा साझेदारी बनाना। यदि पोप और ब्रुक मिलकर 200 से अधिक रन बनाते हैं, तो भी लक्ष्य बहुत बड़ी दूरी पर है। हालांकि, टेस्ट इतिहास में कुछ चमत्कार भी हुए हैं, इसलिए पूरी उम्मीद है कि इंग्लैंड का कोई स्टार प्लेयर इस दबाव को तोड़ कर मैदान में आ सकता है।

इंडिया के कोचिंग स्टाफ ने इस बारे में कहा है कि टीम अब भी फोकस्ड है और वे आखिरी दिन भी अच्छी फील्डिंग और तेज़ गेंदबाज़ी के साथ इंग्लैंड की कोई भी छोटी‑छोटी गलती को फायदा उठाएंगे। टीम ने पहले ही बताया है कि अगर लक्ष्य की ओर कम भी प्रगति हुई तो वे 70-80 ओवर में तेजी से रन लेने की रणनीति अपनाएंगे।

फैन्स के बीच इस मैच को लेकर बड़ी चर्चा चल रही है। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ता गिल की दोहरी शतकों को देखते हुए ‘रति-रमी’ की बात कर रहे हैं। वहीं इंग्लैंड के समर्थक अपने टीम को ‘सुपरओवर’ खेलते हुए देखना चाहते हैं।

अंत में यह कहा जा सकता है कि दोनों टीमों के पास अभी भी अपनी‑अपनी कहानियां लिखने का मौका है। भारत का लक्ष्य है सीरीज जीत, जबकि इंग्लैंड को इतिहास बुनने के लिए एक साल भर का सपना पूरा करना है। दिन 5 की शुरुआत में कौन आगे बढ़ेगा, यह अभी तक अज्ञेय है।

Jonali Das
Jonali Das

मैं समाचार की विशेषज्ञ हूँ और दैनिक समाचार भारत पर लेखन करने में मेरी विशेष रुचि है। मुझे नवीनतम घटनाओं पर विस्तार से लिखना और समाज को सूचित रखना पसंद है।

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